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सीएम योगी ने दिया नया जीवन, अब अपने 'शहरी' होने का प्रमाण दे रहे गोरखपुर के वनटांगिए

गोरखपुर और महराजगंज के 23 वनटांगिया गांवों से बिजली निगम को भुगतान पाने को बिलकुल ही मशक्कत नहीं करनी पड़ती। बिल बनते ही यहां के कनेक्शनधारी बिना तगादा पाई पाई चुकाकर सभी विद्युत उपभोक्ताओं के लिए नजीर बन गए हैं।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Fri, 13 Nov 2020 10:14 AM (IST)Updated: Fri, 13 Nov 2020 06:29 PM (IST)
सीएम योगी ने दिया नया जीवन, अब अपने 'शहरी' होने का प्रमाण दे रहे गोरखपुर के वनटांगिए
वनटांगियों के साथ सीएम योगी आदित्‍यनाथ। - फाइल फोटो

गोरखपुर, दुर्गेश त्रिपाठी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दुलारे वनटांगिया गांवों के लोग नियमित बिल भुगतान की अपनी प्रवृत्ति से बिजली निगम के लिए भी प्यारे हैं। गोरखपुर और महराजगंज के 23 वनटांगिया गांवों से बिजली निगम को भुगतान पाने को बिलकुल ही मशक्कत नहीं करनी पड़ती। बिल बनते ही यहां के कनेक्शनधारी बिना तगादा पाई पाई चुकाकर सभी विद्युत उपभोक्ताओं के लिए नजीर बन गए हैं।

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सौभाग्य योजना से मिले हैं कनेक्शन

आजादी मिलने के बाद भी वनटांगिया गांवों के लोग सात दशक तक अंधेरे में रहने को मजबूर रहे। कारण इनके बसावट राजस्व गांवों के दायरे में नहीं थे। अपने संसदीय कार्यकाल से ही वनटांगियों के हक के लिए संघर्षरत रहे योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री बनने के बाद 2017 में वनटांगिया गांवों को राजस्व ग्रामों का दर्जा दिया तो अन्य सुविधाओं के साथ बिजली कनेक्शन का भी लाभ मिला। गोरखपुर के कुसम्ही जंगल मे 5 तथा महराजगंज में वनटांगियों के 18 गांव हैं। मुख्यमंत्री की पहल पर उन गांवों के लोगों को सौभाग्य योजना के तहत बिजली कनेक्शन दिए गए हैं।

सबके घर मीटर, रीडिंग से बनता है बिल

गोरखपुर के 5 वनटांगिया गांवों में 550 तथा महराजगंज के 18 गांवों में कुल 5500 लोगों के पास बिजली कनेक्शन है। सभी के घर मीटर लगा है। हर माह की दस तारीख तक मीटर रीडर घर पहुंचकर बिल बना देते हैं। एक किलोवाट के इन कनेक्शन पर औसतन 60 यूनिट का बिल बनता है। प्राकृतिक वातावरण में रहने के चलते बिजली का उपभोग यहां अन्य गांवों की अपेक्षा कम होता है।

बिल मिलने के सप्ताहभर में कर देते हैं भुगतान

वनटांगिया गांवों के लोग बिजली मिलने के बाद सप्ताहभर में भुगतान कर देते हैं। यही वजह है कि बिजली निगम के रिकॉर्ड में इन गांवों में कोई बकाया नहीं है।

ये हैं वनटांगिया गांव

गोरखपुर जिला : जंगल तिनकोनिया नम्बर तीन, रजही नर्सरी, आमबाग नर्सरी, रजही खाले टोला, चिलबिलवा।

महराजगंज  जिला : लेहड़ा, मथुरानगर, सेमहरनी (फरेंदा ब्लॉक), तुलसीपुर, परखा, चंद्रपुर (निचलौल ब्लॉक), लालपुर, कल्याणपुर, कान्दरपुर, बेलहवा घाट, सिहोरवा, बरगदवा राय (नौतनवा ब्लॉक), कटहरा, सोनाड़ी, सलामतगढ़, बेलासपुर, दौलतपुर (सदर क्षेत्र)

वनटांगिया बस्ती के नागरिक समय से बिजली बिल का भुगतान करते हैं और ज्यादा से ज्यादा बिजली बचाने पर जोर देते हैं। - देवेंद्र सिंह, मुख्य अभियंता। 


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