गोरखपुर-बस्ती मंडल में यूरिया का संकट, समितियों पर वसूला जा रहा अधिक मूल्य
गोरखपुर व बस्ती मंडल में यूरिया का संकट पैदा हो गया है। समितियों से खाद गायब हैं और बाजार में निर्धारित से अधिक कीमत पर बिक रही है। इसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है।
By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Thu, 10 Jan 2019 11:37 AM (IST)Updated: Fri, 11 Jan 2019 10:08 AM (IST)
गोरखपुर, जेएनएन। यूरिया खाद का गोरखपुर व बस्ती मंडल में संकट पैदा हो गया है। समितियों से खाद गायब हैं और बाजार में निर्धारित से अधिक कीमत पर बिक रही है। कृषि विभाग की लापरवाही का खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है। दोनों मंडलों में किसानों की मजबूरी का फायदा उठाकर बिचौलिये चार सौ रुपये प्रति बोरी तक खाद की बिक्री कर रहे हैं। हालांकि कृषि मंत्री व इफ्को प्रशासन का दावा है कि खाद की किल्लत नहीं है।गोरखपुर जनपद के अधिकतर समितियों पर खाद नहीं है। देवरिया में किल्लत के कारण थोक व फुटकर विक्रेता 45 किग्रा बोरी वाली खाद 360 से 380 रुपये व 50 किग्रा वाली बोरी 410 रुपये में बेच रहे हैं। बस्ती जिले में भी किसानों को खाद नहीं मिल रही है। सिद्धार्थनगर, महराजगंज में भी बाजार में अधिक पैसे लिये जा रहे हैं। संतकबीरनगर में भी समितियों पर ताले हैं।
अधिकतर जगहों पर किसानों से सौ रुपये से अधिक की वसूली
खुले बाजार में अधिक कीमत पर खाद की बिक्री कृषि विभाग की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा रहा है। बारिश होने के कारण किसान खेत में समय से खाद का छिड़काव करना चाह रहे हैं। अगर खाद समय से नहीं मिली तो फसल खराब होने की आशंका बढ़ जाएगी। विकास खंड सहजनवां के दस साधन सहकारी समितियों बसिया, केशवपुर, भीटीरावत, भड़सार, हरपुर, परमेश्वरपुर, कटसहरा, पचौरी, सिसवा, खजुरी में यूरिया नहीं है। एडीओ सहकारिता सुनील पांडेय ने बताया कि समितियों पर खाद नहीं है। विकास खंड पाली के घघसरा, तिलौरा, रिठुआखोर, सेमरडाड़ी व पाली समिति पर भी खाद नहीं है।
एडीओ कोआपरेटिव रमेश मिश्र ने खाद की किल्लत को स्वीकार किया है। विकास खंड उरुवा में 11 समितियां हैं। इनमें नराईचपार, उरुवा, बरपार माफी, उल्था बुजुर्ग, महिलवार, अराव जगदीश, दुघरा समेत सात समितियां ही सक्रिय हैं और उनमें भी ताले लगे हैं। यूरिया की मांग बढ़ने से थोड़ी दिक्कत है। प्राइवेट दुकानों पर निर्धारित मूल्य से ज्यादे पर बिक्री की सूचना मिली है। समितियों पर जल्द ही यूरिया की उपलब्धता कराई जाएगी।
दीपक तनेजा, सहायक निबंधक (सहकारिता) ने कहा कि समितियों पर सचिवों द्वारा गड़बड़ी करने की सूचनाएं मिली हैं। प्रकरण से एआर कोआपरेटिव को अवगत कराया है। दिसंबर व जनवरी में प्राइवेट से ज्यादा सहकारी समितियों पर खाद आई है।
खाद मंत्री ने कहा, अस्थाई है किल्लत
इस संबंध में प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि खाद की किल्लत अस्थाई है। तीन दिन में दोनों मंडलों के सभी केंद्रों पर भरपूर मात्र में उपलब्ध करा दी जाएगी। बस्ती में स्टाक कम होने के कारण दिक्कत हुई है। शीघ्र ही गोरखपुर, संतकबीरनगर व देवरिया में यूरिया की रेक लग जाएगी।
अधिकतर जगहों पर किसानों से सौ रुपये से अधिक की वसूली
खुले बाजार में अधिक कीमत पर खाद की बिक्री कृषि विभाग की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा रहा है। बारिश होने के कारण किसान खेत में समय से खाद का छिड़काव करना चाह रहे हैं। अगर खाद समय से नहीं मिली तो फसल खराब होने की आशंका बढ़ जाएगी। विकास खंड सहजनवां के दस साधन सहकारी समितियों बसिया, केशवपुर, भीटीरावत, भड़सार, हरपुर, परमेश्वरपुर, कटसहरा, पचौरी, सिसवा, खजुरी में यूरिया नहीं है। एडीओ सहकारिता सुनील पांडेय ने बताया कि समितियों पर खाद नहीं है। विकास खंड पाली के घघसरा, तिलौरा, रिठुआखोर, सेमरडाड़ी व पाली समिति पर भी खाद नहीं है।
एडीओ कोआपरेटिव रमेश मिश्र ने खाद की किल्लत को स्वीकार किया है। विकास खंड उरुवा में 11 समितियां हैं। इनमें नराईचपार, उरुवा, बरपार माफी, उल्था बुजुर्ग, महिलवार, अराव जगदीश, दुघरा समेत सात समितियां ही सक्रिय हैं और उनमें भी ताले लगे हैं। यूरिया की मांग बढ़ने से थोड़ी दिक्कत है। प्राइवेट दुकानों पर निर्धारित मूल्य से ज्यादे पर बिक्री की सूचना मिली है। समितियों पर जल्द ही यूरिया की उपलब्धता कराई जाएगी।
दीपक तनेजा, सहायक निबंधक (सहकारिता) ने कहा कि समितियों पर सचिवों द्वारा गड़बड़ी करने की सूचनाएं मिली हैं। प्रकरण से एआर कोआपरेटिव को अवगत कराया है। दिसंबर व जनवरी में प्राइवेट से ज्यादा सहकारी समितियों पर खाद आई है।
खाद मंत्री ने कहा, अस्थाई है किल्लत
इस संबंध में प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि खाद की किल्लत अस्थाई है। तीन दिन में दोनों मंडलों के सभी केंद्रों पर भरपूर मात्र में उपलब्ध करा दी जाएगी। बस्ती में स्टाक कम होने के कारण दिक्कत हुई है। शीघ्र ही गोरखपुर, संतकबीरनगर व देवरिया में यूरिया की रेक लग जाएगी।
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