BRD मेडिकल कालेज, गोरखपुर मामले में डॉ. कफील गिरफ्तार
बच्चों की मौत के मामले में नामजद डॉ. कफील को आज उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस परसों से ही उनकी गिरफ्तारी की जुगत में लगी थी।
गोरखपुर (जेएनएन)। बाबा राघवदास मेडिकल कालेज में ऑक्सीजन समाप्त होने के कारण बच्चों की मौत के मामले में नामजद डॉ. कफील को आज उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने गिरफ्तार कर लिया।बीआरडी कॉलेज में 100 बेड वार्ड के इंचार्ज डॉक्टर कफील को यूपी एसटीएफ ने सुबह गोरखपुर से गिरफ्तार किया।
पुलिस परसों से ही उनकी गिरफ्तारी की जुगत में लगी थी। डॉ. कफील के घर के साथ ही उनके अस्पताल में भी छापा मारा गया था, लेकिन पुलिस को सफलता नहीं मिल सकी। बीआरडी मेडिकल कालेज में बच्चों की मौत के मामले में फरार चल रहे आरोपी डाक्टर कफील को गिरफ्तार कर लिया गया है।
बाबा राघवदास मेडिकल कालेज में बच्चों की मौत के मामले में आरोपी डा.कफील को सहजनवां क्षेत्र में रिश्तेदार के घर से शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया है। एसटीएफ के एसएसपी मनोज तिवारी ने डा. कफील की गिरफ्तारी पुष्टि कर दी है। 10/ 11अगस्त की रात मेडिकल कालेज में बच्चों की मौत के मामले डा. कफील समेत नौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज है। डा. कफील की तलाश में लगातार छापेमारी चल रही थी। एसटीएफ के एसएसपी के मुताबिक शनिवार को उन्हें सहजनवां क्षेत्र में उनके रिश्तेदार के घर से गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ के बाद शाम तक एसटीएफ डा. कफील को गोरखपुर पुलिस के हवाले करेगी। रात में उनको गुलरिहा थाने में रखा जाएगा।
मेडिकल कालेज में बच्चों की मौत के मामले पूर्व प्राचार्य, उनकी पत्नी व डाक्टर कफील सहित नौ के खिलाफ मुकदमा दर्ज है। पूर्व प्राचार्य व उनकी पत्नी को मंगलवार को कानपुर से गिरफ्तार किया गया था। बाबा राघवदास मेडिकल कालेज में हुई बच्चों की मौत के मामले में फंसे डॉ. कफील खान के घर मंगलवार को सुबह पुलिस और मेडिकल विभाग की टीम ने एक साथ छापेमारी की। टीम की छापेमारी से वहां हड़कंप मच गया था लेकिन कफील का पता नहीं चला। इसके बाद कल डॉ.कफील खान के खिलाफ कल नान बेलेबल वारंट (NBW)जारी किया गया था। बीआरडी मेडिकल कालेज में बच्चों की मौत के मामले में प्रमुख आरोपियों में शामिल डॉ कफील के लखनऊ के विकासनगर से ही गिरफ्तारी की बात कही जा रही है। गोरखपुर पुलिस अभी इस मामले में कुछ भी नही बोल रही है।
डॉ. कफील के खिलाफ लखनऊ के हजरतगंज थाने में आईपीसी की धारा 409, 308, 120 बी, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के सेक्शन 8, इंडियन मेडिकल काउंसिल एक्ट 1956 के सेक्शन 15, सूचना तकनीकी अधिनियम सन 2000 के सेक्शन 66 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। तब से वह फरार चल रहे थे। उनके ऊपर बच्चों की मौत में गैरजिम्मेदारी बरतने, निजी प्रैक्टिस न करने का झूठा हलफानामा देने गबन करने और साजिश के आरोप हैं।
शुक्रवार को ही डॉ कफील के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हुआ था। जिसके बाद पुलिस ने कहा था कि अगर डॉ कफील सात दिन के अंदर सरेंडर नहीं करते हैं तो उनके घर की कुर्की की जाएगी। 100 बेड वार्ड के अधीक्षक रहे डॉ कफील खान के घर केस दर्ज होने के बाद से पुलिस छह बार दबिश दे चुकी थी। पुलिस ने उनकी पत्नी से बातचीत कर विवेचना में सहयोग की भी अपील की थी, लेकिन फरार डॉ. कफील सामने नहीं आए। हालांकि इस दौरान सोशल मीडिया के जरिए ही वह अपने को बेगुनाह बताते रहे। इस मामले में निलंबित प्रिंसिपल डॉ राजीव मिश्रा और उनकी पत्नी डॉ पूर्णिमा शुक्ला को गिरफ्तार कर 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजा जा चुका है। अब इस मामले में पुष्प सेल्स के मनीष भंडारी, कॉलेज के एनेस्थीसिया विभाग के हेड डॉ सतीश, और कॉलेज के कर्मचारी लिपिक सुधीर, उदय और संजय अभी भी फरार चल रहे हैं।
डीएम की रिपोर्ट में तो डॉक्टर कफील के ऊपर उंगली नहीं उठाई गई थी, लेकिन मुख्य सचिव की रिपोर्ट में मेडिकल कॉलेज के प्रिंसपल डॉक्टर राजीव मिश्रा, उनकी पत्नी डॉक्टर पूर्णिमा शुक्ला और एनस्थीसिया विभाग के अध्यक्ष ड़ॉक्टर सतीश, 100 बेड वार्ड के इंचार्ज डॉक्टर कफील सहित 9 लोगों का इसका जिम्मेदार बताया था। आरोपियों पर एफआईआर होने के बाद से सभी फरार चल रहे थे। मंगलवार को एसटीएफ ने कॉलेज प्रिंसपल और उनकी पत्नी को कानपुर से गिरफ्तार किया था। पूछताछ के बाद गुरुवार को उनको जेल भेज दिया गया. एसटीएफ डॉक्टर को कफील को अब मामले की जांच कर रहे सिविल पुलिस के एनक्वाइरी ऑफिसर को सौंप देगी। वह उनसे आगे की पूछताछ करेंगे।
पुलिस अधिकारी कफील की गिरफ्तारी कहाँ से दिखाई जाय इसको लेकर आपस मे विधिक परामर्श कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक एक अन्य नामजद आरोपी डॉ सतीश की भी जल्द सामने आने की चर्चा है। इस प्रकरण में एसएसपी ऑफ द रिकॉर्ड कुछ घंटों में स्थिति स्पष्ट होने की बात कह रहे है। जबकि बयान के बारे पूछने पर इस मामले किसी तरह की जानकारी से इनकार कर रहे हैं।
अब गोरखपुर पुलिस को उन्हें सौंप दिया जायेगा। मेडिकल की टीमों ने इसके पहले डॉक्टर के घर पर तलाशी ली थी। बताया जा रहा है कि कुछ अहम दस्तावेज और सामग्री को कब्जे में लिया गया था। बच्चों की मौतों के मामले में कफील पर भी मुकदमा दर्ज हुआ है।#GorakhpurTragedy: Uttar Pradesh STF arrests accused Dr Kafeel Khan from Gorakhpur.— ANI UP (@ANINewsUP) September 2, 2017
डॉ.कफील की तलाश में लखनऊ में छापेमारी
गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में बच्चों की मौत के मामले में नामजद आरोपित डॉ.कफील की तलाश में स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) ने शुक्रवार को राजधानी में कई स्थानों पर छापेमारी की।
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डॉ.कफील एसटीएफ के हाथ नहीं लग सका। एसटीएफ ने उनके कुछ रिश्तेदारों से पूछताछ की है। एसटीएफ ने शुक्रवार को विकासनगर व इंदिरानगर क्षेत्र में डॉ.कफील के छिपे होने की आशंका में संभावित स्थानों पर छापा मारा।
डा.कफील समेत अन्य आरोपियों के खिलाफ गैर जमानती वारंट
बीआरडी मेडिकल कॉलेज में 10 व 11 अगस्त को अधिक बच्चों की मौत होने के बाद गोरखपुर के जिलाधिकारी को जांच सौंपी गई थी। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य से लेकर कई अन्य जिम्मेदार डॉक्टरों को लापरवाही का तो दोषी माना गया था।
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ऑक्सीजन की कमी की बात सामने नहीं आई थी। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव की अध्यक्षता में जांच समिति गठित कर एक हफ्ते में रिपोर्ट मांगी थी।
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बच्चों की मौत के मामले में कई स्तरों पर अधिकारियों की उदासीनता और लापरवाही की बातें सामने आई थीं। ऑक्सीजन की आपूर्ति करने वाली फर्म ने कॉलेज आपूर्ति रोके जाने की बात भी कही थी।