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UP के स्पोट्र्स कॉलेजों में प्रवेश के लिए मिलेगा एक और मौका Gorakhpur News

स्पोट्र्स कॉलेजों में प्रवेश के लिए बच्चों को एक और मौका मिलेगा। इसके लिए 20 एवं 21 मार्च को गुरु गोविंद सिंह स्पोट्र्स कॉलेज लखनऊ में प्रारंभिक चयन परीक्षा आयोजित की जाएगी।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Wed, 11 Mar 2020 09:10 PM (IST)Updated: Thu, 12 Mar 2020 02:24 PM (IST)
UP के स्पोट्र्स कॉलेजों में प्रवेश के लिए मिलेगा एक और मौका Gorakhpur News
UP के स्पोट्र्स कॉलेजों में प्रवेश के लिए मिलेगा एक और मौका Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। प्रदेश के स्पोट्र्स कॉलेजों में प्रवेश के लिए बच्चों को एक और मौका मिलेगा। इसके लिए 20 एवं 21 मार्च को गुरु गोविंद सिंह स्पोट्र्स कॉलेज, लखनऊ में प्रारंभिक चयन परीक्षा आयोजित की जाएगी।

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परीक्षा के चलते बच्‍चे नहीं हो पाए थे शामिल

वीर बहादुर सिंह स्पोट्र्स कॉलेज के प्रधानाचार्य अरुणेंद्र पांडेय ने बताया कि स्पोट्र्स कॉलेज गोरखपुर, स्पोट्र्स कॉलेज लखनऊ एवं मेजर ध्यानचंद स्पोट्र्स कॉलेज सैफई में प्रवेश के लिए एक बार ट्रायल आयोजित हो चुका है। मंडल स्तर पर ये चयन 10 फरवरी से पांच मार्च तक आयोजित हुए थे। पर, इस दौरान कक्षा पांच की वार्षिक परीक्षाएं होने के कारण कई बच्चे चयन परीक्षा में शामिल नहीं हो सके थे। ऐसे बच्चों को एक और मौका दिया जा रहा है।

इन खेलों के लिए होगा चयन

20 मार्च को स्पोट्र्स कॉलेज लखनऊ में हॉकी, वॉलीबाल, बैडमिंटन, क्रिकेट एवं जूडो के लिए तथा 21 मार्च को एथलेटिक्स, फुटबाल, कबड्डी, तैराकी, जिम्नास्टिक एवं कुश्ती के लिए चयन किया जाएगा। इसके लिए आवेदन स्पोट्र्स कॉलेज से प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि एक और मौका देने के कारण मुख्य चयन परीक्षा की तिथि में भी परिवर्तन किया गया है। मुख्य चयन 17 से 22 मार्च के स्थान पर 13 से 18 अप्रैल तक होगी।

मूल्यांकन में न करें गलतियां, जुड़ा है छात्रों का भविष्य

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद ने उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में हर हाल में सावधानी बरतने का फरमान जारी किया है। बोर्ड ने चेताया है कि बीते वर्षों में परीक्षकों ने मूल्यांकन के दौरान कई गंभीर त्रुटियां कीं। कई परीक्षकों पर न्यायालय से 50 हजार रुपये तक अर्थदंड भी लगे। इससे बोर्ड की भी किरकिरी हुई। ऐसे में मूल्यांकन कार्य में गंभीरता बरती जानी चाहिए। जिससे गलतियों की पुनरावृत्ति न होने पाए क्योंकि परीक्षक की छोटी लापरवाही छात्र का भविष्य प्रभावित कर सकती है।

बोर्ड ने निर्देश में स्पष्ट कहा है कि कॉपियों के मूल्यांकन का पूरा दायित्व उप प्रधान परीक्षक व सहायक परीक्षकों पर होता है। ऐसे में मूल्यांकन के प्रत्येक स्तर का कार्य सतर्कता व सावधानी से किया जाए। खासकर अंक चढ़ाते समय पूरी तत्परता बरतने की जरूरत है। बोर्ड ने परीक्षकों को आगाह किया है कि जान बूझकर ड्यूटी से अनुपस्थित रहने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। परिषदीय परीक्षाओं से संबंधित कार्य को शिक्षकों व कर्मचारियों की सेवा का अंग माना गया है। संबंधित को जनहित में ड्यूटी से अनुपस्थित माना जाएगा तथा उनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी।


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