Good News : सीएम सिटी में बनेगा UP का दूसरा साइंस पार्क Gorakhpur News
गोरखपुर के वीर बहादुर सिंह नक्षत्रशाला परिसर में प्रदेश का दूसरा साइंस पार्क बनने जा रहा है। शासन ने इसके लिए एक करोड़ 75 लाख रुपये की धनराशि स्वीकृत कर दी है।
गोरखपुर, डॉ. राकेश राय। विज्ञान में रुचि और जिज्ञासा रखने वाले पूर्वांचल के बच्चों के लिए अच्छी खबर है। उनके लिए गोरखपुर के वीर बहादुर सिंह नक्षत्रशाला परिसर में प्रदेश का दूसरा साइंस पार्क बनने जा रहा है। पहला पार्क गाजियाबाद में है। शासन ने इसके लिए एक करोड़ 75 लाख रुपये की धनराशि स्वीकृत कर दी है।
विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग ने भेजा था प्रस्ताव
विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के क्षेत्रीय केंद्र की ओर से करीब दो साल पहले पार्क का प्रस्ताव शासन को भेजा गया था। 'खेल-खेल में सीखो विज्ञान' की थीम पर तैयार प्रस्ताव में विज्ञान के सिद्धांतों पर आधारित खेल उपकरणों, दुर्लभ जानवरों की आकृति और प्राचीन व समकालीन भारतीय वैज्ञानिकों की खोज की प्रस्तुति को शामिल किया गया था। तोडफ़ोड़ और फिर जोड़ से नई आकृति बनाने का विज्ञान सिखाने की व्यवस्था भी प्रस्ताव का हिस्सा थी।
नगर विधायक ने भी किया था प्रयास
पार्क के प्रस्ताव को लेकर शासन की सुस्ती की जानकारी नगर विधायक डॉ.राधा मोहन दास अग्रवाल को हुई तो छह महीने पहले उन्होंने न केवल प्रस्तावित स्थल का मौका-मुआयना किया बल्कि उप मुख्यमंत्री व विज्ञान प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. दिनेश शर्मा से मुलाकात भी की। इस उपलब्धि में नगर विधायक की भूमिका को भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
आउटडोर और इनडोर में बंटा होगा पार्क
एक एकड़ भूभाग में बनने वाला साइंस पार्क दो भागों में बंटा होगा-आउटडोर और इनडोर। वैज्ञानिक सिद्धांतों पर आधारित आउटडोर पार्क में ग्रेविटी चेयर, रूलिंग डिस्क, इको ट्यूब, वल्र्ड क्लॉक, म्यूजिकल बाक्स, रिवाल्विंग पेरीस्कोप, रेडियो टेलिस्कोप, डीएनए मॉडल, सिंपेथेटिक स्विंग, पेंडुलम जैसे दो दर्जन से अधिक वैज्ञानिक उपकरण खिलौने के रूप में मौजूद होंगे। इनडोर साइंस पार्क में तीन गैलरियां होंगी, जिनमें अंतरिक्ष विज्ञान की प्राचीन से लेकर अद्यतन जानकारी प्रायोगिक तौर पर ब'चों को मिलेगी।
नक्षत्रशाला परिसर में साइंस पार्क की स्वीकृति शासन से मिल गई है। धनराशि मिलते ही निर्माण शुरू कर दिया जाएगा। पहले चरण में आउटडोर पार्क बनाया जाएगा तो दूसरे चरण में इनडोर। - महादेव पांडेय, वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी, क्षेत्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी केंद्र, गोरखपुर।