Good News: जेब खाली होने पर भी यूपी की बसों में ले सकेंगे टिकट, यात्री अपना सकते हैं यह खास तरीका
बिना कैश के भी गोरखपुर व उत्तर प्रदेश के सभी शहरों में चलने वाली बसों में यात्रा कर सकेंगे। परिवहन निगम ने गोरखपुर डिपो की बसों में ऑनलाइन पेमेंट कर टिकट खरीदने की व्यवस्था शुरू की है। इससे यात्रियों के साथ ही परिचालकों को भी राहत मिलेगी।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। रोडवेज की बस में यात्रा के दौरान अब जेब में पैसे व एटीएम कार्ड लेकर चलने की जरूरत नहीं है। यात्री अब पेटीएम, गूगल पे, भीम एप और यूपीआइ (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) आदि से किराये का आनलाइन भुगतान कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें सिर्फ परिचालक की एंड्रायड टिकट मशीन के क्यूआर कोड पर स्कैन करना होगा। परिवहन निगम ने गोरखपुर डिपो की बसों में यह व्यवस्था शुरू कर दी। एंड्रायड टिकट मशीन से डेबिट व क्रेडिट कार्ड से पहले से ही किराए का भुगतान हो रहा है।
एंड्रायड टिकट मशीन से निकाला जाएगा टिकट
नई व्यवस्था में आनलाइन पेमेंट होने के साथ ही एंड्रायड टिकट मशीन से टिकट भी निकल जाएगा। यह टिकट ही मान्य होगा, जिस पर यात्रियों की संख्या, डेट, समय, बस नंबर, रूट, डिपो, दूरी और हेल्पलाइन नंबर आदि पूरा विवरण दर्ज रहेगा। गोरखपुर डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक महेश चंद्र ने पहले दिन परिचालकों को एंड्रायड टिकट मशीन के क्यूआर कोड के माध्यम से किराये के भुगतान के लिए प्रशिक्षित किया। यह प्रशिक्षण लगातार चलता रहेगा। गोरखपुर डिपो सहित परिवहन निगम की यह सुविधा उत्तर प्रदेश में चलने वाली सभी बसों में मिलने लगी है। यात्रियों को तो सहूलियत मिलेगी ही, परिचालकों की कार्यप्रणाली भी आसान हो जाएगी।
परिचालकों और यात्रियों के बीच नहीं होगा विवाद
पैसे और टिकट को लेकर परिचालकों और यात्रियों के बीच होने वाली किचकिच तो समाप्त होगी ही, बसों के विलंबन से भी मुक्ति मिलेगी। परिवहन निगम की इस व्यवस्था में गोरखपुर परिक्षेत्र के करीब 750 परिचालकों को इलेक्ट्रानिक टिकट मशीन (ईटीएम) की जगह हाईटेक एंड्रायड टिकट मशीन दे दी गई है। मशीनों को चार्ज करने के लिए डिपो परिसर में नए प्वाइंट बनाए गए हैं। एक बार चार्ज होने के बाद मशीनें पूरे दिन चलती हैं।
एंड्रायड टिकट मशीनों से होती रहेगी बसों की निगरानी
एंड्रायड टिकट मशीनों से बसों की निगरानी भी होती रहेगी। बस कहां पहुंची और कितने यात्रियों का टिकट बना है। दफ्तर में बैठे अधिकारी अपने सिस्टम पर देखते रहेंगे। आवश्यकता पड़ने पर परिचालकों और चालकों को निर्देशित भी करते रहेंगे। इससे परिचालकों और चालकों की मनमानी पर भी अंकुश लगेगा।
क्या कहते हैं अधिकरी
परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक पीके तिवारी ने बताया कि यात्रियों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से परिचालकों को एंड्रायड टिकट मशीनें उपलब्ध करा दी गई हैं। यात्री डेबिट और क्रेडिट कार्ड के अलावा अब भीम, पेटीएम, गूगल पे और यूपीआइ से भी किराये का भुगतान कर सकते हैं। टिकटों की बुकिंग प्रक्रिया सुविधाजनक और पारदर्शी होगी।