Coronavirus : UP डीजीपी ने नेपाल सीमा की स्थिति पर मांगी रिपोर्ट Gorakhpur News
Coronavirus पर UP के डीजीपी ने नेपाल से लगने वाली गोरखपुर जोन की सीमा की स्थिति पर एडीजी जोन दावा शेरपा से 26 बिंदुओं पर रिपोर्ट मांगी है।
गोरखपुर, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने कोरोना वायरस को लेकर नेपाल से लगने वाली जोन की सीमा की स्थिति पर एडीजी जोन दावा शेरपा से 26 बिंदुओं पर रिपोर्ट मांगी है। दोनों देशों की खुली सीमा से आवाजाही रोकने और सीमाई इलाके में तैनात पुलिस कर्मियों तथा एसएसबी जवानों को संक्रमण से बचाने के लिए किए गए उपायों के बारे में उन्होंने खासतौर से जानकारी मांगी है।
नेपाल से सटी है गोरखपुर जोन के छह जिलों की सीमा
गोरखपुर जोन के छह जिलों कुशीनगर, महराजगंज, सिद्धार्थनगर, बहराइच, बलरामपुर और श्रावस्ती की सीमा नेपाल से लगती है। एक देश से दूसरे देश में आने जाने के लिए अधिकृत रास्ते निर्धारित हैं, लेकिन सीमाई इलाके में दोनों देशों के लोगों को रोजमर्रा की जरूरतें पूर करने के लिए दिन में कई बार एक देश से दूसरे देश में आना-जाना पड़ता है। इसके लिए लोगों ने अपनी सुविधा के हिसाब से पगडंडी रास्ते बना रखे हैं। अधिकृत रास्तों से आने-जाने वालों को डॉक्टरों की टीम के परीक्षण करने के बाद ही आगे जाने दिया जा रहा है लेकिन पगडंडी रास्तों पर इस तरह की व्यवस्था न होने की वजह से संक्रमण फैलने की आशंका काफी अधिक है। इसी को देखते हुए डीजीपी ने सीमा की स्थिति पर रिपोर्ट मांगी है।
नियमित हो रही है गश्त
इस संबंध में भेजे गए पत्र में डीजीपी ने पूछा है कि सीमाई इलाके में तैनात पुलिस वालों के लिए मास्क की भरपूर व्यवस्था है कि नहीं। खुली सीमा से आवाजाही रोकने के लिए किसी तरह की व्यवस्था की गई। सीमाई इलाके में गश्त करने वाली डायल 112 की गाडिय़ों की नियमित साफ-सफाई कराई जा रही है कि नहीं। पुलिस वालों को संक्रमण से बचने के लिए प्रशिक्षित किया गया है कि नहीं। सीमा की सुरक्षा में तैनात एसएसबी जवानों को संक्रमण से बचाने के लिए किए गए उपायों के बारे में भी डीजीपी ने रिपोर्ट मांगी है।