CM Yogi Adityanath: डा. वाईडी की प्रतिमा का किया अनावरण, बोले- इंसेफलाइटिस से नौनिहालों को बचाने में दिखाई राह
सीएम ने कहा कि गन्ना पिराई के साथ-साथ बिजली उत्पादन भी कर रहे हैं। हमारी पहली प्राथमिकता है कि सभी साक्षर हों। अटल आवासीय विद्यालय इसी सत्र में शुरू कर दिया जाएगा जहां बच्चों को रहने खाने और पढ़ाई आज की व्यवस्था अच्छे ढंग से की जाएगी।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि डा. वाईडी सिंह ने गोरखपुर में पूर्वांचल में कहर बरपाने वाली इंसेफलाइटिस से नौनिहालों को बचाने के लिए नई राह दिखाई। इस जानलेवा बीमारी को लेकर उनकी चिंता की ही देन है इस बीमारी की रोकथाम के लिए सरकार ने कदम उठाए और इसके सकारात्मक नतीजे सामने आए। अभिशाप बन चुकी यह बीमारी अब पूरी तरह नियंत्रित हो चुकी है।
पूर्व एमएलसी की प्रतिमा का किया अनावरण
मंगलवार को दुबौलिया के धर्मपुर स्थित एडीएकेडमी में पूर्व एमएलसी डा.वाईडी सिंह की प्रतिमा का अनावरण और विद्यालय भवन का लोकार्पण करने के बाद आयोजित समोराह को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने वाईडी सिंह की स्मृतियों से संग्रहित पुस्तक का विमोचन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि वाईडी सिंह ने गोरखपुर में बीएससी की पढ़ाई की और कानपुर मेडिकल कालेज से एमबीबीएस किया। कहीं और जाने की वजह कर्मस्थली को ही सेवा का स्थल बनाया। सह आचार्य के रूप में सफर शुरू किया और विभागाध्यक्ष एवं प्रधानाचार्य के रूप में बीआरडी मेडिकल कालेज गोरखपुर को एक ऊंचाइयां दीं।
नेपाल से भी आते थे इलाज कराने
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि संवेदनशील चिकित्सक के रूप में पूर्वी उत्तर प्रदेश के लाखों बच्चों के जीवन को बचाने के लिए अपने स्तर पर जो उन्होंने प्रयास किया उन्हें शब्दों में व्यक्त नहीं कर सकता। अपने पास से पैसा लगाकर विभाग को समृद्ध बनाया। इलाज कराने के लिए लोग उनके पास नेपाल, बलिया, कुशीनगर से आते थे। यहां लंबी लाइन होने के चलते लोग कभी-कभी मुझसे भी फोन कराते थे। उन्होंने अपने दायित्वों का निर्वहन करने के साथ एक समाजसेवी के रूप में मेडिकल कालेज में अपनी सेवाएं दी।
विमोचन भी किया
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जिस महामानव के मूर्ति एवं उनकी स्मृतियों को संग्रहित करने वाली एक ग्रंथ का विमोचन करने का कार्य संपन्न हुआ। वह गोरखपुर बस्ती सहित नहीं बल्कि पूरे पूर्वांचल के हर व्यक्ति के जुबान पर चर्चा में रहे। बस्ती जनपद उनकी जन्मभूमि और गोरखपुर कर्म साधना का क्षेत्र रहा। आजादी महोत्सव में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था विकसित भारत का निर्माण करना है तो लोगों को अपने दायित्व को समझना पड़ेगा और उसे ईमानदारी के साथ निभाना पड़ेगा उनकी बातों की झलक डाक्टर वाईडी. सिंह के व्यक्तित्व में झलकती थी।
मेडिकल कालेज का नामकरण किया
स्नातक प्रतिनिधि के रूप में विकास कार्यों के लिए वो सदन में आवाज उठाते रहते थे। महर्षि वशिष्ठ ने राम राज्य की स्थापना के लिए इसी धरा पर एक संकल्प लिया था जिसका मध्यम पुरुष मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम बने थे। हमारी सरकार ने महर्षि वशिष्ठ के नाम पर मेडिकल कालेज का नामकरण किया।
जनकपुर तक राजमार्ग बनाने का काम तेजी से चल रहा
राम जानकी मार्ग अयोध्या से लेकर सीतामढ़ी तक एवं जनकपुर तक राजमार्ग बनाने का कार्य तेजी से चल रहा है। बस्ती में मुंडेरवा स्थित चीनी मिल चल गई है, जहां एक समय में 50 हजार कुंतल गन्ने की जरूरत पड़ेगी। यही नहीं अब बस्ती की बनी हुई चीनी पूरी दुनिया में जाएगी और धूम मचाएगी। वहीं एथलान प्लांट भी लगाया जा रहा है।
अयोध्या में इंटरनेशनल हवाई अड्डा इस साल शुरू हो जाएगा
देश विदेश जाने के लिए अब आप लोगों को गोरखपुर लखनऊ जैसे शहरों में नहीं जाना पड़ेगा आप के बगल अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। वर्ष के अंत तक वहां भी उड़ाने शुरू हो जाएंगी। बस्ती के विकास के लिए ढेर सारी योजनाएं लाई जा रही हैं बस नौजवानों में दृढ़ संकल्प होना चाहिए नौजवानों को इसके लिए तैयार होना पड़ेगा।
इस मौके पर डा. गीता दत्त सिंह, हरैया विधायक अजय सिंह, विधान परिषद सदस्य ध्रुव चंद त्रिपाठी एवं धर्मेंद्र सिंह, भाजपा जिला अध्यक्ष महेश शुक्ला, जिला पंचायत अध्यक्ष संजय चौधरी, अशोक सिंह, इं स्वेतांक शेखर सिंह एवं लेखक नवनीत मिश्र मौजूद थे। मंच का संचालन मानवी सिंह ने किया था