UP BOARD: परीक्षा केंद्र के मानक में फिर हुआ बदलाव
यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा 2021 में कोरोना के मद्देनजर पहले एक कक्ष में छात्रों के बीच 36 वर्ग फीट की दूरी तय हुई थी इसे घटाकर 25 वर्ग फीट कर दिया गया है। एक कक्ष में 22 से 23 छात्र या छात्राएं बैठ सकते हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। यूपी बोर्ड ने परीक्षा केंद्र को लेकर बड़ा बदलाव किया है। इस बार केंद्र की क्षमता, दो परीक्षार्थियों के बीच की दूरी समेत कई नियमों को बदला गया है। इस बदलाव से सबसे अधिक उन स्कूलों को झटका लगा है जो केंद्र बनाए जाने का इंतजार कर रहे थे। संशोधित मानक के अनुसार पिछले वर्ष के मुकाबले परीक्षा केंद्रों की संख्या नहीं बढ़ाई जाएगी।
यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा 2021 में कोरोना के मद्देनजर पहले एक कक्ष में छात्रों के बीच 36 वर्ग फीट की दूरी तय हुई थी, इसे घटाकर 25 वर्ग फीट कर दिया गया है। मानक बदलने से एक कक्ष में 22 से 23 छात्र या छात्राएं बैठ सकते हैं। इससे परीक्षा केंद्रों की संख्या में कमी आएगी और उनका पर्यवेक्षण आसानी से हो सकेगा। इससे कक्ष निरीक्षकों की कमी से जूझ रहे विद्यालयों को भी राहत मिलेगी। पिछले साल गोरखपुर में करीब 211 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। कोविड-19 की वजह से इस बार केंद्र निर्धारण का नियम बदला गया था। नए नियम से अ'छे स्कूल केंद्र बनने से वंचित हो रहे थे, जबकि पूर्व में ब्लैक लिस्टेट हुए स्कूलों को केंद्र बनने की राह आसान हो गई थी। डीआईओएस ज्ञानेन्द्र प्रताप सिंह भदौरिया का कहना है कि कोई भी ब्लैक लिस्टेड स्कूल को सेंटर नहीं बनाया जाएगा। नई नियमावली आ गई है इसके हिसाब से बहुत जल्द सेंटर का निर्धारण कर लिया जाएगा।
यह हुआ है बदलाव
जिन कालेजों की धारण क्षमता एक पाली में 150 से कम होगी उन्हेंं पहले केंद्र न बनाने का निर्देश था, अब इसे खत्म कर दिया गया है। पहले दोनों पालियों में आवंटित परीक्षार्थियों की संख्या न्यूनतम 150 व अधिकतम 800 थी, अब इसे बढ़ाकर न्यूनतम 250 व अधिकतम 1200 कर दी गई है। पहले हर परीक्षार्थी के लिए 36 वर्ग फीट क्षेत्रफल निर्धारित था, अब हर परीक्षार्थी के बीच 25 वर्ग फीट की दूरी होगी। विद्यालय में फर्नीचर व भौतिक संसाधन का दायरा घटाकर 25 वर्ग फीट किया गया है।