मेहनत की कमाई, नौकरी की लालच में गंवाई Gorakhpur News
रेंज के गोरखपुर देवरिया और महराजगंज में वर्ष 2019 से आई 325 शिकायतों में से महज 81 में मुकदमा दर्ज हो सका। कुशीनगर में कोई मामला नहीं मिला। ये पुलिस का आंकड़ा है।
गोरखपुर, जेएनएन। नौकरी के लालच में युवा घर की गाढ़ी कमाई भी गंवा दे रहे हैं। जरूरतमंदों को जालसाज न केवल बातचीत के जरिये बल्कि कई बार फर्जी नियुक्ति पत्र तक थमाकर झांसा दे रहे हैं। फर्जीवाड़े का पता चलने पर युवा अपने रुपये वापस पाने के लिए थानों के चक्कर लगाकर थक जा रहे, लेकिन जालसाज पकड़े नहीं जा रहे।
ऐसे ठगे गए लोग
गुलरिहा के भटहट निवासी संतोष शर्मा को जालसाजों ने स्वास्थ्य विभाग में नौकरी दिलाने का झांसा देकर 38 हजार रुपये ठग लिए। फर्जी नियुक्ति पत्र लेकर जब वह लखनऊ कार्यालय में ज्वाइन करने पहुंचे तब जाकर उन्हें ठगी का पता चला। एक सप्ताह पहले उन्होंने गुलरिहा थाने में तहरीर दी है। इसी तरह से गुलरिहा के ही अतरौलिया निवासी गिरजेश शर्मा और भटहट के विधाता कुमार को जालसाजों ने 60-60 हजार रुपये में आरटीओ विभाग में नौकरी का झांसा दिया। पीडि़तों ने आरोपित बरगदही निवासी डाक्टर को पुलिस के हवाले कर दिया, लेकिन पुलिस ने समझौता कराकर उसे छोड़ दिया।
325 शिकायतों में सिर्फ 81 मामले में मुकदमा
जालसाजी के इन प्रकरणों में पुलिस अगर मुकदमा दर्ज भी कर ले तो आरोप पत्र दाखिल करने में रुचि नहीं ले रही। दरअसल ऐसे मामलों में आमतौर पर धोखाधड़ी, जालसाजी और अमानत में खयानत की धाराओं में मुकदमा दर्ज होता है, जिसमें सात साल से कम सजा का प्रावधान है जिससे आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हो पाती। रेंज के गोरखपुर, देवरिया और महराजगंज में वर्ष 2019 से आई 325 शिकायतों में से महज 81 में मुकदमा दर्ज हो सका। कुशीनगर में कोई मामला नहीं मिला।
यहां पर मिलीं शिकायतें
गोरखपुर जिले में कुल 163 शिकायतें मिली पर सिर्फ 47 मामलों में ही मुकदमा दर्ज हो पाया। इसी तरह से देवरिया में 75 शिकायतों में 14 मामले में मुकदमे और महराजगंज जनपद में कुल 87 शिकायतों में सिर्फ 20 पीडि़तों का मुकदमा दर्ज किया गया है।
घटनाएं काफी गंभीर
इस संबंध में डीआइजी रेंज राजेश मोदक का कहना है कि यह घटनाएं गंभीर हैं। जिन मामलों में मुकदमा दर्ज है, उनकी स्थिति पता कराकर आगे की कार्रवाई कराई जाएगी। कानून के दायरे में रहकर रुपये वापस कराने का भी प्रयास किया जाएगा।