फर्जी शैक्षिक अभिलेखों पर नौकरी कर रहे दो शिक्षक बर्खास्त
बीएसए संतोष कुमार राय का कहना है कि फर्जी शैक्षिक अभिलेखों के आधार पर नौकरी करने वाले दोनों शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है। इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए संबंधित खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया गया है।
गोरखपुर, जेएनएन। देवरिया में बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी शैक्षिक अभिलेखों पर नौकरी कर रहे दो शिक्षकों को बीएसए संतोष कुमार राय ने बर्खास्त कर दिया। एक मामला एसटीएफ की जांच में तो दूसरा शिकायत पर जांच के बाद पकड़ में आया।
इशरावती ने लगाया था फर्जी प्रमाण पत्र
रामपुर कारखाना विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय मेहरौना में इशरावती देवी प्रधानाध्यापक के पद पर तैनात थी। बीएसए कार्यालय की तरफ से सभी शैक्षिक अभिलेखों की प्रति एसटीएफ लखनऊ
को उपलब्ध कराई गई। इशरावती ने राजकीय बालिका दीक्षा विद्यालय प्रतापगढ़ से वर्ष 1992 में बीटीसी उत्तीर्ण होने का प्रमाण पत्र कूटरचित तरीके से तैयार किया। जिसका रोल नंबर 1721 है। परीक्षा नियामक प्राधिकारी उप्र प्रयागराज के सत्यापन में पता चला कि यह प्रमाण पत्र विमला देवी पुत्री शिवचरण के नाम से जारी हुआ है।
उमेश यादव की बीए और बीएड की डिग्री फर्जी
वहीं भटनी विकास खंड के पूर्व माध्यमिक विद्यालय गरबैसी में सहायक अध्यापक उमेश यादव का स्नातक व बीएड का प्रमाण पत्र फर्जी निकला। उन्होंने दीदउ गोरखपुर विश्वविद्यालय से वर्ष 1990 में स्नातक व 2001 में बीएड पास होने का प्रमाण पत्र लगाया था। सत्यापन में पता चला कि जिस रोल नंबर से दोनों प्रमाण पत्र जारी हुए हैं। उस पर दूसरे का नाम अंकित है। स्नातक प्रमाण पत्र पर इबरत अली पुत्र युसुफ अली व बीएड प्रमाण पत्र पर आशीष कुमार उमर वैश्य का नाम अंकित है। बीएसए की तरफ से दोनों फर्जी शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा गया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार राय का कहना है कि फर्जी शैक्षिक अभिलेखों के आधार पर नौकरी करने वाले दोनों शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है। इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए संबंधित खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया गया है। अब तक दिए गए वेतन की भी उक्त दोनो से रिकबरी की जाएगी।
जांच में शिक्षक व शिक्षामित्र अनुपस्थित मिले
खंड शिक्षा अधिकारी बीरबल राम ने प्राथमिक विद्यालय पडरी गजराज का मंगलवार को निरीक्षण किया। प्रधानाध्यापक समेत दो शिक्षामित्र व एक सहायक अध्यापक अनुपस्थित पाए गए। उन्होंने कठोर चेतावनी देते हुए विभागीय कार्रवाई के लिए बीएसए को पत्र लिखा है। उन्होंने बताया कि विद्यालय में केवल सहायक अध्यापक शारदा यादव उपस्थित मिलीं। प्राथमिक विद्यालय बौली पिपरा चौराहा ,प्राथमिक विद्यालय भेडि़हरवा टोला व प्राथमिक विद्यालय मठ लार पर सभी अध्यापक व शिक्षा मित्र उपस्थित पाए गए। प्राथमिक विद्यालय मठ लार के प्रधानाध्यापक अजय वर्मा ने कंपोजिट ग्रांट की धनराशि से बच्चों के बैठने के लिए अच्छा फर्नीचर बनवाया है। उनकी सराहना की गई।