दो सिपाहियों पर धारदार हथियार से हमला
कुशीनगर के खड््डा कस्बा में कांशीराम आवास के पास धारदार हथियार लेकर टहल रहा था युवक हमला करने के बाद उसका साथी फरार हो गया सिपाही सीओ कार्यालय में बयान दर्ज कराने के बाद लौट रहा था पकड़ने आए दूसरे सिपाही को भी आरोपित ने हमला कर किया घायल
कुशीनगर: खड्डा कस्बे में कांशीराम आवास के पास पडरौना मार्ग पर शनिवार को बाइक सवार सिपाही की गर्दन पर युवक ने अचानक धारदार हथियार से हमला कर दिया। इसके बाद हाथ में हथियार (बकुआ) लिए मौके पर घूमता रहा, इस दौरान जुटी भीड़ डर के मारे उसे पकड़ने का साहस नहीं जुटा सकी। उसी समय गश्त पर निकले दूसरे सिपाही ने आरोपित को पकड़ लिया, हालांकि युवक ने उसपर भी हमला किया जिससे वह भी लहूलुहान हो गया। सीओ व एसएचओ सिपाहियों के साथ मौके पर पहुंचे। आरोपित को हिरासत में लिए। घायल सिपाहियों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है।
बताया जा रहा है कि पुलिस लाइन में तैनात सिपाही मासूम अली बाइक से सुबह सीओ खड्डा कार्यालय में बयान दर्ज कराने गए थे। दोपहर में डेढ़ बजे लौटते समय कांशीराम आवास के पास पहुंचे ही थे कि सड़क पर खड़े दो युवकों को देख बाइक की गति धीमी कर लिए। इस दौरान एक युवक ने बकुआ से सिपाही के गले पर प्रहार कर दिया। वह सड़क पर गिर पड़े, हमलावर के साथ का युवक फरार हो गया। इसी समय गश्त पर निकले खड्डा थाने में तैनात सिपाही प्रेम नारायण शर्मा शोर सुनकर मौके पर पहुंचे, थाने को सूचना दी और साहस दिखाते हुए हमलावर को पकड़ लिए। इस दौरान हमलावर ने उन पर भी हमला कर दिया, उनके हाथ व कंधे पर चोट आई है। सीओ संदीप वर्मा, एसएचओ धनवीर सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। हमलावर की पहचान रजनू पुत्र जयसू, निवासी धर्मदासपुर, थाना कूड़ेभार, जिला सुल्तानपुर के रूप में हुई। वह कस्बे में बन रहे तहसील भवन में मजदूरी करता है।
एएसपी रितेश सिंह ने बताया कि हमलावर मानसिक रूप से अस्वस्थ लग रहा है। एसपी धवल जायसवाल ने बताया कि उसने हमला क्यों किया, अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। इसकी जानकारी की जा रही है। फरार दूसरे युवक की तलाश में छापेमारी की जा रही है।
सुबह से ही कह रहा था मुझे हो जाएगी फांसी
रजनू एक माह से निर्माणाधीन तहसील भवन में मजदूरी कर रहा था। उसके सहकर्मी वीरेंद्र ने बताया कि वह सामान्य रूप से काम करता था। शुक्रवार की दोपहर तक वह चुपचाप बैठा रहा। दोपहर बाद दीवार की तराई किया। शनिवार की सुबह से ही वह कह रहा था कि उसको फांसी हो जाएगी। उसे कोई जान से मार देगा। सिपाही के ऊपर जानलेवा हमला के बाद वह अपने साथ के मजदूरों की तरफ भी धारदार हथियार लेकर दौड़ा। मजदूर भाग कर अपनी जान बचाए। उसके साथ काम करने वाले लोग हतप्रभ हैं।