बेटी की शादी को लेकर परेशान दंपती ने खाया जहरीला पदार्थ, मौत Gorakhpur News
दंपती की दो बेटियां हैं। बड़ी बेटी की शादी काफी दिन पहले ही हो चुकी है । छोटी बेटी की शादी होनी है। बेटा पुनीत पाल की शादी 6 माह पहले हुई थी। अब सिर्फ बेटी रिया की शादी की चिंता थी।
गोरखपुर, जेएनएन। बस्ती जिले के लालगंज थानाक्षेत्र के कुम्हिया गांव निवासी 60 वर्षीय सुरेश पाल व उनकी पत्नी 58 वर्षीय सुमित्रा पाल ने मंगलवार को जहर खाकर जान दे दी। दंपती की मौत की वजह आर्थिक तंगी बताई जा रही है। दंपती अपने पुत्र पुनीत, बहू कंचन तथा बेटी रिया के साथ रहते थे। घटना के समय बेटा काम पर चला गया था, बहू अपने कमरे में थी। जबकि बेटी अपने मामा के घर गई थी।
परिजनों व ग्रामीणों के अनुसार बेटी रिया की शादी के लिए पैसों की व्यवस्था नहीं हो पा रही थी जिसकी वजह से आए दिन परिवार में झगड़ा भी होता था। बात इतनी बढ़ गई कि दोनों ने मंगलवार की रात जहरीला पदार्थ खाकर खुद को कमरे को बंद कर लिया। जब कमरे का दरवाजा नहीं खुला तो पड़ोसियों ने रात करीब दस बजे डायल100 को सूचना दी। मौके पर पहुंची लालगंज पुलिस ने दरवाजा तोड़वाया तो दंपती की मौत की जानकारी हुई। दोनों के शव बाहर निकाले गए। देर रात पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा भी कुम्हिया गांव पहुंचे तथा घटना की जानकारी ली।
दंपती की दो बेटियां हैं। बड़ी बेटी की शादी काफी दिन पहले ही हो चुकी है । छोटी बेटी की शादी होनी है। बेटा पुनीत पाल की शादी 6 माह पहले हुई थी। अब सिर्फ बेटी रिया की शादी की चिंता सता रही थी। आर्थिक तंगी को लेकर आए दिन दंपती अक्सर लड़ते झगड़ते रहते थे। बेटा पुनीत किसी दवा कंपनी में एमआर है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। थानाध्यक्ष लालगंज संजय कुमार ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का लग रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा।
दो दशक पहले विदेश में काम करते थे सुरेश
सुरेश पाल दो दशक पहले सउदी अरब में रह कर कमाई करते थे। तब घर की स्थिति काफी अच्छी थी। बाद में घर आ कर रहने लगे। आय का जरिया बंद हो जाने के कारण आर्थिक स्थिति खराब होने लगी तथा बेटी की शादी की चिंता सताने लगी। इस बात की चर्चा वह अपने सगे संबंधियों और परिवार के लोगों से भी करते थे।
मंगलवार की सुबह नास्ता करने के बाद सुरेश पाल व उनकी पत्नी सुमित्रा पाल अपने कमरे में आराम करने लगे। दोपहर के समय जब उनकी बहू ने भोजन के लिए बुलाया तो उन लोगों ने भोजन न करने की बात कहते हुए कहा कि अभी आराम करने दो। शाम को जब बेटा पुनीत घर आने के बाद माता-पिता को पुनः भोजन करने के लिए बुलाने गया तो कमरे का दरवाजा नहीं खुला। न ही अंदर से कोई आवाज आई। पास पड़ोस के काफी लोग एकत्र हो गए। लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने दरवाजा तोड़वाया तो दोनों लोग कमरे में मृत पड़े थे। बगल में सल्फास की डिब्बी भी मिली।