सीएम सिटी का हाल : कहने को पूरा जिला ओडीएफ, हकीकत शर्मसार करने वाली
गोरखपुर शहर के बाहरी इलाके की स्थिति बेहद खराब है। जिले को ओडीएफ घोषित किया जा चुका है पर शहर में ही खुले में लोग शौच को जाने को मजबूर हैं।
By Edited By: Published: Fri, 18 Jan 2019 07:10 AM (IST)Updated: Fri, 18 Jan 2019 10:18 AM (IST)
गोरखपुर, जेएनएन। सीएम सिटी के बाहरी इलाके में स्थित वार्ड नंबर चार मानबेला एक नहीं बल्कि अनेक समस्याओं से जूझ रहा है। आश्चर्यजनक बात यह है कि गोरखपुर को ओडीएफ घोषित किया जा चुका है। यहां की स्थिति देखने के बाद तो यही लगेगा कि शहर के तमाम बाहरी वार्डो में लोग खुले में शौच करने को मजबूर हैं।
यदि यह शहर है तो भला गांव में क्या स्थिति होगी। क्या इसी को ओडीएफ कहते हैं। कहीं साफ-सफाई तो कहीं सड़क की बदहाली यहा की बड़ी समस्या है। रात के वक्त अधिकतर गलियों में अंधेरा छाया रहता है। बेसहारा पशु भी लोगों के लिए परेशानी का सबब बने हुए हैं। बाहरी वार्ड होने के कारण मानबेला का विकास नहीं हो सका। वार्ड के अंदर घुसते ही खस्ताहाल सड़कें शुरू हो जाएंगी। जगह नाली की दीवार ढह गई हैं और पानी सड़क पर बहता रहता है। फतेहपुर और भटवलिया में अधिकतर सड़कें टूटी हुई हैं। वार्ड में जलनिकासी की कोई व्यवस्था नहीं है।
घर से निकलने वाला पानी खाली प्लाटों में इकट्ठा होता है। बरसात में स्थिति और भी खराब हो जाती है। वार्ड में एक पार्क है जिसमें सुविधा के नाम पर सिर्फ बाउंड्री है। बड़ी आबादी के बीच सिर्फ एक सुलभ शौचालय है। इस कारण बहुत से लोग अब भी खुले में शौच करते हैं। बेसहारा पशु और मच्छर भी यहां की बड़ी समस्या है।
महीन में दो-तीन बार ही फागिंग होती है। वार्ड में कूड़े की गाड़ियां तो पहुंचती है, लेकिन सफाई कर्मी कम ही नजर आते हैं। सफाई के मामले में गलियों की स्थिति बदतर है। क्या कहते हैं इलाके के लोग राम लखन का कहना है कि क्षेत्र में बेसहारा पशुओं का जमावड़ा लगा रहता है। ऐसे में लोग खुद को असुरक्षित महसूस करते हैं। वहीं इस्माइल अली का कहना है कि अधिकतर सड़के टूटी हुई हैं जो अक्सर दुर्घटना का कारण बनती है। कई वर्षो से सड़कों की मरम्मत नहीं हुई। जबकि महेश गुप्ता का मानना है कि इतनी बड़ी आबादी के बीच सिर्फ एक पार्क है।
वार्ड में निगम की बहुत सी खाली जमीनें हैं जिस पर पार्क बनना चाहिए। जबकि वीरेंद्र निषाद का कहना है कि सफाई व्यवस्था संतोषजनक नहीं है। 30 फीसद सफाई कर्मी हमेशा गैरहाजिर रहते हैं।
निगम प्रशासन को इस समस्या पर ध्यान देना चाहिए। पार्षद माला देवी ने कहा कि वार्ड में विकास के कार्य नहीं हो रहे हैं। सड़कें और नालियां टूटी हुई हैं। जलनिकासी को कोई इंतजाम नहीं है। आने वाले वक्त में जलनिकासी बहुत बड़ी समस्य बनेगी। शामिल मोहल्ले फतेहपुर, झुंगिया, नौतन, भटवलिया, पीरू शहीद, चौधरी टोला। जबकि वहां की जनसंख्या 24000 और मतदाताओं की संख्या 11500 है।
यदि यह शहर है तो भला गांव में क्या स्थिति होगी। क्या इसी को ओडीएफ कहते हैं। कहीं साफ-सफाई तो कहीं सड़क की बदहाली यहा की बड़ी समस्या है। रात के वक्त अधिकतर गलियों में अंधेरा छाया रहता है। बेसहारा पशु भी लोगों के लिए परेशानी का सबब बने हुए हैं। बाहरी वार्ड होने के कारण मानबेला का विकास नहीं हो सका। वार्ड के अंदर घुसते ही खस्ताहाल सड़कें शुरू हो जाएंगी। जगह नाली की दीवार ढह गई हैं और पानी सड़क पर बहता रहता है। फतेहपुर और भटवलिया में अधिकतर सड़कें टूटी हुई हैं। वार्ड में जलनिकासी की कोई व्यवस्था नहीं है।
घर से निकलने वाला पानी खाली प्लाटों में इकट्ठा होता है। बरसात में स्थिति और भी खराब हो जाती है। वार्ड में एक पार्क है जिसमें सुविधा के नाम पर सिर्फ बाउंड्री है। बड़ी आबादी के बीच सिर्फ एक सुलभ शौचालय है। इस कारण बहुत से लोग अब भी खुले में शौच करते हैं। बेसहारा पशु और मच्छर भी यहां की बड़ी समस्या है।
महीन में दो-तीन बार ही फागिंग होती है। वार्ड में कूड़े की गाड़ियां तो पहुंचती है, लेकिन सफाई कर्मी कम ही नजर आते हैं। सफाई के मामले में गलियों की स्थिति बदतर है। क्या कहते हैं इलाके के लोग राम लखन का कहना है कि क्षेत्र में बेसहारा पशुओं का जमावड़ा लगा रहता है। ऐसे में लोग खुद को असुरक्षित महसूस करते हैं। वहीं इस्माइल अली का कहना है कि अधिकतर सड़के टूटी हुई हैं जो अक्सर दुर्घटना का कारण बनती है। कई वर्षो से सड़कों की मरम्मत नहीं हुई। जबकि महेश गुप्ता का मानना है कि इतनी बड़ी आबादी के बीच सिर्फ एक पार्क है।
वार्ड में निगम की बहुत सी खाली जमीनें हैं जिस पर पार्क बनना चाहिए। जबकि वीरेंद्र निषाद का कहना है कि सफाई व्यवस्था संतोषजनक नहीं है। 30 फीसद सफाई कर्मी हमेशा गैरहाजिर रहते हैं।
निगम प्रशासन को इस समस्या पर ध्यान देना चाहिए। पार्षद माला देवी ने कहा कि वार्ड में विकास के कार्य नहीं हो रहे हैं। सड़कें और नालियां टूटी हुई हैं। जलनिकासी को कोई इंतजाम नहीं है। आने वाले वक्त में जलनिकासी बहुत बड़ी समस्य बनेगी। शामिल मोहल्ले फतेहपुर, झुंगिया, नौतन, भटवलिया, पीरू शहीद, चौधरी टोला। जबकि वहां की जनसंख्या 24000 और मतदाताओं की संख्या 11500 है।
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