सेना भर्ती घोटाला: गोरखपुर के आर्मी अफसर व कुशीनगर की युवती के बीच हुआ है रुपयों का लेनदेन
कुलदीप के बैंक खातों की छानबीन के दौरान कुशीनगर जनपद मुख्यालय के पडरौना नगर के जगदीशपुरम कालोनी निवासी युवती के खाते में रुपये ट्रांसफर किए जाने की पुष्टि हुई है। जिसके बाद लखनऊ सीबीआइ की पांच सदस्यीय टीम सीबीआइ कोर्ट से सर्च वारंट प्राप्त कर पहुंच गई।
गोरखपुर, जेएनएन। लखनऊ सीबीआइ की टीम जिस युवती की तलाश में कुशीनगर गई हुई थी उसके पीछे कर असली कारण रुपये का लेनदेन बताया जा रहा है। दिल्ली में हुए सेना भर्ती घोटाले में शामिल आर्मी अफसर कुलदीप सिंह ने युवती के खाते में नकद रुपये भेजे हैं। इसके साक्ष्य मिलने के बाद टीम अब युवती की तलाश कर रही है जिससे कि उससे पूछताछ की जा सके।
सेना भर्ती घोटाले में नामजद हैं गोरखपुर के आर्मी अफसर कुलदीप सिंह
हरियाणा निवासी व गोरखपुर में तैनात आर्मी अफसर कुलदीप सिंह बीते दिनों दिल्ली में हुए सेना भर्ती घोटाले में नामजद है। घोटाले की जांच सीबीआइ कर रही है। कुलदीप के बैंक खातों की छानबीन के दौरान कुशीनगर जनपद मुख्यालय के पडरौना नगर के जगदीशपुरम कालोनी निवासी युवती के खाते में रुपये ट्रांसफर किए जाने की पुष्टि हुई है। जिसके बाद लखनऊ सीबीआइ की पांच सदस्यीय टीम सीबीआइ कोर्ट से सर्च वारंट प्राप्त कर युवती की तलाश में सोमवार की रात पडरौना गई हुई थी। युवती के पिता सेना से रिटायर हैं। युवती दिल्ली में ही रहकर पढ़ाई करती है।
कुलदीप ने युवती के खाते में भेजा था 40 हजार रुपये
जांच के दौरान घर में युवती की मां और उसका भाई ही मौजूद मिले। घर में टीम के हाथ एक आइफोन की रसीद लगी जो कुलदीप सिंह के नाम थी। रसीद पर आइफोन की कीमत 56 हजार रुपये अंकित है। पुलिस सूत्रों के अनुसार युवती के पिता भी सेना में थे और अब रिटायर हो चुके हैं। भर्ती घोटाला सामने आने के बाद कुलदीप द्वारा युवती के खाते में 40 हजार रुपये भेजे जाने की बात सामने आई है। इसी आधार पर सीबीआइ युवती की तलाश में उसके घर आई थी।
युवती के पिता ने दी जानकारी
पुलिस सूत्रों के अनुसार युवती की मां ने घोटाले में नामजद आर्मी अफसर कुलदीप सिंह व युवती के पिता से सिर्फ विभागीय संबंध होने तथा जरूरत पड़ने पर एक बार कुलदीप से आर्थिक मदद मांगने की बात बतायी। उसने बताया कि रुपये भेजने के लिए युवती के पिता ने कुलदीप को बेटी का ही एकाउंट नंबर बताया था। एसपी विनोद कुमार सिंह ने कहा कि सीबीआइ टीम का यह आपरेशन बेहद गोपनीय था। पुलिस की मदद मांगने पर उन्हें पुलिस बल उपलब्ध करा दिया गया। टीम सेना भर्ती घोटाले से जुड़ी जांच के लिए यहां आयी थी।