अब इन तीनों स्टेशनों पर नहीं रुकेंगी ट्रेनें, जानें-क्या है मामला Gorakhpur News
कैंट डोमिनगढ़ और नकहा जंगल में अब गाडिय़ां बेवजह नहीं रुकेंगी। इससे यात्री ट्रेनों का संचलन दुरुस्त तो होगा ही मालगाडिय़ां भी निर्बाध रनथू्र (बिना रुके) पास हो जाएंगी।
गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर जंक्शन के आसपास वाले स्टेशनों कैंट, डोमिनगढ़ और नकहा जंगल में अब गाडिय़ां बेवजह नहीं रुकेंगी। इससे यात्री ट्रेनों का संचलन दुरुस्त तो होगा ही, मालगाडिय़ां भी निर्बाध रनथू्र (बिना रुके) पास हो जाएंगी। अनलॉक के बाद गोरखपुर के रास्ते कुसम्ही-डोमिनगढ़ तीसरी लाइन और गोरखपुर-नकहा जंगल दोहरीकरण का कार्य तेज हो गया है। कैंट स्टेशन का विकास सैटेलाइट टर्मिनल के रूप में हो रहा है।
कुसम्ही से डोमिनगढ़ तक तैयार होगी तीसरी रेललाइन
कुसम्ही से डोमिनगढ़ के बीच लगभग 21 किलोमीटर तक तीसरी रेल लाइन बिछाई जानी है। रेल मंत्रालय ने 186.85 करोड़ रुपये का बजट प्रस्तावित कर दिया है। बड़े पुल बन गए हैं, छोटे पुलों का निर्माण भी प्रगति पर है। इसके अलावा गोरखपुर-नकहा जंगल दोहरीकरण में करीब 40 फीसद मिट्टी का कार्य पूरा हो गया है। कैंट स्टेशन पर भी सैटेलाइट टर्मिनल का कार्य शुरू हो चुका है। स्टेशन भवन का 55 फीसद कार्य पूरा किया जा चुका है। प्लेटफार्म का विस्तार और उ'चीकरण हो रहा है। पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार लॉकडाउन के चलते निर्माण कार्य बंद पड़े थे। अनलॉक में अब कार्य में तेजी आई है। इसे जल्द पूरा कराने के लिए तेजी के साथ काम कराया जा रहा है।
गोरखपुर जंक्शन पर बढ़ रहा लोड
गोरखपुर जंक्शन पर ट्रेनों का लोड बढ़ता ही जा रहा है। सामान्य दिनों में रोजाना औसत करीब 160 यात्री ट्रेनें चलती हैं। लगभग 50 मालगाडिय़ां गुजरती हैं। ट्रेनों का समय पालन प्रभावित होता है। प्लेटफार्मों के खाली नहीं होने से यात्री ट्रेनें और मालगाडिय़ां जगह-जगह खड़ी रहती हैं। छपरा और वाराणसी रूट से आने वाली ट्रेनें कैंट, गोंडा और बढऩी रूट की नकहा स्टेशन पर रुकती हैं। बस्ती से आने वाली ट्रेनें आउटर पर आकर खड़ी हो जाती हैं। यात्री परेशान रहते हैं। ऐसे में इन तीनों महत्वपूर्ण परियोजनाओं के पूरा हो जाने से ट्रेनों का संचलन और सुगम हो जाएगा।