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Top Gorakhpur News Of The Day, 01 February 2020 : गोरखपुर के 14026 बुजुर्गों पर अपने ही ढा रहे सितम, शहर के बड़े बकायेदारों की संपत्ति होगी कुर्क, जल्‍द स्थापित होगा साइबर थाना Gorakhpur News

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By Satish ShuklaEdited By: Published: Sat, 01 Feb 2020 08:00 PM (IST)Updated: Sat, 01 Feb 2020 08:00 PM (IST)
Top Gorakhpur News Of The Day, 01 February 2020 : गोरखपुर के 14026 बुजुर्गों पर अपने ही ढा रहे सितम, शहर के बड़े बकायेदारों की संपत्ति होगी कुर्क, जल्‍द स्थापित होगा साइबर थाना Gorakhpur News
Top Gorakhpur News Of The Day, 01 February 2020 : गोरखपुर के 14026 बुजुर्गों पर अपने ही ढा रहे सितम, शहर के बड़े बकायेदारों की संपत्ति होगी कुर्क, जल्‍द स्थापित होगा साइबर थाना Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। समय के साथ जिले के लोग भी बदल गए हैं। गैर से तो गलत व्यवहार करते ही हैं अपनों को भी नहीं छोड़ रहे हैं। एसएसपी कार्यालय के शिकायत प्रकोष्ठ में इसकी हकीकत देखने को मिल रही है। हर माह औसतन 20 शिकायतें आती है, जहां बुजुर्ग मां-बाप को किसी और से नहीं बल्कि अपने पुत्र और बहू से ही शिकायत है। इन बुजुर्गों का दर्द सुन पुलिस मरहम लगा रही है। वहीं पुलिस कंट्रोल रूम में फोन कर अपनों से परेशन वृद्ध नियमित पंजीकरण करा रहे हैं। पुलिस कार्यालय में स्थित शिकायत प्रकोष्ठ में हर माह करीब 20 बुजुर्ग अपनी शिकायत दर्ज कराते हैं।  गोरखपुर के रंगकर्म के इतिहास में जब भी झांकने की कोशिश होती है, प्रो. गिरीश रस्तोगी का अविस्मरणीय योगदान सहज ढंग से आंखों के सामने आ जाता है। वह ऐसी शख्सियत थीं, जिनकी ङ्क्षहदी साहित्य में नाटक विधा को अर्श तक पहुंचाने में अहम भूमिका है। नाट्य रूपांतरण औ नाट्य निर्देशन में उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी अलग पहचान बनाई ही, नाटकों की लंबी श्रृंखला के माध्यम से पूर्वांचल में नाटकों के कद्रदानों की लंबी फेहरिस्त तैयार की। तेजी से बढ़ रहा साइबर अपराध, पुलिस के लिए नई और मुश्किल भरी चुनौती के रूप में सामने आया है। गोरखपुर जिले में ही बीते पांच साल में ऐसे अपराधों में पांच गुना वृद्धि दर्ज की गई है। इस चुनौती से निपटने के लिए डीआइजी राजेश मोदक ने जिले में साइबर थाना स्थापित करने के निर्देश दिए हैं। एसएसपी डा.सुनील गुप्त को पत्र लिखकर उन्होंने पंद्रह दिन के अंदर साइबर थाना स्थापित करने को कहा है। रेंज के शेष जिलों कुशीनगर, देवरिया और महराजगंज में भी बहुत जल्द थाना स्थापित किया जाएगा।  नगर निगम प्रशासन ने बकायेदारों से सख्ती शुरू कर दी है। शहर के होटलों, भवनों, निजी अस्पतालों और वाणिज्यिक भवनों पर बकाया गृह, सीवर और जल कर न जमा होने पर नगर निगम ने कुर्की की प्रक्रिया शुरू कर दी है। बकायेदारों की कुर्की के लिए अलग-अलग तिथि तय की गई है। अकेले गोलघर के दो होटलों पर 1.77 करोड़ रुपये बकाया है। सफाई कर्मी के घर रहने वाला युवक पांच दिन से लापता है। असोम में रहने वाले वाली महिला शुक्रवार को बेटे को ढूंढती गांव पहुंची। आरोप है कि सफाईकर्मी एक लाख रुपये चुप रहने की लालच देने लगा। पूछने पर बेटे की हत्या करने की जानकारी दी। पुलिस को सूचना देने पर सफाईकर्मी अपने घर में ताला बंद कर फरार हो गया।

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गोरखपुर के 14026 बुजुर्गों पर अपने ही ढा रहे सितम, पुलिस लगा रही मरहम

समय के साथ गोरखपुर जिले के लोग भी बदल गए हैं। गैर से तो गलत व्यवहार करते ही हैं अपनों को भी नहीं छोड़ रहे हैं। एसएसपी कार्यालय के शिकायत प्रकोष्ठ में इसकी हकीकत देखने को मिल रही है। हर माह औसतन 20 शिकायतें आती है, जहां बुजुर्ग मां-बाप को किसी और से नहीं बल्कि अपने पुत्र और बहू से ही शिकायत है। इन बुजुर्गों का दर्द सुन पुलिस मरहम लगा रही है। वहीं पुलिस कंट्रोल रूम में फोन कर अपनों से परेशन वृद्ध नियमित पंजीकरण करा रहे हैं। पुलिस कार्यालय में स्थित शिकायत प्रकोष्ठ में हर माह करीब 20 बुजुर्ग अपनी शिकायत दर्ज कराते हैं। उनके प्रार्थना पत्र को प्रकोष्ठ की ओर से संबंधित थाने में प्रेषित किया जाता है। इसके बाद थाना क्षेत्र की पुलिस जांच कर अपने स्तर से मदद करती है। इसके अलावा बुजुर्गों की मदद के लिए चल रही सवेरा योजना में भी बुजुर्ग रुचि ले रहे हैं। अब तक पुलिस कंट्रोल रूम में कॉल करके 14026 बुजुर्ग अपना पंजीकरण करा चुके हैं। अब पुलिस उनके घर जाकर वेरीफिकेशन की प्रक्रिया पूरी कर रही है। साथ ही अन्य बुजुर्गों को इसके बारे में जानकारी भी दी जा रही है। गोरखपुर शहर के कोतवाली क्षेत्र से 508, राजघाट से 455, तिवारीपुर के  239, कैंट के  646, खोराबार  के  514, शाहपुर के 641, गोरखनाथ के 484, चिलुआताल के 532, गुलरिहा के 732, चौरीचौरा के 514, झंगहा के  528, पिपराइच  के 505, कैंपियरगंज के 744, पीपीगंज के 713,  सहजनवां के 647, हरपुर बुदहट से 237, बांसगांव के 641, बेलीपार के 712, गगहा के 582, खजनी के 551, सिकरीगंज के 626,  बेलघाट  के 711, गोला के 606, बड़हलगंज के 484 और उरुवा के 465 बुजुर्गो ने पंजीकरण कराया है।

गोरखपुर के रंगकर्म को प्रो. रस्तोगी ने दी राष्ट्रीय पहचान

गोरखपुर के रंगकर्म के इतिहास में जब भी झांकने की कोशिश होती है, प्रो. गिरीश रस्तोगी का अविस्मरणीय योगदान सहज ढंग से आंखों के सामने आ जाता है। वह ऐसी शख्सियत थीं, जिनकी ङ्क्षहदी साहित्य में नाटक विधा को अर्श तक पहुंचाने में अहम भूमिका है। नाट्य रूपांतरण औ नाट्य निर्देशन में उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी अलग पहचान बनाई ही, नाटकों की लंबी श्रृंखला के माध्यम से पूर्वांचल में नाटकों के कद्रदानों की लंबी फेहरिस्त तैयार की। अपनी रंगकर्म प्रतिभा को लोगों तक पहुंचाने के लिए प्रो. रस्तोगी ने 1968 में रूपांतर नाट्य मंच की स्थापना की। पांच दशकों से भी अधिक समय में उन्होंने मंच के माध्यम से देशभर में करीब 75 नाटकों की प्रस्तुतियां कीं और एक संवेदनशील साहित्यिक नाट्य योद्धा के रूप में गोरखपुर के रंग आंदोलन को देशभर में पहचान दिलाईं। राष्ट्रीय स्तर पर मंचित नाटकों की चर्चा करें तो उनके निर्देशन में ऐसे नाटकों की फेहरिस्त करीब दो दर्जन से कम नहीं होगी। लहरों के राजहंस, नींद क्यों रात भर आती नहीं, आषाढ़ का एक दिन, खामोश अदालत जारी है, एक और द्रोणाचार्य, विदेशिया, मरणोपरांत, बाणभट्ट की आत्मकथा, रस गंधर्व, एक चिथड़ा सुख, अंधेर नगर, बकरी, एक था गधा, जुलूस, अंधा युग, सूर्य की अंतिम किरण, प्रलय की छाया, कथा एक कंस की, नाग मंडल, अब्दुल्ला दिवाना कुछ ऐसे नाटक है, जिनके लिए प्रो. रस्तोगी दुनिया छोडऩे के बाद भी रंगकर्म की दुनिया में जिंदा रहेंगी। रागदरबारी, बाणभट्ट की आत्मकथा और बालरंग नाटकों का प्रदेश भर में श्रृंखलाबद्ध प्रदर्शन हुआ। प्रो. गिरीश रस्तोगी द्वारा निर्देशित और रूपांतरित कई नाट्य प्रस्तुतियों को उप्र संगीत नाटक अकादमी के संभागीय व राज्य नाट्य समारोह में प्रदर्शित होने का गौरव प्राप्त है। उदयपुर, जोधपुर और कलकत्ता में नाटक यशोधरा का प्रदर्शन किया तो अंतरराष्ट्रीय बोध महोत्सव में दलाईलामा के सामने नाट्य़ लेखक मोहन राकेश के तीन नाटकों की प्रस्तुति ने उन्हें अभूतपूर्व ख्याति दी। संत तुकाराम की जीवनी पर आधारित महाराष्ट्र के परिवेश में बंधी नाट्य प्रस्तुति, चाणक्य, चंद्रगुप्त की प्रस्तुति खूब सराही गई। रामकथा के धोबी पर आधारित प्रसंग की नाट्य प्रस्तुति विभिन्न नाट्य समारोहों में खूब सराही गई।

गोरखपुर में एक पखवारे के भीतर स्थापित होगा साइबर थाना

तेजी से बढ़ रहा साइबर अपराध, पुलिस के लिए नई और मुश्किल भरी चुनौती के रूप में सामने आया है। गोरखपुर जिले में ही बीते पांच साल में ऐसे अपराधों में पांच गुना वृद्धि दर्ज की गई है। इस चुनौती से निपटने के लिए डीआइजी राजेश मोदक ने जिले में साइबर थाना स्थापित करने के निर्देश दिए हैं। एसएसपी डा.सुनील गुप्त को पत्र लिखकर उन्होंने पंद्रह दिन के अंदर साइबर थाना स्थापित करने को कहा है। रेंज के शेष जिलों कुशीनगर, देवरिया और महराजगंज में भी बहुत जल्द थाना स्थापित किया जाएगा। आनलाइन ठगी की घटनाएं आए दिन सामने आती रहती हैं। ठगी के शिकार लोग फरियाद लेकर अपने क्षेत्र के थाने पर पहुंचते हैं, वहां से उन्हें साइबर सेल भेज दिया जाता है। साइबर सेल की रिपोर्ट पर ही मुकदमा दर्ज होता है। साइबर सेल को ही छानबीन करनी होती है। इस प्रकिया में काफी वक्त लग जाता है। साइबर अपराध पीडि़तों को अब थाने और अधिकारियों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। साइबर थाना स्थापित होने के बाद वहीं रिपोर्ट दर्ज कराई जा सकेगी। उसी थाने से विवेचना होगी। साइबर थाना फिलहाल उपलब्ध संसाधनों के साथ पुलिस लाइंस के किसी खाली भवन में स्थापित किया जाएगा। बाद में भवन का निर्माण कराया जाएगा और संसाधन मुहैया कराए जाएंगे। डीआइजी ने बताया कि साइबर थाने की भूमि के लिए जिलाधिकारी और मंडलायुक्त को पत्र लिखेंगे।

गोरखपुर शहर के 62 बड़े बकायेदार, संपत्ति कुर्क करने का नोटिस जारी

गोरखपुर के नगर निगम प्रशासन ने बकायेदारों से सख्ती शुरू कर दी है। शहर के होटलों, भवनों, निजी अस्पतालों और वाणिज्यिक भवनों पर बकाया गृह, सीवर और जल कर न जमा होने पर नगर निगम ने कुर्की की प्रक्रिया शुरू कर दी है। बकायेदारों की कुर्की के लिए अलग-अलग तिथि तय की गई है। अकेले गोलघर के दो होटलों पर 1.77 करोड़ रुपये बकाया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले दिनों नगर आयुक्त अंजनी कुमार सिंह को निर्देश दिए थे कि बकाये की वसूली हर हाल में की जाए। मुख्‍यमंत्री के निर्देश के नगर निगम प्रशासन ने शहर के बकायेदारों की सूची जारी की। जोन दो में 62 बकायेदार हैं। अन्य जोन की बकायेदारों की सूची तैयार की जा रही है। गृह, जल और सीवर कर के मद में नगर निगम को शहर के विभिन्न हिस्सों से 20 करोड़ रुपये वसूलने हैं। बकायेदारों को नगर निगम नोटिस भी जारी कर रहा है लेकिन ज्यादातर पर फर्क नहीं पड़ रहा है। इसे देखते हुए नगर निगम प्रशासन ने कुर्की की कार्रवाई शुरू करने का निर्णय लिया है। इस संबंध में अपन नगर आयुक्‍त डीके सिन्‍हा के अनुसार नगर निगम ने 62 बकायेदारों को कुर्की का नोटिस जारी कर दिया है। कुर्की की तिथि बता दी गई है। तिथि के अंदर यदि बकाया जमा नहीं हुआ तो कुर्की की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।

हत्‍यारे ने कहा-बेटे का शव व एक लाख ले लो, और चुप हो जाओ

गोरखपुर में सफाई कर्मी के घर रहने वाला युवक पांच दिन से लापता है। असोम में रहने वाले वाली महिला शुक्रवार को बेटे को ढूंढती गांव पहुंची। आरोप है कि सफाईकर्मी एक लाख रुपये चुप रहने की लालच देने लगा। पूछने पर बेटे की हत्या करने की जानकारी दी। पुलिस को सूचना देने पर सफाईकर्मी अपने घर में ताला बंद कर फरार हो गया। पुलिस उसे तलाश रही है। जानकारी के अनुसार हरपुर बुदहट थाना क्षेत्र के कुईखोर गांव की रहने वाली फूलबासी देवी तीन बेटों के साथ असोम में रहती है। सबसे बड़ा बेटा विनोद (28) गांव के रहने वाले सफाईकर्मी राजेश के घर रहता था। जो 27 जनवरी की शाम को रहस्यमय हालात में लापता हो गया। गांववालों के जानकारी देने पर शुक्रवार की सुबह फूलबासी देवी बेटे की तलाश में घर पहुंची। बकौल फूलबासी उसने राजेश से बेटे के बारे में पूछा तो माफी मांगने लगा, कहा कि तुम्हारे बेटे की हत्या हो गई है। उसका शव और एक लाख रुपये ले लो, हल्ला मत करो। बेटे की हत्या होने की बात सुन महिला शोर मचाने लगी और 112 नंबर पर फोन कर पुलिस को सूचना दी। ग्रामीणों के जुटने पर राजेश घर पर ताला बंद कर फरार हो गया। पुलिस की माने तो राजेश की पत्नी भी कई दिनों से गायब है।


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