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Top Gorakhpur News, 26 september 2020: योगी ने विपक्ष पर साधा निशाना, कहा-किसान बिल की आड़ में माहौल दूषित करने की साजिश

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By Satish ShuklaEdited By: Published: Sat, 26 Sep 2020 08:00 PM (IST)Updated: Sat, 26 Sep 2020 08:00 PM (IST)
Top Gorakhpur News, 26 september 2020: योगी ने विपक्ष पर साधा निशाना, कहा-किसान बिल की आड़ में माहौल दूषित करने की साजिश
देवरिया में कार्यक्रम को संबोधित करते मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ।

गोरखपुर, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केंद्र व प्रदेश सरकार की विकास योजनाओं से लोगों को न केवल रूबरू कराया, बल्कि संसद में पारित किसान बिल का विरोध करने वाले विपक्षी दलों को आड़े हाथों भी लिया। उन्‍होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार किसानों के हित में कार्य कर रही है, वहीं विपक्ष बिल को लेकर जनता को बरगला रहा है। माहौल दूषित करने का काम कर रहा है। उनकी मंशा सफल नहीं होने दी जाएगी। किसानों के साथ छल करने की छूट नहीं दी जा सकती। गोरखपुर के ललित नारायण मिश्र केंद्रीय रेलवे अस्पताल के कोविड- 19 लेवल-2 वार्ड में तैनात वरिष्ठ चिकित्सक डा. अनीता शर्मा अपना दिल पत्थर कर दूसरों के घरों में खुशियां बांट रही हैं। वार्ड से जब संक्रमित मरीज ठीक होकर निकलते हैं तो उनका हौसला और बढ़ जाता है। लगातार हुई बारिश के कारण केले के फसल को सबसे ज्‍यादा नुकसान हुआ है। गोरखपुर-बस्‍ती मंडल में केले के किसान इससे काफी चिंतित हैं। इसमें सर्वाधिक नुकसान कुशीनगर जनपद में केले के किसानों को हुई है। लॉकडाउन के कारण खेती में नुकसान झेले किसानों को बारिश ने कहीं का नहीं छोड़ा है। जगह-जगह खेतों में केले की फसल गिरी पड़ी है। जलभराव से परेशान गोरखपुर शहर के वार्ड नंबर 28 जंगल सालिकराम के मानस विहार कॉलोनी के नागरिकों ने शनिवार को बच्‍चों के साथ पानी में प्रदर्शन किया। नागरिकों ने नगर निगम पर जलनिकासी का कोई इंतजाम न करने का आरोप लगाया।

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योगी ने विपक्ष पर साधा निशाना, कहा-किसान बिल की आड़ में माहौल दूषित करने की साजिश Gorakhpur News

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केंद्र व प्रदेश सरकार की विकास योजनाओं से लोगों को न केवल रूबरू कराया, बल्कि संसद में पारित किसान बिल का विरोध करने वाले विपक्षी दलों को आड़े हाथों भी लिया। उन्‍होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार किसानों के हित में कार्य कर रही है, वहीं विपक्ष बिल को लेकर जनता को बरगला रहा है। माहौल दूषित करने का काम कर रहा है। उनकी मंशा सफल नहीं होने दी जाएगी। किसानों के साथ छल करने की छूट नहीं दी जा सकती।

मुख्यमंत्री शनिवार को देवरिया चीनी मिल ग्राउंड पर आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान मुख्यमत्री ने देवरिया विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को देखते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं को न केवल सहेजा बल्कि जीत का मंत्र भी दिया। उन्होंने करीब 29 मिनट के भाषण में बगैर किसी का नाम लिए कहा कि एक नेता संसद में बैठते हैं, उन्हें पता नहीं कि गन्ना कहां पैदा होता है। उन्हें लगता है कि गन्ना आम की तरफ पेड़ पर लटकता है। ऐसे लोग किसानों की बात क्या करेंगे। प्रधानमंत्री ने किसानों के हित में बिल को पारित कराया है। इससे किसानों की आय दोगुना होगा। बिचौलियों से मुक्त करने की दिशा में यह कदम बढ़ाया गया है। किसान अपनी उपज कहीं भी बेच सकता है।

उन्होंने 2014 व 2016 में तत्कालीन सपा सरकार का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय इंसेफ्लाइटिस से मौतों का आंकड़ा सैकड़ा में था, लेकिन इस समय महज सात मौतें हुई हैं। हमने शुद्ध् पेयजल का इंतजाम किया। जल निकासी की व्यवस्था का इंतजाम किया जा रहा है। पर्वों व त्योहारों के पूर्व सभी सड़कों को गड्ढामुक्त करने करने का निर्देश दिया गया है।

उन्होंने देवरिया विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को देखते हुए कार्यकर्ताओं को न केवल नसीहत दी, बल्कि जोश भी भरा। उन्होंने कहा कि उपचुनाव के लिए कार्यकर्ता कमर कस लें। घर-घर जाकर सरकार की योजनाएं बताएं। प्रधानमंत्री कहते हैं कि बूथ जीता तो चुनाव जीता। मंडल के सभी पदाधिकारी बूथों को मजबूत करें। जनसंपर्क बढ़ाएं। लोगों को समझाएं कि भाजपा सरकार ने आवास, विद्युत कनेक्शन, रसोई गैस कनेक्शन, आयुष्मान भारत योजना व अन्य योजनाओं का लाभ दिया है। विकास की बात करें।

Coronavirus: ये हैं डा. अनीता, अपना सब कुछ त्‍यागकर दूसरों के घरों में बांट रही खुशियां Gorakhpur News

गोरखपुर के ललित नारायण मिश्र केंद्रीय रेलवे अस्पताल के कोविड- 19 लेवल-2 वार्ड में तैनात वरिष्ठ चिकित्सक डा. अनीता शर्मा अपना दिल पत्थर कर दूसरों के घरों में खुशियां बांट रही हैं। वार्ड से जब संक्रमित मरीज ठीक होकर निकलते हैं तो उनका हौसला और बढ़ जाता है।  बातचीत में कहती हैं, सेवा ही धर्म है। शुरुआत में तो बहुत डर लगा था, अब तो मरीज ही अपने लगने लगे हैं। हां, बच्चियों की याद आती है तो दिल बैठ जाता है। यह कहते ही उनकी आंखें भर आईं।

खुद को संभालते हुए डा. अनीता ने फिर बातचीत शुरू कर दी। उन्होंने बताया कि एक बार ड्यूटी लग जाने पर 14 दिन होटल में ही रहना पड़ता है। मैं ही नहीं पूरा स्टाफ अपने घर नहीं जाता। सब अपनों से दूर रहते हैं। मेरी पांच साल की दो जुड़वा बच्चियां हैं। किसी के घर पर बूढे मां-बाप हैं। तो किसी की पत्नी इंतजार करती रहती है। लेकिन कोई अपने कर्तव्य से पीछे नहीं हटता। यही वजह है कि आज रेलवे अस्पताल के कोरोना वार्ड की विश्वसनीयता बढ़ी है। मरीजों की देखभाल में किस तरह की दिक्कतें आती हैं। इस सवाल पर उन्होंने बताया कि मरीजों के हौसले को बनाए रखना बड़ी चुनौती है। मरीजों के अंदर के डर को दूर करने के लिए माहौल को खुशनुमा रखना पड़ता है।

उन्होंने कहा कि 14 दिन के बाद जब घर जाती हूं तो सड़क पर भीड़ देख अच्छा नहीं लगता।  कुछ लोग ही नियमों का पालन करते हुए दिखते हैं। शारीरिक दूरी बनाकर ही हम कोविड-19 के चक्र को तोड़ सकते हैं। उन्होंने बताया कि वार्ड में 24 घंटे चिकित्सक, स्टाफ नर्स और सफाईकर्मी की ड्यूटी रहती है। कुल 20 स्टाफ मिलकर इस वार्ड को संभाल रहे हैं। कोविड वार्ड के चिकित्सकों, स्टाफ नर्स और सफाईकर्मियों की  लगन और सेवा भाव का परिणाम है कि बुजुर्ग संक्रमित मरीज भी ठीक होकर हंसते हुए घर लौट रहे हैं। रेलवे अस्पताल के ओपीडी इंचार्ज डा. नंद किशोर बताते हैं कि वार्ड में भर्ती संक्रमित मरीज 90 वर्ष की शांति देवी और 75 वर्षीय वैदेही श्रीवास्तव एकदम फिट होकर अपने गई हैं। उनके परिजन बेहद खुश हैं। उन्होंने बताया कि 87 मरीज ठीक होकर रेलवे अस्पताल से अपने घर जा चुके हैं। 32 को रेफर किया गया है। पांच मरीजों का अभी भी इलाज चल रहा है।

बारिश से बर्बाद हो गई केले की फसल, चिंता में किसान Gorakhpur News

लगातार हुई बारिश के कारण केले के फसल को सबसे ज्‍यादा नुकसान हुआ है। गोरखपुर-बस्‍ती मंडल में केले के किसान इससे काफी चिंतित हैं। इसमें सर्वाधिक नुकसान कुशीनगर जनपद में केले के किसानों को हुई है। लॉकडाउन के कारण खेती में नुकसान झेले किसानों को बारिश ने कहीं का नहीं छोड़ा है। जगह-जगह खेतों में केले की फसल गिरी पड़ी है। किसानों को कुछ सूझ नहीं रहा है कि क्या करें? सभी तहसील क्षेत्रों में धान, सब्जी व केले की फसलों की भारी बर्बादी हुई है। किसान खेतों में जाकर बर्बाद हुई फसलों को निहारने के साथ अपनी किस्मत को कोस रहे हैं। बातचीत में सभी यही कह रहे हैं कि इस बार प्रकृति भी उनसे रूठी हुई है।

राजा पाकड़ गांव निवासी किसान बृजेश राय का कहना है कि इस बार कई वर्षों बाद ऐसी बारिश हुई है। लगभग दो बीघा सरयू 52 प्रजाति का धान का बीज बोया था, फसल पक कर तैयार है। खेत में पानी भरने से कटाई संभव नहीं है। सब बर्बाद हो जाएगा। इससे आर्थिक दिक्कत खड़ी हो जाएगी। वहीं के नगीना गुप्ता का कहना है कि खेत में धान पक कर तैयार है। एक-दो दिन में कटवाकर घर लाने की तैयारी थी, लेकिन बारिश ने सब चौपट कर दिया। फसल खेत में ही गिर गई। मौसम  ऐसा है कि अब उसके उठने की संभावना भी कम है। छितौनी गांव निवासी किसान विवेक गुप्‍ता का कहना है कि लो लैंड में बाई गई धान की फसल तो बिल्कुल नहीं बची। जगह-जगह केला भी खेतों में गिरा पड़ा है। गन्ना भी जलजमाव से बर्बाद हो रहा है। इसी तरह बारिश होती रही तो गन्ने की फसल को बचाया नहीं जा सकता है। जबकि सिसवा महंथ गांव निवासी संतोष चौरसिया का कहना है कि फसलों की भारी क्षति हुई है। अब सरकार को राजस्व कर्मियों को लगाकर क्षति का आकलन कर मुआवजे की व्यवस्था करनी चाहिए। अन्न का उत्पादन कर ही किसान अपने घर का खर्च चलाता है, इस वर्ष वह बर्बाद हो गया है।

Gorakhpur Weather: बारिश थमते ही गर्मी शुरू, आज 32 डिग्री तापमान रहने का अनुमान

बारिश थमते ही गर्मी ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। शुक्रवार को दिन का अधिकतम तापमान करीब 30 डिग्री सेल्सियस रहा। आज शनिवार को 32 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। इसके साथ न्यूनतम तापमान करीब 26 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। गुरुवार से शाम साढ़े पांच बजे से शुक्रवार शाम साढ़े पांच बजे तक जिले में 71.8 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है। उत्तर प्रदेश के ऊपर बना निम्न वायुदाब का क्षेत्र उत्तर की तरफ खिसक गया है। इसके चलते यहां बारिश थमी हैं।

बस्ती जिले में बारिश ने पिछले 30 वर्षों का रिकार्ड तोड़ा है। वहां गुरुवार सुबह साढ़े आठ बजे से शुक्रवार सुबह साढ़े आठ बजे के बीच 290 मिलीमीटर बारिश हुई है। पिछले तीस वर्षों में सितंबर माह में बस्ती में एक ही दिन में कभी भी इतनी बारिश नहीं हुई है, जबकि पिछले चौबीस घंटे में महराजगंज जिले में 96 व सिद्धार्थनगर जिले में 110.1 मिमी बारिश हुई है। मौसम विशेषज्ञ कैलाश पाण्डेय का कहना था कि पूर्वी उत्तर प्रदेश पर एक निम्न वायु दबाव का क्षेत्र बना हुआ था। इसके साथ ही साथ ऊपरी हवा में चक्रवाती हवा का क्षेत्र 18000 फीट तक बना हुआ था। इसके चलते बारिश हो रही थी। यह उत्तर पूर्व की ओर बढ़ गया है। इसके चलते अब गोरखपुर क्षेत्र में बारिश थम चुकी है। इस सिस्टम के चलते अब नेपाल व बिहार की तरफ बारिश होगी। पिछले चौबीस घंटे में बस्ती में 290 मिमी बारिश हुई है। वहां पिछले 30 वर्षों में सितंबर माह में कभी भी इतनी बारिश नहीं हुई है।

गोरखपुर शहर में जलभराव से परेशान नागरिकों का बच्‍चों के साथ प्रदर्शन

जलभराव से परेशान गोरखपुर शहर के वार्ड नंबर 28 जंगल सालिकराम के मानस विहार कॉलोनी के नागरिकों ने शनिवार को बच्‍चों के साथ पानी में प्रदर्शन किया। नागरिकों ने नगर निगम पर जलनिकासी का कोई इंतजाम न करने का आरोप लगाया। कहा कि गंदे पानी में आने-जाने के कारण चर्म रोग भी होने लगा है।

नागरिकों का कहना है कि जुलाई से ही पूरा इलाका जलमग्‍न है। क्षेत्रीय पार्षद सरोज देवी से लगायत नगर आयुक्त तक कई बार शिकायत की जा चुकी है लेकिन नगर निगम ने जलनिकासी की कोई व्‍यवस्‍था नहीं की है। राम कैलाश प्रसाद, दिलीप प्रसाद, शिवपूजन गुप्ता, चंदन गुप्ता, मुराली, गोरख, प्रिंस, भरत प्रसाद, नीतू गुप्ता, मीनू गुप्ता, चंदा, गायत्री देवी, मुन्नी देवी आदि ने बताया कि एक साल पहले नाली निर्माण का आश्‍वासन मिला था। ठीकेदार ने ईंट भी रखवा दी थी लेकिन बाद में वह ईंट लेकर चले गए। पादरी बाजार के फलाहारी बाबा मंदिर से मानस विहार कॉलोनी को जाने वाली मुख्य सड़क भी जलमग्न है। सड़क में बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। इस कारण रोजाना लोग गिर रहे हैं। मानस विहार कॉलोनी निवासी रामकैलाश प्रसाद भारतीय स्टेट बैंक कानपुर में शाखा प्रबंधक रह चुके हैं। रामकैलाश बताते हैं कि मार्ग दुर्घटना में वह दिव्‍यांग हो गए। डॉक्‍टरों ने उन्‍हें वॉकर के सहारे रोजाना पांच सौ मीटर चलने की सलाह दी है। घर के बाहर इतना पानी लगा है कि निकला ही नहीं जा सकता। एयरफोर्स की तरफ से सिंघडि़या इलाके में फिर पानी आने लगा है। शुक्रवार को नगर निगम ने रेलवे की पुलिया को बंद कर दिया था लेकिन रात में पानी के दबाव के कारण मिट्टी से भरी बोरियां गिर गईं। इस कारण सिंघडि़या इलाके की कॉलोनियों में जलभराव जस का तस है। सिंघडि़या में देवरिया रोड से तीसरे दिन भी पानी नहीं उतरा। रोड के दोनों तरफ की कॉलाेनियों में जलभराव से नागरिकों का बुरा हाल है। नागरिकों का आरोप है कि नगर निगम के अफसर दिखावा करने के लिए निरीक्षण कर रहे हैं। जलनिकासी के कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं।


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