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Top Gorakhpur News 11 October 2020: NER के 20 हजार रेलकर्मियों की नौकरी पर संकट, 55 की उम्र पूरी करने वाले कर्मचारियों की सूची तैयार- पढ़ेंं, गोरखपुर की प्रमुख खबरें

Top Gorakhpur News 11 October 2020 पूर्वोत्‍तर रेलवे के 20 हजार रेलकर्मियों की नौकरी पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। रेलवेे ने 55 की उम्र पूरी करने वाले कर्मचारियों की सूची तैयार कर ली है। पढ़ेंं गोरखपुर की प्रमुख खबरें-

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Sun, 11 Oct 2020 03:01 PM (IST)Updated: Sun, 11 Oct 2020 03:01 PM (IST)
Top Gorakhpur News 11 October 2020:  NER के 20 हजार रेलकर्मियों की नौकरी पर संकट, 55 की उम्र पूरी करने वाले कर्मचारियों की सूची तैयार- पढ़ेंं, गोरखपुर की प्रमुख खबरें
NER में 55 की उम्र पूरी करने वाले कर्मचारियों की सूची तैयार हो गई है। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जेएनएन। यहां पढ़ेंं, गोरखपुर और आसपास के जिलों की रव‍िवार 11 October 2020 की प्रमुख खबरें- 

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NER के 20 हजार रेलकर्मियों की नौकरी पर संकट, 55 की उम्र पूरी करने वाले कर्मचारियों की सूची तैयार

गोरखपुर। पूर्वोत्तर रेलवे के करीब 20 हजार कर्मचारियों की नौकरी पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। रेलवे बोर्ड के दिशा-निर्देश पर रेलवे प्रशासन ने 30 वर्ष तक की नौकरी या 55 वर्ष की उम्र पूरी करने वाले कर्मचारियों की सूची लगभग तैयार कर ली है। समय से पहले सेवानिवृत्त करने के लिए अधिकारियों ने सूची के आधार पर अपनी समीक्षा भी शुरू कर दी है। रेलवे बोर्ड ने भारतीय रेलवे के सभी जोनल कार्यालयों से 30 सितंबर तक कर्मचारियों की सूची मांगी थी। पूर्वोत्तर रेलवे के इज्ज्तनगर मंडल ने तो वाणिज्य विभाग के 17 कर्मियों की सूची संबंधित अधिकारी को सौंप भी दी है।

स्‍टार्ट होने वाली है मैरिज एक्सप्रेस, दो शिफ्टो में बजेगी शहनाई

गोरखपुर। दो गज की दूरी मास्क है जरूरी के एहतियात के साथ कोरोना से लड़ने को तैयार हर आम और खास अब अपनी रूटीन लाइफ को दुरुस्त करने में जुट गया है। कई चरण के लंबे लॉकडाउन से शादी-ब्याह-निकाह पर लगे ग्रहण से भी उबरने की तैयारी तेज हो गई है। शहर-देहात के मैरिज हाउस, बैंक्वेट हाल, होटलों की 25 नवंबर से 15 दिसंबर के बीच इतनी टाइट बुकिंग है कि किसी किसी तारीख को दो शिफ्टों में शहनाई बजेगी। यानी कि इन तारीखों का बीच के 20 दिन में मैरिज एक्सप्रेस फुल स्पीड में चलने को तैयार है।

तीन माह में दोगुने हुए हवाई यात्री, उड़ान भी बढ़ी

गोरखपुर। लॉकडाउन के बाद हवाई सेवा धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ने लगी है। जून में 24920 हजार लोगों ने दिल्‍ली, मुंबई, हैदराबाद व कोलकाता का सफर किया। लेकिन सितंबर में यह आकड़ा 48991 पहुंच गया। यही नहीं, सितंबर में उड़ान भी बढ़ गई है। लॉकडाउन के बाद 25 मई को गोरखपुर से हवाई सेवा बहाल हुई, जो अब रफ्तार पकड़ रही है। पिछले दो माह में दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद व कोलकाता से आने वालों की बजाए, वहां जाने वालों की संख्या बढ़ी है। इस समय दिल्ली व मुंबई के लिए तीन-तीन, हैदराबाद, कोलकाता व प्रयागराज के लिए एक-एक उड़ान सेवा पूरी क्षमता से जारी है। एयरपोर्ट के निदेशक अनिल द्विवेदी ने बताया कि लॉकडाउन में घर आने वाले छात्र, व्‍यापारी और मजदूर अब लौट रहे हैं। जिसकी वजह से हर माह जाने वाले यात्रियों की संख्‍या बढ़ रही है।

Durga Puja 2020: स्‍थापित होंगी दुर्गा प्रतिमाएं - राघव व शक्ति का परंपरागत मिलन भी होगा

गोरखपुर। शहर के बसंतपुर तिराहे पर दशहरे के दिन आयोजित होने वाले परंपरागत आनुष्ठानिक कार्यक्रम राघव-शक्ति मिलन के आयोजन को लेकर संशय समाप्त हो गया है। दुर्गा पूजा आयोजन को लेकर जारी शासन की गाइड के बाद दुर्गा प्रतिमाओं की स्थापना का रास्ता साफ हो गया है और इसी के साथ साफ हो गया है 72 वर्ष पुरानी परंपरा के निर्वहन का रास्ता भी। गाइडलाइन आने के बाद समितियों की सक्रियता बढ़ गई है। कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए आयोजन की रूपरेखा तैयार करने में समिति के लोग जुट गए हैं।

पूजा स्पेशल ट्रेनें तैयार, रेलवे बोर्ड के हरी झंडी का इंतजार, इन रूटों पर चलेंगी आधा दर्जन ट्रेनें

गोरखपुर। घर ही नहीं अब बाजार में भी त्योहारों का असर दिखने लगा है। दशहरा, दीपावली और छठ पर्व में लोग आवागमन की योजना भी बनाने लगे हैं। रेलवे है कि राह में रोड़ा बना हुआ है। दशहरा सिर पर है, लेकिन अभी तक पूर्वोत्तर रेलवे मुख्यालय गोरखपुर से चलने वाली पूजा स्पेशल ट्रेनों की घोषणा नहीं हुई है। हालांकि, गोरखपुर के रास्ते आनंदविहार से नाहरलागून के बीच चलने वाली एसी एक्सप्रेस की घोषणा हो चुकी है। फिलहाल, पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन (एनईआर) ने ट्रेनों की तैयारी पूरी कर ली है। सिर्फ रेलवे बोर्ड के हरी झंडी का इंतजार है।

नानाजी देशमुख की जयंती पर विशेष : नानाजी ने गोरखपुर से देश को दिलाई मैकाले शिक्षा प्रणाली से मुक्ति

गोरखपुर। भारतरत्न नाना साहेब देशमुख की राष्ट्र प्रेम चर्चा गोरखपुर में किए उनके कार्यों के जिक्र के बिना अधूरी है। वह इसलिए कि उन्होंने गोरखपुर में संस्कारों को सुरक्षित रखने के लिए जो कार्य किए, वह पूरे देश के काम आए। जी हां, हमारा इशारा देश भर में संचालित सरस्वती शिशु मंदिर की ओर है, जिसकी नींव नाना साहेब ने गोरखपुर में ही रखी थी। हम बात कर रहे हैं, उस दौर की जब देश आजाद तो हो चुका था, पर नई पीढ़ी की मैकाले की शिक्षा प्रणाली पर निर्भरता बनी हुई थी। नाना साहेब को यह बात अखरती थी। वह उन दिनों राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक के तौर पर गोरखपुर के लोगों को अंग्रेजी प्रभाव से मुक्त करके भारतीयता से जोड़ने में लगे हुए थे। उसी दौरान शिक्षा को मैकाले से मुक्त कराने और नई पीढ़ी को संस्कारयुक्त भारतीय शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए उनके मन में सरस्वती शिशु मंदिर खोलने का विचार आया।

आम आदमी की पहुंच से दूर हुआ अंडा, जानें- क्‍यों हुआ इतना महंगा

गोरखपुर। अंडे खाने के शौकीन लोगों की जेब पर तगड़ी मार पड़ने वाली है। सर्दी शुरू होने के पहले ही अंडे की कीमतें आसमान छूने लगी हैं। कभी भी छह रुपये से ऊपर नहीं रहे अंडे के दाम सात रुपये तक पहुंच गए हैं। मांग और आपूर्ति का अंतर भी बढ़ता जा रहा है। मार्च के पहले स्थानीय स्तर पर उत्पादन 50 फीसद तक कम हो गया है। उत्पादकों का मानना है कि आगे सर्दी का सीजन आ रहा है ऐसे में अंडे की मांग और कीमत दोनों बढ़ेगी।

Dussehra 2020: छोटा हुआ रावण, नहीं जलाया जाएगा मेघनाद

गोरखपुर। कोविड संक्रमण के चलते न केवल शहर में होने वाले रामलीला आयोजनों का स्वरूप छोटा हुआ है बल्कि रावण के पुतले की साइज भी छोटी हो गई है। इस बार सभी समितियों ने छोटे आकार के रावण के पुतले का दहन का फैसला लिया है। यही नहीं इस बार मेघनाथ को नहीं जलाने का निर्णय भी लिया जा चुका है। बर्डघाट और धर्मशाला बाजार रामलीला समितियों ने अपने लंका दहन कार्यक्रम को भी स्थगित कर दिया है, यह कार्यक्रम प्रतीक रूप में मंच पर ही होगा।

Navratra 2020: व्रत-पूजन सामग्री पर महंगाई की मार, 20 फीसद तक बढ़ गए दाम

गोरखपुर। नवरात्र को लेकर घर, मंदिर से बाजार तक तैयारियां शुरू हो गई हैं। हर बार की तरह इस बार भी नवरात्र पर्व महंगाई की मार से अछूता नहीं है। नवरात्र प्रारंभ होने से पहले ही नवरात्र में प्रयोग होने वाली सामग्री से लेकर फल, आलू व व्रत में खाई जाने वाली समाग्री के दाम चढ़ गए हैं। जिसके चलते नवरात्र पर पूजन और व्रत सामग्री खरीदने में लोगों की जेबें ज्यादा ढीली होने लगी है। पिछले साल की एवज में इस बार तकरीबन सामान की दरों में 20 फीसद का इजाफा हुआ है।


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