Move to Jagran APP

Gorakhpur ऊनी कपड़ों से सज गया तिब्बती बाजार, तस्वीरों में देखें- मसूरी व दार्जिलिंग के जैकेट- स्वेटर का अंबार

तिब्बतियों के ऊनी कपड़ों का बाजार सज चुका है। ग्राहकों की भीड़ जुटने लगी है। वहीं तिब्बतियों ने ट्रेंडिंग कपड़ों के साथ अपनी दुकानों को आकर्षक रूप से सजाया है। लंबे समय से शहरवासियों की मांग पूरी कर रहा यह बाजार लोगों के दिलों पर राज कर रहा है।

By Jagran NewsEdited By: Pragati ChandPublished: Sat, 26 Nov 2022 01:06 PM (IST)Updated: Sat, 26 Nov 2022 01:06 PM (IST)
Gorakhpur ऊनी कपड़ों से सज गया तिब्बती बाजार, तस्वीरों में देखें- मसूरी व दार्जिलिंग के जैकेट- स्वेटर का अंबार
ऊनी कपड़ों से सज गया तिब्बती बाजार। -जागरण

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। शहर के टाउनहाल के मैदान में रंग-बिरंगे ऊनी कपड़ों से सजा तिब्बती बाजार महज एक बाजार ही नहीं है बल्कि शहर के फैशन का मिजाज भी है। बाजार की चार दर्जन से अधिक दुकानों में सजे कपड़ों को देखकर कोई भी इस बात का अंदाजा सहज ही लगा सकता है कि इस समय कपड़ों का क्या ट्रेंड है। आधुनिक ट्रेंड के कपड़े से ही फैशन की दुनिया में तमाम बदलाव के बाद भी इस बाजार की प्रासंगिकता हमेशा बनी रही और अब भी बनी हुई है।

loksabha election banner

अलग-अलग फैशन के मिल रहे ऊनी कपड़े

तिब्बती बाजार में उत्तर भारत के हर क्षेत्र का फैशन दिखता है क्योंकि दुकानदार अलग-अलग क्षेत्रों से वहां के ऊनी कपड़ों के साथ जाड़े में गोरखपुर में इकट्ठा होते हैं। कोई मंसूरी से आता है तो कोई दार्जिलिंग से, कुछ नेपाल से भी। कोलकाता, लुधियाना, दिल्ली और भूटान के ऊनी कपड़ों के साथ। ये वह स्थान हैं, जहां से दुकानदार बेचने के लिए कपड़े उठाते हैं। हालांकि दुकानदारों के अनुसार ये कपड़े कहीं और तैयार किए जाते हैं। इन कपड़ों का दायरा ऊनी कपड़ों के संपूर्ण प्रकार को कवर करता है। इनमें शाल है तो स्टाल भी है।

जैकेट के साथ स्वेटर का अंबार

हर तरह के जैकेट के साथ स्वेटर का अंबार भी है। तिब्बती दुकानदारों का दावा है कि आज भले ही तरह-तहर के माल और शापिंग कांप्लेक्स खुल गए हैं लेकिन शहर के लोगों को फैशन के साथ जाड़े से बचाव का रास्ता उन्होंने दिखाया है। आधुनिकतम ऊनी कपड़ों को पहनना सिखाया है।

खाने के मेन्यू में होती है तिब्बती व्यंजन की प्रमुखता

तिब्बती बाजार लगाने आए दुकानदारों के खाने के मेन्यू में स्थानीय भोजन तो शामिल होता ही है पर वह अपनी तिब्बती व्यंजन को प्रमुखता देते हैं। एक दुकान के मुताबिक कुप्पा, मोमो, टीम्मो, वेज फाले जैसे तिब्बती व्यंजन उनके मेन्यू का अनिवार्य हिस्सा होते हैं। एक दुकानदार ने बताया कि वह लोग तेल-मसाले का इस्तेमाल कर नहीं के बराबर करते हैं। उनके अधिकांश व्यंजन भाप से पकाए जाते हैं। खाने में आसान हो, इसलिए जूसी बनाए जाते हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.