फोरलेन पर बाइक की सीधी भिड़ंत में तीन मरे, एक घायल Gorakhpur News
ग्रामीणों के अनुसार फोरलेन पर दो बाइकों की आमने-सामने हुई भिडंत में घायल चारों युवक हेलमेट नहीं पहने थे। युवकों के सिर पर ज्यादा चोट लगी थी। हेलमेट पहने होते तो तीनों बच जाते।
गोरखपुर, जेएनएन। कुशीनगर जिले के तरयासुजान थाना क्षेत्र में गांव हरिहरपुर के समीप फोरलेन पर बाइक की आमने-सामने हुई भिडंत में बाइक सवार तीन युवकों की मौत हो गई, जबकि एक की हालत गंभीर बनी हुई है। बाइक सवार दो युवक बरात से लौट रहे थे, जबकि दूसरी बाइक पर सवार युवक एक मिस्त्री को लेकर बोलेरो में आई खराबी को दूर कराने के लिए जा रहे थे। पुलिस शवाें को कब्जे में ले आवश्यक कार्रवाई में जुटी है।
रात में मिस्त्री लेकर गाड़ी ठीक कराने जा रहा था चालक
बिहार से आ रही बोलेरो के तमकुहीराज बैरियर पर अचानक बंद हो जाने से परेशान चालक आनंद कुशवाहा (25) निवासी वीरवट कोन्हवलिया अपने परिचित की बाइक लेकर रात साढ़े बारह बजे बोलेरो मिस्त्री छोटेलाल (35) निवासी गुदरी टोला तमकुहीराज के घर पहुंचे। छोटेलाल को लेकर वह बैरियर की तरफ जा रहे थे कि गांव हरिहरपुर के निकट फोरलेन पर विपरीत दिशा से आई तेज रफ्तार बाइक से उनकी मोटरसाइकिल की सीधी भिडंत हो गई। जिसमें आनंद, छोटेलाल तथा दूसरी बाइक पर सवार आदित्य उर्फ राजा यादव (25) व रंजन यादव (22) निवासी बतरौली थाना तुर्कपट्टी घायल हो गए।
दो की मौके पर और एक की मेडिकल कालेज में हुई मौत
घायलाें की चीख-पुकार सुन घटनास्थल पर पहुंचे ग्रामीणों ने 112 नंबर पर पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पीआरबी टीम घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तमकुहीराज ले गई, जहां डाक्टर ने आनंद कुशवाहा व आदित्य उर्फ राजा यादव को मृत घोषित कर दिया। जबकि छोटेलाल व रंजन यादव की हालत गंभीर बता मेडिकल काॅलेज रेफर कर दिया। पुलिस की सूचना पर पहुंचे परिजन दोनों को लेकर मेडिकल काॅलेज गए। वहां इलाज के दौरान छोटेलाल की मेडिकल काॅलेज में शनिवार तड़के मौत हो गई। वहीं रंजन यादव की हालत गंभीर बनी हुई है। बताया जा रहा कि आदित्य व रंजन गांव से तरयासुजान थाने के गांव गाजीपुर में गई बरात से वापस घर आ रहे थे। प्रभारी निरीक्षक कमलेश कुमार सिंह ने कहा कि आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।
हेलमेट नहीं पहने थे चारों, सिर पर चोट लगने से हुई मौत
ग्रामीणों के अनुसार फोरलेन पर दो बाइकों की आमने-सामने हुई भिडंत में घायल चारों युवक हेलमेट नहीं पहने थे। युवकों के सिर पर ज्यादा चोट लगी थी, चेहरे के अलावे कई जगह पर भी चोंटे थीं। अगर हेलमेट पहने होते तो तीनों की जान बच जाती।