एसटीएफ से भिड़ गए स्वाट टीम के सदस्य, दारोगा समेत तीन पुलिसकर्मी निलंबित Gorakhpur News
एसटीएफ लखनऊ की टीम द्वारा शराब पकडऩे के बाद स्वाट टीम के सदस्यों की नोंकझोक हो गई। एसपी ने तत्काल स्वाट टीम में तैनात एक दारोगा व दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया।
गोरखपुर, जेएनएन। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दिए बगैर देवरिया जिले की स्वाट टीम शराब लदी गाड़ी पकडऩे निकल गई। एसटीएफ लखनऊ की टीम द्वारा शराब पकडऩे के बाद स्वाट टीम के सदस्यों की नोंकझोक हो गई। यह बात पुलिस के आला अधिकारियों तक पहुंची तो एसपी ने तत्काल स्वाट टीम में तैनात एक दारोगा व दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया। साथ ही मामले की जांच सीओ को सौंप दी। इन पुलिस कर्मियों पर कुछ और भी आरोप लगाए जा रहे हैं।
शराब तस्करी की सूचना पहुंची टीम
तीन दिसंबर की रात जिले की स्वाट टीम बनकटा जा रही थी, इस बीच मझौलीराज में एसटीएफ लखनऊ ने शराब लदी एक गाड़ी पकड़ ली और उसे बलिया जनपद ले जाने लगी। मझौलीराज तिराहे पर किसी ने स्वाट टीम के पुलिस कर्मियों को सूचना दी कि एक इनोवा गाड़ी में सवार कुछ लोग एक ट्रक को घुमा कर बलिया की तरफ लेकर जा रहे हैं। खबर मिलने के बाद स्वाट टीम ने गाड़ी का पीछा किया। इसकी जानकारी स्वाट टीम एसपी समेत अन्य पुलिस अधिकारियों को नहीं दी और पीछा करते हुए बलिया के उभांव थाने तक पहुंच गए, जहां एसटीएफ ने गाड़ी को पकड़ कर उभांव पुलिस को सौंप दिया।
थाने पर हुई बहस
इस बीच एसटीएफ इंस्पेक्टर से स्वाट टीम में तैनात पुलिस कर्मियों की कुछ बहस हो गई। सूत्रों का कहना है कि एसटीएफ ने इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से की। साथ ही कई आरोप भी लगाए। एसपी ने स्वाट टीम में तैनात उप निरीक्षक घनश्याम सिंह, सिपाही सुदामा यादव, राहुल सिंह को निलंबित कर दिया।
और भी गंभीर शिकायतें मिली हैं, हो रही जांच
एसपी डा.श्रीपति मिश्र ने कहा कि बिना किसी सूचना के दबिश देने गए थे। इन तीनों पर और भी तमाम गंभीर आरोप लगे हैं। इसीलिए तीनों को निलंबित कर दिया गया है। मामले की जांच कराई जा रही है।