संतकबीर नगर में व्यापारियों की पिटाई के मामले में थानेदार समेत तीन पुलिसकर्मी निलंबित
धनघटा थाना क्षेत्र के लहुरे गांव में भूमि विवाद के मामले मेें तीन सगे भाई व्यापारियों की पिटाई का मामला गरमा गया। एसपी ने थानेदार समेत तीन पुलिस कर्मियों को निलंबित करने के साथ ही उनके खिलाफ जांच शुरू करवा दी।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता : संतकबीर नगर जिले के धनघटा थाना क्षेत्र के लहुरे गांव में भूमि विवाद के मामले मेें तीन सगे भाई व्यापारियों की पिटाई का मामला गरमा गया। एसपी ने थानेदार समेत तीन पुलिस कर्मियों को निलंबित करने के साथ ही उनके खिलाफ जांच शुरू करवा दी। दोपहर में आइजी अनिल कुमार राय ने भी गांव में पहुंचकर पीड़ित के स्वजन से मुलाकात की। उन्होंने निष्पक्षता से जांच करवाकर दोषी मिले पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाने का आश्वासन दिया।
यह है मामला
लहुरे गांव निवासी राजाराम वर्मा का उनके सगे भाई राजकुमार वर्मा से भूमि विवाद चल रहा था। इसे लेकर दोनों पक्षों में मारपीट हो गई थी। राजकुमार वर्मा पक्ष के लोगों ने 112 नंबर की पुलिस को बुला दिया। पुलिस शैलेंद्र वर्मा, प्रदीप वर्मा व सुधीर वर्मा पुत्रगण राजाराम वर्मा और दूसरे पक्ष के राजकुमार को थाने पर लेकर आई। थाने पर ही राजकुमार के बेटे आदर्श से शैलेंद्र आदि की कहासुनी होने लगी। इसे लेकर धनघटा पुलिस ने शैलेंद्र, प्रदीप व सुधीर वर्मा को पीट दिया। इससे शैलेंद्र को चोटें लगीं। उन्हें इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हैंसर बाजार ले जाया गया, यहां से हालत गंभीर देखकर जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया था।
इंटरनेट मीडिया पर उछला मामला, लहुरे गांव पहुंचे अधिकारी
व्यापारियों की पुलिस द्वारा निर्मम पिटाई का मामला इंटरनेट मीडिया पर उछला तो अधिकारियों के हाथ पांव फूलने लगे। सुबह ही क्षेत्राधिकारी धनघटा राम प्रकाश, एसपी डा. कौस्तुभ और एसडीएम योगेश्वर सिंह व्यापारी के घर पहुंचे। स्वजन को सांत्वना देने के साथ ही एसपी ने तत्काल थानेदार अनिल कुमार दूबे, उपनिरीक्षक अमरनाथ यादव व सिपाही शिव शंकर चौबे को निलंबित करने की घोषणा की।
आइजी के पहुंचने पर मची खलबली
आइजी बस्ती अनिल कुमार राय दोपहर लगभग एक बजे एसपी डा. कौस्तुभ के साथ लहुरे गांव पहुंचे। उन्होंने पीड़ित के स्वजन से मुलाकात करने के बाद निष्पक्ष जांच करवाकर कठोर कार्रवाई का आश्वासन दिया। आइजी ने कहा कि निलंबित पुलिस कर्मियों के खिलाफ जांच शुरू करवा दी गई है। आरोप सिद्ध होने पर मुकदमा भी दर्ज करवाया जाएगा। इलाज के बाद वापस घर आए घायल व्यापारी शैलेंद्र वर्मा का भी हाल जाना।
विनय कुमार पाठक बने धनघटा के थानेदार
व्यापारियों की पिटाई के मामले में आरोपित थानेदार अनिल कुमार दूबे को निलंबित करने के बाद एसपी डा. कौस्तुभ ने विनय कुमार पाठक को धनघटा का नया थानेदार नियुक्त कर दिया। इस क्रम में नवागत थानेदार ने कार्यभार भी संभाल लिया।
पुलिस की गढ़ी कहानी भी नहीं आ सकी काम
धनघटा के निलंबित थानेदार अनिल कुमार दूबे ने खुद को बचाने के लिए शैलेंद्र को न्यूरो की समस्या बताते हुए पुलिस की गाड़ी तोड़ने का आरोप भी लगाया। बात यहीं तक सीमित नहीं रही दूसरे पक्ष के आदर्श वर्मा की तहरीर पर सुधीर, शैलेंद्र और प्रदीप पर घर में घुसकर मारने और सरकारी काम में बाधा पहुंचाने का मुकदमा भी दर्ज कर लिया था।