गोरखपुर में पकड़े गए मुंबई में बैंक डकैती करने वाले तीन बदमाश, जानें-क्या है इनकी हिस्ट्री Gorakhpur News
लोकेशन गोरखपुर में मिलने पर मुंबई क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने एसटीएफ के एसएसपी को मामले की जानकारी दी। उसके बाद तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया।
गोरखपुर, जेएनएन। मुंबई के नागपाड़ा स्थित आइसीआइसीआइ बैंक की शाखा में डकैती डालने वाले तीन बदमाशों को एसटीएफ लखनऊ की टीम ने गुरुवार रात रीजनल स्पोट्र्स स्टेडियम के पास से दबोच लिया। पश्चिम चंपारण के रहने वाले आरोपित अवध एक्सप्रेस से गोरखपुर पहुंचे थे। यहां से बस पकड़कर घर जाने का प्लान बना रहे थे।
डकैती में शामिल थे आठ बदमाश
एसटीएफ के एसएसपी राजीव नारायण मिश्र ने बताया कि 27 अक्टूबर की रात आठ लोगों ने नागपाड़ा स्थित आइसीआइसीआइ बैंक की शाखा के दो सुरक्षाकर्मियों को चाकू और बंदूक के बल पर बंधक बना लिया था। गैस कटर से बैंक के चेस्ट करेंसी को काटकर रुपये निकालने की कोशिश की। सायरन बजने पर बदमाश डर गए। बैंक में रखे लैपटॉप, मोबाइल व अन्य सामान लेकर फरार हो गए। नागपाड़ा पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ बंधक बनाकर डकैती डालने का मुकदमा दर्ज किया था।
सरगना हो चुका है गिरफ्तार
बुधवार को मुंबई क्राइम ब्रांच ने डकैती डालने वाले गिरोह के सरगना पश्चिम चंपारण निवासी अर्जुन किशोर चौधरी को मुंबई में गिरफ्तार कर लिया। उससे पूछताछ में पता चला कि वारदात में शामिल पश्चिम चंपारण के हरपुरवा, बगही पुरैना निवासी मन्नू कुमार, संदीप कुमार और नारा परसौनी निवासी रवि कुमार गुप्ता उर्फ प्रेम 28 अक्टूबर को अवध एक्सप्रेस से घर जाने के लिए निकले हैं।
मुंबई क्राइम ब्रांच की सूचना पर सक्रिय हुई एसटीएफ
तीनों के लोकेशन गोरखपुर में मिलने पर मुंबई क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने एसटीएफ के एसएसपी को मामले की जानकारी दी। उनके निर्देश पर बुधवार रात में लखनऊ से टीम के साथ गोरखपुर पहुंचे इंस्पेक्टर बिजेंद्र शर्मा ने आरोपितों को रीजनल स्पोर्ट्स स्टेडियम के पास गिरफ्तार कर लिया। तलाशी में उनके पास से 2200 रुपये, ट्रेन के तीन टिकट व घटना के समय इस्तेमाल किए गए कपड़े मिले। गुरुवार को विमान से गोरखपुर पहुंची मुंबई पुलिस ने तीनों को कैंट थाने में दाखिल कर कोर्ट में पेश किया। ट्रांजिट रिमांड मिलने के बाद मुंबई पुलिस तीनों को लेेकर मुंबई चली गई।
परिचित के यहां छिपना चाहते थे आरोपित
पकड़े गए मन्नू, संदीप और रवि ने एसटीएफ को बताया कि मुंबई के माहिम में रहकर सभी लोग मजदूरी करते थे। अर्जुन ने बैंक में डकैती डालने का प्लान बनाया था। ज्यादा रुपये मिलने की लालच में आकर तीनों शामिल हो गए। घटना में प्रयुक्त गैस कटर अर्जुन निर्माणाधीन मेट्रो स्टेशन के पास से चुराकर ले आया था। गोरखपुर में उनके कई परिचित रहते हैं। कुछ दिन तक छिपने के लिए यहां रुके थे। मामला शांत होने पर गांव चले जाते।
गोरखनाथ में हुई घटना में शामिल होने का है संदेह
एसटीएफ एसएसपी राजीव नारायण मिश्र ने बताया कि 31 अगस्त को गोरखनाथ क्षेत्र में गैस कटर से एटीएम काटकर बदमाश सात लाख रुपये चुरा ले गए थे। घटना में इस गिरोह के शामिल होने का संदेह है। पूछताछ में तीनों घटना में शामिल होने से इंकार कर रहे हैं। गिरोह के सभी बदमाशों को रिमांड पर लेकर दोबारा पूछताछ होगी। सबका लोकेशन पता किया जा रहा है।