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गोरखपुर में बढ़ेंगे तीन सौ बूथ, प्रशासन ने शुरू की तैयारी

निर्वाचन आयोग ने बूथों पर अधिकतम मतदाताओं की संख्या को कम करने का निर्णय लिया है। मतदेय स्थलों (बूथों) का आवंटन अब अधिकतर 1200 मतदाताओं के आधार पर किया जाएगा जबकि इससे पहले अधिकतम 1500 मतदाता एक बूथ पर होते थे।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Mon, 02 Aug 2021 01:10 PM (IST)Updated: Mon, 02 Aug 2021 05:43 PM (IST)
गोरखपुर में बढ़ेंगे तीन सौ बूथ, प्रशासन ने शुरू की तैयारी
विधानसभा चुनाव में गोरापुर में तीन सौ नए बूथ बनेंगे। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। निर्वाचन आयोग ने बूथों पर अधिकतम मतदाताओं की संख्या को कम करने का निर्णय लिया है। मतदेय स्थलों (बूथों) का आवंटन अब अधिकतर 1200 मतदाताओं के आधार पर किया जाएगा। मतदाताओं की संख्या कम करने से बूथों की संख्या बढ़ जाएगी। संख्या बढ़ाने के पीछे समय से मतदान संपन्न कराने का उद्देश्य है। जिले में आगामी विधानसभा चुनाव में करीब 300 बूथ बढ़ सकते हैं।

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एक बूथ पर 1500 की बजाय अधिकतम 1200 मतदाताओं को रखा जाएगा

गोरखपुर में इस समय 35 लाख से अधिक मतदाता हैं। विधानसभा चुनाव में 3870 बूथ बनाए जाते रहे हैं। पिछले कुछ चुनाव से चुनाव आयोग का फोकस मतदान फीसद बढ़ाने पर है और इसमें कामयाबी भी मिल रही है। ऐसी स्थिति में यदि बूथों पर मतदाताओं की संख्या अधिक रही तो निर्धारित समय में मतदान पूर्ण करा पाना आसान नहीं होगा। इस स्थिति को देखते हुए हर बूथ पर मतदाताओं की संख्या 300 तक कम की जा रही है। अधिक बूथ होंगे तो समय से वोट डाले जा सकेंगे और कोविड प्रोटोकाल का पालन भी किया जा सकेगा।

मतदेय स्थल चयन के लिए यह है समय सारिणी

मतदेय स्थल चयन के लिए समय सारिणी भी घोषित कर दी गई है। इसके लिए भवनों का चयन, पुननिर्धारण एवं सत्यापन दो से 17 अगस्त तक किया जाएगा। भौतिक सत्यापन के बाद मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा कर 21 अगस्त तक मतदेय स्थलों का प्रस्ताव तैयार कर लिया जाएगा।

आपत्तियों एवं सुझावों के लिए मतदेय स्थलों की सूची 23 अगस्त को प्रकाशित कर दी जाएगी। उसी दिन मतदेय स्थलों के संशोधन संबंधी प्रस्ताव की प्रति राजनीतिक दलों को दी जाएगी। सात सितंबर को मतदेय स्थलों की सूची को अंतिम रूप दिया जाएगा। 15 सितंबर को कंट्रोल टेबल की इंट्री की जाएगी। 20 सितंबर को इस सूची को मुख्य निर्वाचक अधिकारी को उपलब्ध करा दिया जाएगा। वहां से अनुमोदन के लिए 25 सितंबर को यह सूची निर्वाचन आयोग को भेज दी जाएगी।

मतदेय स्थलों का संभाजन (आवंटन) अधिकतम 1200 मतदाताओं के आधार पर किया जाएगा। इससे बूथों की संख्या बढ़ जाएगी। भविष्य में चुनाव के दौरान मतदान समय से पूरा करने में मदद मिलेगी और कोविड प्रोटोकाल का पालन भी हो सकेगा। मतदेय स्थलों को चिन्हित करने की प्रक्रिया सोमवार से शुरू हो जाएगी। - राजेश कुमार स‍िंह, एडीएम वित्त एवं राजस्व/उप जिला निर्वाचन अधिकारी।


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