Durga Puja 2020: इस बार कंधोंं पर नहीं, वाहन पर जाएंगी दुर्गा प्रतिमाएं Gorakhpur News
गोरखपुर में दुर्गाबाड़ी की दुर्गा प्रतिमा स्थापना काल से ही कंधे पर विसर्जन के लिए जाती रही है। लेकिन इस बार कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए समिति ने कंधे की जगह छोटी गाड़ी में प्रतिमा ले जाने का निर्णय लिया है।
गोरखपुर, जेएनएन। कोविड प्रोटाकाल के पालन के लिएं बंगाली समिति और एनई रेलवे बालक इंटर काॅलेज दुर्गा पूजा समिति ने दुर्गा पूजा को लेकर एक और परंपरा तोड़ने का फैसला कर लिया है। दोनों समितियों ने फैसला किया है कि इस बार वह विसर्जन के लिए अपनी प्रतिमाएं कंधों पर न ले जाकर वाहन पर ले जाएंगे। समितियों के जिम्मेदारों का कहना है कि यदि वह कंधे पर प्रतिमा ले जाने की परंपरा का निर्वहन करेंगे तो दुर्गा पूजा को लेकर शासन की ओर से जारी गाइड लाइन का उल्लंघन होगा।
कोरोना संक्रमण को देखते हुए लिया निर्णय
बंगाली समिति दुर्गाबाड़ी के सचिव अभिषेक चटर्जी ने बताया कि दुर्गाबाड़ी की दुर्गा प्रतिमा स्थापना काल से ही कंधे पर विसर्जन के लिए जाती रही है। लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण को देखते हुए शासन की ओर से जारी गाइडलाइन का पालन करते हुए समिति ने कंधे की जगह छोटी गाड़ी में प्रतिमा ले जाने का निर्णय लिया है। वहीं दुर्गा पूजा समिति एनई रेलवे बालक इंटर कॉलेज के सह सचिव देवेंद्र पांडेय ने बताया कि मंगलवार को प्रशासन के साथ हुई बैठक में हमारी समिति की ओर से प्रस्ताव रखा गया कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए इस बार प्रतिमा को कंधे पर ना ले जाकर वाहन में ले जाया जाए। समिति के प्रस्ताव पर सभी ने सहमति जताई और इसे लेकर प्रसन्नता जाहिर की।
राघव-शक्ति मिलन के लिए बैठक
राघव शक्ति मिलन को लेकर बंगाली समिति दुर्गाबाड़ी, बर्डघाट रामलीला समिति एवं राघव शक्ति मिलन समिति के साथ प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक दुर्गाबाड़ी परिसर में होगी। बैठक में राघव शक्ति मिलन कार्यक्रम के स्वरुप को लेकर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। यह जानकारी बंगाली समिति दुर्गाबाड़ी के सचिव अभिषेक चटर्जी ने दी।
रामलीला आयोजन की हुई आनुष्ठानिक शुरुआत
रामलीला समिति आर्यनगर की ओर से मानसरोवर रामलीला मैदान में आयोजित होने वाले रामलीला मंचन की आनुष्ठानिक शुरूआत हो गई है। समिति की ओर से संगीतमय सुंदरकांड का पाठ आयोजित किया गया और कोरोना महामारी से निजात दिलाने की भगवान श्रीराम से प्रार्थना की गई। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक समिति के महामंत्री पुष्पदंत जैन, मनीष अग्रवाल सर्राफ, विकास जालान और जितेंद्र नाथ अग्रवाल जीतू ने विधि-विधान से होने वाली पाठ-पूजा में बतौर यजमान हिस्सा लिया। उसके बाद राज्यसभा के मुख्य सचेतक शिव प्रताप शुक्ला और महापौर सीताराम जायसवाल ने मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम की आरती उतारी। पंडित रामदरश शर्मा ने सुंदरकांड की मधुर संगीतमय प्रस्तुति से सभी का मन मोह लिया। लोग भी तालियों की गूंज के साथ उनके सुर में सुर मिलाते दिखे। पाठ के बाद हनुमान जी की आराधना भी की गई। महामंत्री पुष्पदंत जैन ने बताया कि रामलीला के मंचन की शुरुआत 16 अक्टूबर से मानसरोवर रामलीला मैदान में ही होगी। इस दौरान शोभित मोहन दास, दीप अग्रवाल, नवोदित त्रिपाठी, जितेंद्र सैनी, गोवर्द्धन सिंह, रिंकी जैन, मीरा अग्रवाल, मीरा श्रीवास्तव, राधेश्याम श्रीवास्तव, विनय गौतम, यश जैन आदि की मौजूदगी महत्वपूर्ण रही। आयोजन के दौरान कोविड प्रोटाकाल का पूरा ध्यान रखा गया।