Coronavirus Lockdown : यह जिद आपको ही नहीं आपके परिवार को भी मुसीबत में डाल देगी Gorakhpur News
Coronavirus Lockdown के बाद दिल्ली-एनसीआर सहित अन्य शहरों से गांव पहुंचे लोगों को क्वारंटाइन सेंटरों पर रोकना चुनौती बन गई है।
गोरखपुर, जेएनएन। लॉकडाउन के बाद दिल्ली-एनसीआर सहित अन्य शहरों से गांव पहुंचे लोगों को क्वारंटाइन सेंटरों पर रोकना चुनौती बन गई है। मंगलवार को कई सेंटरों से लोगों के बिना बताए भागने की शिकायतें मिलती रहीं। कहीं पुलिस व गांव वालों ने पकड़ कर वापस पहुंचाया तो अनेक लोगों को परिवार का विरोध झेलना पड़ा। बावजूद इसके बड़ी संख्या में गायब लोग पुलिस-प्रशासन के लिए परेशानी का सबब बने हुए हैं। हालांकि मंगलवार को डीएम व एसएसपी खोराबार के जंगल चौरी व जंगल सिकरी गांव पहुंचे। उन्होंने कहा कि बाहर से आए लोग निर्धारित स्थलों पर ही ठहरें वरना जेल में रहना होगा।
प्राथमिक विद्यालय में रखे गए 110 लोग भागकर घर पहुंचे
सहजनवां के पाली ब्लाक स्थित गोविंदपुर प्राथमिक विद्यालय में 110 लोग रखे गए थे। सोमवार की रात करीब दर्जन भर लोग भागकर घर पहुंच गए। सुबह ग्रामीणों की सूचना पर अधिकारी पहुंचे और वापस बुलाया। इसी ब्लाक के मदनपुरा में दो व मझौरा गांव में चार लोग भाग निकले हैं, जिनकी तलाश जारी है। बेलीपार इलाके की एक बस्ती के चार लोगों को गांव के प्राइमरी स्कूल में रखा गया था। इनमें एक भागकर घर पहुंच गया। बाद में प्रशासन ने वापस लाकर रखा। बिस्टौली खुर्द, देवकली में भी ऐसे ही मामले सामने आए। पिपराइच के महमूदाबाद गांव के प्राइमरी स्कूल में 15 लोग रखे गए थे, इसमें नौ का पता नहीं है। खोराबार के आजादपुर के तीन लोग दिल्ली से आए थे। उन्हें क्वारंटाइन किया गया था, लेकिन वह खुला घूम रहे हैं। भटहट, हरपुर व चिलबिलवा के स्कूलों में रखे 16 लोग भाग निकले। सूचना पर प्रशासन ने उन्हें वापस रखवाया। गोला तहसील के मैभरा, अतरौला आदि गांवों से भी ऐसी ही शिकायतें हैं।
चीन से आए युवक को भेजा आइसोलेशन सेंटर
सरदारनगर के ग्राम भौवापार में चीन से आया युवक चार दिन से खुलेआम घूम रहा था। प्रधान व अन्य लोगों पुलिस से शिकायत की, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। मंगलवार को जागरण में खबर छपने के बाद पुलिस हरकत में आई और युवक को पकड़कर आइसोलेशन सेंटर भेजा।
बाहरी लोगों का प्रवेश वर्जित है
गोरखपुर शहर से सटे डिभिया व भैरोपुर प्राथमिक विद्यालय में बाहर से आए लोगों को रखने के लिए क्वारंटाइन सेंटर तैयार किया जा रहा था। मंगलवार को लेखपाल व सफाई कर्म'ाारी मौके पर थे। सूचना पर ग्रामीणों ने उन्हें भगाकर स्कूल में ताला लगा दिया। डिभिया के लोगों ने सड़क पर बैरिकेडिंग कर बोर्ड लगाया कि बाहरी लोगों का प्रवेश वर्जित है।
जब परिवारीजनों ने ही ठुकरा दिया
जंगल कौडिय़ा में क्वारंटाइन सेंटर से बिना बताए घर पहुंचे लोगों को परिवारीजनों ने ठुकरा दिया। यहां तेरह लोगों को पूर्व माध्यमिक विद्यालय कोलुआ में आइसोलेट किया गया है। इन लोगों ने बताया कि घर पहुंचने पर परिवारीजनों ने घुसने नहीं दिया। खाना देने से भी मना कर दिया। प्रधान अवधेश मिश्रा के समझाने पर घर के लोग खाना पहुंचाने को तैयार हुए।
दुबई से आए युवक को आइसोलेशन वार्ड में कराया गया भर्ती
दुबई से अपने घर महराजगंज जनपद के श्यामदेउरवा थाना क्षेत्र अंतर्गत माधोपुर गांव आए एक व्यक्ति को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया है। माधोपुर गांव निवासी लंबे समय से दुबई के मस्कट में रोजी रोजगार के जरिये अपना जीवन यापन करता था। कोरोना संक्रमण को लेकर लाकडाउन के कारण वह 21 मार्च को अपने घर आया। इसके बाद से अपने परिजनों के साथ रह रहा था। सोमवार को बाहर से आए लोगों को कोरंटाइन के लिए प्राथमिक विद्यालय माधोपुर में की गई व्यवस्था के तहत उसे रखा गया। मंगलवार को प्रशासन को उच्चाधिकारियों से इसके बारे में सूचना मिली तो आनन-फानन में एसडीएम सदर आरबी सिंह व सीओ सदर देवेंद्र कुमार सहित स्वास्थ्य विभाग, राजस्व की टीम के साथ विद्यालय पर पहुंच गए। इसके बाद स्वास्थ्य टीम युवक को एंबुलेंस से जिला अस्पताल ले गई और भर्ती कराया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी एके श्रीवास्तव ने कहा कि हवाई जहाज में युवक की बगल वाली सीट पर यात्रा कर रहा बिहार का व्यक्ति पाजिटिव पाया गया है। इसके बाद प्रशासन ने सतर्कता के तौर पर हवाई जहाज में यात्रा करने वाले सभी यात्रियों की जांच कराने का निर्णय लिया है। जिसके तहत युवक को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है। युवक की जांच के लिए नमूना भेजा जाएगा। इसके बाद उसका उपचार आरंभ हाेगा।
क्वारन्टाइन से भागे 31 लोगों पर मुकदमा
सिद्धार्थनगर जिले के खेसरहा थाना क्षेत्र के ग्राम कुड़जा स्थित प्राथमिक विद्यालय में सोमवार क्वारन्टाइन किए गए लोगों में से 31 लोगों के भाग जाने पर पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत किया है। ग्राम प्रधान ने इन लोगों के खिलाफ मंगलवार की दोपहर तहरीर दी, जिस पर शाम पांच बजे यह कार्रवाई की गई। प्रशासन ने सोमवार देर शाम दिल्ली व लखनऊ से आये इन लोगों को यहां संग रोध किया गया था। देर रात सभी स्कूल से अपने घर भाग गए। सुबह इसकी सूचना प्रधान ने जब प्रशासन को दी तो पुलिस सक्रिय हो गई।
इन पर दर्ज हुआ मुकदमा
लोगों को पहले विद्यालय में चलने को कहा गया पर वह नहीं माने और गांव में घूमते रहे। नतीजतन ग्राम प्रधान संगीता ने गांव के ही संतोष पुत्र झीनक बाबूलाल पुत्र बहादुर, जोगेन्दर पुत्र रामआसरे, चिनगुद पुत्र भागी, मिंटू पुत्र दयाराम, राजू पुत्र रामआसरे, धर्मेंद्र पुत्र छोटेलाल, रामअचल पुत्र धनई , दिलीप पुत्र राम चरण, सनोज पुत्र जगदीश, जितेंद्र पुत्र जगदीश, विष्णु पुत्र बली, गणेश पुत्र विजय, कैलाश पुत्र समुझ, महेंद्र पुत्र केशु, सत्येंद्र पुत्र केशु , श्यामू पुत्र उदय राज, चौथी पुत्र नाचन, बृजेश पुत्र हरिश्चंद्र, विकास पुत्र रामबृक्ष, डब्ल्यू पुत्र रामअचल, विशाल पुत्र रामवृक्ष, राजा राम पुत्र चंद्रिका, कन्हैया पुत्र सोमन ,लक्ष्मण पुत्र कन्हैया विजयनाथ पुत्र शुभग, मनजीत पुत्र गुड्डू लाल, अजय पांडे पुत्र कृपाशंकर, सीताराम पुत्र रामआसरे, रामकेवल पुत्र चुनमुन, झिनक पुत्र रामकेवल कुल 31 के खिलाफ नामजद तहरीर दी। थानाध्यक्ष खेसरहा प्रदीप कुमार सिंह का कहना है कि दोषियों के खिलाफ 188, 269 आईपीसी सहित महामारी अधिनियम के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया है।