Coronavirus lockdown: जमातियों की तलाश में कमजोर पड़ेे UP के यह जिले Gorakhpur News
Coronavirus lockdown लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने में जोन के पांच जिले कमजोर साबित हुए हैं। इन जिलों में जमातियों की तलाश में भी लापरवाही बरते जाने की बात सामने आई है।
नवनीत प्रकाश त्रिपाठी, गोरखपुर। लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने में जोन के पांच जिले कमजोर साबित हुए हैं। इन जिलों में जमातियों की तलाश में भी लापरवाही बरते जाने की बात सामने आई है। इससे कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने जिलाधिकारियों और पुलिस कप्तानों के प्रति नाराजगी जताते हुए लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिए हैं।
असंतोषजनक की श्रेणी में जोन के जिले
प्रदेश के 75 में से 40 जिलों की स्थिति को शासन ने असंतोषजनक माना है। इनमें गोरखपुर जोन के कुशीनगर, बस्ती, गोंडा, बहराइच और बलरामपुर जिले भी शामिल हैं। अपर मुख्य सचिव गृह ने इन जिलों के प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों को आपस में तालमेल बिठाकर संक्रमण रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। गोरखपुर जोन में तीन रेंज के 11 जिले हैं।
असंतोषजनक की वजह
कुशीनगर : जमातियों को तलाशने में लापरवाही और पुलिस टीम पर हमला
बस्ती : जोन में कोरोना संक्रमितों की सर्वाधिक संख्या होने के बाद भी जमातियों को तलाश में लापरवाही
गोंडा : जिले के 49 जमाती चिह्नित किए जाने के बाद भी सभी को खोज पाने में नाकाम
बलरामपुर : पुलिस टीम पर हमला और जिले में चिह्नित 37 जमातियों को खोजने में नाकामी
लागू व्यवस्था की समीक्षा की जा रही है। लॉकडाउन का कड़ाई से पालन कराया जाएगा। किसी भी स्तर पर लापरवाही मिली तो कार्रवाई की जाएगी। - दावा शेरपा, एडीजी जोन।
जमातियों के परिवार के 27 और सदस्य भेजे गए घर
महराजगंज में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती छह जमातियों के परिवार के समेकित विद्यालय में क्वारंटाइन 27 और सदस्यों की दूसरी जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें घर भेज दिया गया। घर जाने की खुशी में उनके चेहरे पर राहत झलक रही थी। जिले में कोरोना पाजिटिव मरीज पाए जाने के बाद उनके परिजनों और संबंधित गांवों से स्वास्थ्य विभाग ने सतर्कता के तौर पर समेकित विद्यालय में 53 लोगों को क्वांरटाइन कर जांच कराई थी। पहली जांच सभी की निगेटिव आई थी। नियमानुसार 14 दिनों बाद दूसरी जांच कराई जाती है, जिसके तहत 26 लोगों की जांच कराने के बाद रिपोर्ट निगेटिव आने पर उन्हें घर भेज दिया गया था। शेष 27 लोगों की जांच के लिए शनिवार को नमूना भेजा गया था, जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आने पर सुबह अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. आइए अंसारी के निगरानी में समेकित विद्यालय से सभी को एंबुलेंस के माध्यम से घर भेजा गया। सभी लोगों को घर जाने के बाद भी सतर्कता के तौर पर 14 दिनों तक क्वारंटाइन रहना है। इस कार्य में एंबुलेंस कर्मी विश्वनाथ, अजीत कुमार मौर्य, अभिषेक चौरसिया आदि जुटे रहे।