सावधान! गोरखपुर से दिल्ली जाने वाली प्राइवेट बसों में सक्रिय है चोरों का गैंग, यात्रियों को ऐसे लगा रहे चूना
गोरखपुर जिले से दिल्ली जाने वाली प्राइवेट बसों में पंद्रह दिन के अंदर दो यात्रियों के बैग से लाखों रुपये व गहने चोरी हो गए। मामले में पुलिस ने मुकदमा तो दर्ज किया लेकिन जांच की जहमत नहीं उठाई।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गोरखपुर शहर के नौसढ़ से दिल्ली तथा अन्य शहरों को जाने वाली प्राईवेट बसों में चोरों का बड़ा गिरोह सक्रिय है। यात्रा के दौरान यात्रियों के बैग से नकदी और जेवरों के चोरी होने का सिलसिला आम हो गया है। बीते 15 दिनों के अंदर गोरखपुर जिले के दो व्यवसायी के बैग से लाखों रुपये और जेवर चोरी हो गए। तहरीर पर सहजनवां और गीडा थाना पुलिस ने मुकदमा तो दर्ज कर लिया लेकिन जांच की जहमत नहीं उठा रही है। जब की व्यवसायियों ने बस के कर्मचारियों पर भी सवाल खड़ा किया है।
आम हो गई हैं चोरी की घटनाएं
गीडा थाना क्षेत्र के नौसढ़ चौराहा के आसपास से अधिक संख्या में प्राईवेट बसें हर रोज विभिन्न शहरों को जाती हैं। नौसढ़ और उसके आसपास ट्रेवल एजेंट बकायदे टिकट बुक कर यात्रियों को बसों पर बैठाते है लेकिन इधर कुछ प्राईवेट बसों में चोरी की घटनाएं आम हो गईं हैं।
इनके साथ हुई घटना
देवरिया में व्यापारी के कर्मी और इंद्रानगर गोरखपुर निवासी पंकज कुमार त्रिपाठी बीते आठ नवंबर को नौसढ़ से बस पकड़ कर दिल्ली के लिए चले। सहजनवां पहुंचते-पहुंचते उनके बैग में रखा तीन लाख रुपया नकद और लाखों रुपया का जेवर चोरी हो गया। एक सप्ताह चक्कर काटने के बाद पीड़ित का मुकदमा सहजनवां पुलिस ने दर्ज किया लेकिन जांच में एक कदम भी नहीं बढ़ सकी है।
चोरी की घटना को गंभीरता से नहीं ले रही पुलिस
15 नवंबर को शाहपुर निवासी वी मार्ट के संचालक ऋषिकेश यादव व्यापार के सिलसिले में दिल्ली जाने के लिए नौसढ़ से प्राईवेट बस पकड़े। दिल्ली पहुंचने तक बैग से चोरों ने पांच लाख रुपया चुरा लिया। पीड़ित को जानकारी होने पर उनके होश उड़ गए। उन्होंने बस में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज देखनी चाही मगर बस कर्मियों ने दिखाने से मना कर दिया। थक हारकर उन्होंने गीठा थाने में तहरीर दी। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया लेकिन बस कर्मियों से पूछताछ करने की जहमत नहीं उठाई।
यात्रा के दौरान बीच में सवार हो रहा गैंग
नौसढ़ से दिल्ली के बीच यात्रा के दौरान सहजनवां के आसपास कुछ युवक बस में सवार हो रहे हैं जो दिल्ली जाने के पहले ही उतर भी जा रहे हैं। दोनो घटनाओं में इस तरह का मामला सामने आया। 15 नवंबर को यात्रा कर रहे ऋषिकेश ने इसका विरोध भी किया लेकिन चालक और कंडक्टर ने उनकी एक न सुनी। पैसा चोरी होने के बाद भी उन्होंने बस कर्मियों से सवाल किया तो कर्मियों ने कोई जबाब नहीं दिया। तहरीर में भी उन्होंने इस बात का जिक्र किया है।
क्या कहते हैं अधिकारी
पुलिस अधिक्षक उत्तरी मनोज कुमार अवस्थी ने बताया कि अभियान चलाकर नौसढ़ से सहजनवां के बीच प्राइवेट बसों की जांच कराई जाएगी। नौसढ़ स्टैंड पर भी बसों की जांच होगी। चालक और कर्मियों से पूछताछ कर घटना का पर्दाफाश किया जाएगा।