सार्वजनिक स्थानों पर भीख मांगने से रोकेगा नगर निगम, जेल भी भेजेगा
गोरखपुर शहर के गली मोहल्ले में भिक्षा मांगने वालों की संख्या बढ़ गई है। अब तो सार्वजनिक स्थानों एवं ट्रैफिक सिग्नल के आसपास भीख मांगने दिखाई पड़ रहे हैं। इन्हें रोका जाएगा। कार्रवाई भी होगी।
गोरखपुर, जेएनएन। सार्वजनिक स्थानों एवं ट्रैफिक सिग्नल के आसपास भीख मांगने से नगर निगम रोकेगा। स्थानीय निकाय की निदेशक डॉ. काजल ने सभी नगर आयुक्तों को पत्र लिखकर ऐसे स्थानों पर भीख मांगने वालों पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। कुछ दिन पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस मामले में नगर निगम के ढीले रवैये पर नाराजगी जताई थी।
सभी प्रमुख धार्मिक स्थलों के आसपास झुंड बनाकर रहने वाले अब सार्वजनिक स्थलों एवं ट्रैफिक सिग्नल के आसपास भी भिक्षाटन करने लगे हैं। खासकर सिटी मॉल, रेस्टोरेंट, आइसक्रीम पार्लर और दुकानों के बाहर बच्चे से लेकर बूढ़े तक भीख मांगते नजर आते हैं। एक ही परिवार के आठ से दस लोग इस कार्य में शामिल हैं। बहुत से ऐसे भी हैं, जो जख्म दिखाकर दान लेना चाहते हैं। इस पर अंकुश लगाने के लिए शासन ने कुछ समय पहले नगर निकायों को निर्देश दिया था, लेकिन उसे गंभीरता से नहीं लिया गया। निदेशक का पत्र मिलने के बाद सार्वजनिक स्थलों पर भिक्षाटन से रोकने के लिए नगर निगम एक टीम गठित करेगा। टीम प्रतिदिन इसकी रिपोर्ट निगम प्रशासन को देगी।
रोग व घाव को प्रदर्शित किया तो होगी जेल
यदि कोई व्यक्ति सड़क या सार्वजनिक स्थान पर लोगों को तंग करके भीख मांगता है या इसके लिए रोग या घाव को प्रदर्शित करता है तो अपराधी ठहराए जाने पर उसे पुलिस की सहायता से नगर निगम जेल भेजेगा। इसमें एक माह की जेल या पचास रुपये जुर्माना भी देना पड़ सकता है।
सवाल यह है कि नगर निगम द्वारा किया जाने वाला सख्ती कितना कारगर होगा। यहां तो हर गली और मोहल्ले में भीख मांगने वाले मिल जाएंगे।