UP: एक साथ लाखों घरों की बिजली गुल होने में कहीं साजिश तो नहीं, विधायक राधामोहन केे ट्वीट पर शुरू हुई जांच
UP प्रदेश में पिछले दिनों एक साथ लाखों घरों की बिजली गुल होने पर विधायक राधामोहन ने साजिश की आशंका जाहिर की है। इसके बाद जांच शुरू हो गई है।
गोरखपुर, जेएनएन। जन्माष्टमी की शाम से देर रात तक स्मार्ट बिजली मीटर बंद होने के मामले की जांच के लिए नगर विधायक डॉ. राधा मोहनदास अग्रवाल ने ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा को ट्वीट किया था। 12 अगस्त की रात 11:23 बजे किए गए ट्वीट में नगर विधायक ने लिखा, यह साफ्टवेयर फेल्योर और वह भी कृष्ण जन्माष्टमी के दिन, मथुरा नरेश को कहीं बदनाम करने की चाल तो नहीं, चेयरमैन को इस प्रकरण की गंभीर जांच करनी चाहिए। माना जा रहा है कि नगर विधायक के ट्वीट के बाद बिजली निगम के चेयरमैन अरविंद कुमार ने दो अफसरों को निलंबित करने का निर्देश जारी किया। शुक्रवार को नगर विधायक ने फिर से ऊर्जा मंत्री को ट्वीट किया और कहा कि, अच्छा लगा कि आपने भी जांच की मांग की है।
एक हजार से ज्यादा स्मार्ट मीटर हुए थे बंद
12 अगस्त दोपहर बाद तकरीबन 3:30 बजे से शहर के स्मार्ट मीटर एक-एक कर बंद होने लगे। शाम छह बजे तक एक हजार से ज्यादा स्मार्ट मीटर बंद हो चुके थे। बिजली बिल का पूरा भुगतान करने के बाद भी स्मार्ट मीटर बंद होने उपभोक्ता परेशान हो उठे। उपभोक्ताओं ने बिजली निगम के अफसरों को फोन कर कारण पूछा तो वह भी संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। शाम सात बजे के बाद अफसरों को पता चला कि लखनऊ के कमांड सेंटर स्थित सर्वर में गड़बड़ी के कारण स्मार्ट मीटर बंद हुए। रात 11 बजे के बाद तक उपभोक्ताओं की आपूर्ति बहाल होती रही। जन्माष्टमी के दिन उमस भरी गर्मी में बिजली आपूर्ति बंद होने से उपभोक्ताओं का बुरा हाल हो गया था।
नगर विधायक डॉ. राधा मोहनदास अग्रवाल ने कहा कि स्मार्ट मीटर बंद होने की जांच की मांग की थी। यह बड़ी साजिश का हिस्सा हो सकता है।
बिजली निगम ने उपभोक्ताओं को मैसेज कर जताया खेद
स्मार्ट मीटर के सर्वर में गलत कमांड दिए जाने से गोरखपुर में भी सैकड़ों घरों की बिजली गुल हो गई थी। रमदत्तपुर और गायत्रीनगर के कई उपभाक्ताओं की आपूर्ति गुरुवार की सुबह हो पाई। इस समस्या को लेकर पूरी रात अधिकारी परेशान रहे। गुरुवार को बिजली निगम ने स्मार्ट मीटर के उपभोक्ताओं को मैसेज भेजकर खेद जताया। अचानक गुल हो गई थी हजारों घरों की बिजली : बुधवार शाम 6:30 बजे अचानक लखनऊ कमांड सेंटर से तकनीकी खामी की वजह से पूरे प्रदेश में लगे स्मार्ट मीटर से आपूर्ति ठप हो गई थी। गोरखपुर में भी करीब एक हजार उपभोक्ताओं की बिजली गुल हो गई थी। उपभोक्ता यह देखकर हैरान रह गए कि मीटर तक बिजली आ रही है, लेकिन घर के अंदर नहीं। आनन-फानन में कई लोगाें ने इसे तकनीकी खराबी मामने हुए बिजली मिस्त्री को घर बुला लिया। बाद में पता चला कि लखनऊ में एक गलत कमांड देने की वजह से ऐसा हुअा है और सैकड़ों उपभोक्ता इसके जद में हैं। इस दौरान उपभोक्ताओं की लगातार शिकायतों से बिजली निगम के अधिकारी भी परेशान हो गए। रात नौ बजे के बाद धीरे-घीरे आपूर्ति बहाल होने लगी। गुरुवार को बिजली निगम ने उन उपभाेक्ताओं से माफी मांगी जिनकी बिजली गुल हो गई थी। मैसेज में यह लिखा हुुुआ है कि- 'तकनीकी कारणों से 12 अगस्त को आपकी विद्युत आपूर्ति बाधित हुई, जिसके लिए हमे खेद है। आपका संयोजन यदि अभी भी विच्छेदित हो, तो कृपया 1912 पर अपने एकाउंट आईडी सहित अपनी शिकायत दर्ज करा दें'। मुख्य अभियंता देवेंद्र सिंह ने बताया कमांड कार्यालय लखनऊ में तकनीकी खामी की वजह से स्मार्ट मीटर वाले कुछ उपभोक्ताओं की आपूर्ति प्रभावित हुई थी। उपभोक्ताओं की परेशानी से निगम आहत है। शासन ने इस मामले में जांच के आदेश भी दिए हैं।