गोरखपुर की दो नदियों का पानी हो गया जहरीला, मर रहीं मछलियां, मवेशियों को ले जाने पर रोक Gorakhpur News
गोरखपुर की दो नदियों का पानी इस कदर प्रदूषित हो गया है कि जलीय जीव की मौत हो जा रही हैं। मछलियां मर कर उतरा रही हैं। किसानों ने नदी पर अपने मवेशियों को ले जाने से मना कर दिया है।
गोरखपुर, जेएनएन। कुआनों और रोहिन नदी का पानी जहरीला हो गया है। इससे बड़ी संख्या में मछलियां मर रहीं है। ऐसे में मछुआरों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। यही नहीं पानी अनुकूल नहीं होने से मछलियां नदी से उछलकर बाहर आ रही हैं और उनकी मौत हो जा रही है। बावजूद इसके जिम्मेदार समस्या समाधान में रुचि नहीं ले रहे हैं।
ग्रामीणों ने मवेशियों को नदी पर ले जाने से रोका
खजनी क्षेत्र के सोपाई, रहदोली, गौरगंज, दुघरा, साउखोर, बौरडीह, धुरियापार, समदपुर, चाईपुर, बेलाव शाहपुर, जिगिनिया, कुरावल, मठराम गिरी व बनकटी आदि गांवों से गुजर रही कुआनों नदी के किनारे मछलियां तड़प तड़प कर मर रही हैं। कुआनो का पानी काला पड़ गया है। इन मछलियों को कुछ लोग उठाकर बाजार में बेच दे रहे हैं। स्थिति यह है कि गांव के लोग डर कर अपने मवेशी को नदी के तट की तरफ जाने नहीं दे रहे हैं। शिव कुमार सिंह, सुरेंद्र पाल सिंह व रामसेवक आदि ने नदी में जहरीला पानी छोडऩे वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
एसडीएम ने कहा-यह फैक्ट्री का अपशिष्ट
एसडीएम विपिन कुमार ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। संतकबीर नगर और बस्ती के किसी फैक्ट्री के अपशिष्ट को ट्रीटमेंट किए बिना नदी में बहा दिया गया है, जिससे समस्या उत्पन्न हुई है। इसके बारे में वहां के प्रशासन से बात की जा रही है। मामले की जांच कर करवाई की जाएगी।
रोहिन का पानी भी जहरीला
रोहिन नदी का पानी भी जहरीला हो गया है। इधर दो दिनों से पीपीगंज क्षेत्र स्थित नदी की मछलियां मर रही हैं वहीं अगल- बगल गांव के पशुपालक अपने पशुओं को नदी के आसपास फटकने नहीं दे रहे हैं। पीपीगंज क्षेत्र के अकटहवा घाट से लेकर जंगल कौडिय़ा तक नदी का पानी जहरीला होने से गांव के लोग परेशान हैं। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि यह जहरीला पानी नेपाल के किसी फैक्ट्री से निकला हुआ है, जो रोहिन नदी के को जहरीला कर रहा है।
नदी की मछली खाने से बीमार
क्षेत्र के मखनहा निवासी लौहर यादव, साकेत यादव, रामू गौड, ओम प्रकाश, रामललित शर्मा, खेदू निषाद, मुनीब निषाद आदि ने बताया कि नदी का पानी जहरीला है। पशु नदी का पानी पीकर बीमार हो जा रहे हैं। इन लोगों ने यह भी बताया कि नदी से निकली की मछलियां खाने से मखनहा के टोला अगहीयवहा निवासी शेषनाथ निषाद व रामशरण निषाद की तबीयत खराब हो गई थी, जो दवा कराने के बाद ठीक हुआ। इस संबंध में एसडीएम कैंपियरगंज मनोज कुमार तिवारी ने बताया कि हमको जानकारी नहीं है। इस तरह की बात यदि है तो अविलंब इसकी जांच कराई जाएगी।