चीनी उत्पादों को टक्कर देने के लिए प्रशिक्षित होंगे बेरोजगार, पहला बैच तैयार Gorakhpur News
प्रशिक्षण पूरा होने के बाद उन्हें स्वरोजगार का रास्ता भी दिखाया जाएगा। प्रशिक्षण की ऐसी व्यवस्था की गई है जो दक्ष लोग अपने हुनर के दम पर चीनी उत्पादों का टक्कर देंगे।
गोरखपुर, जेएनएन। गीडा (गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण) की ओर से संचालित होने वाला कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र एक जून से शुरू हो जाएगा। 30 लोगों का पहला बैच बनाया जाएगा और इसमें शामिल लोगों को एलईडी बल्ब, झूमर, झालर, सोलर लालटेन आदि बनाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण पूरा होने के बाद उन्हें स्वरोजगार का रास्ता भी दिखाया जाएगा। प्रशिक्षण की ऐसी व्यवस्था की गई है जो दक्ष लोग अपने हुनर के दम पर चीनी उत्पादों का टक्कर देंगे।
प्रशिक्षण के बाद जैसा भी चाहेंगे, सिर्फ लाभ ही मिलेगा
प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद यदि वे उत्पादन करना चाहें तो कर सकेंगे। प्रशिक्षण देने वाली कंपनी उनसे माल तैयार कराकर स्वयं खरीदने का विकल्प भी देगी। प्रशिक्षण में प्रयोग होने वाला कच्चा माल व उपकरण कंपनी की ओर से दिया जाएगा, इसके लिए एक हजार रुपये शुल्क रखा गया है।
पढ़े-लिखे लोग भी कर रहे आवेदन
प्रशिक्षण देने वाली कंपनी वीएस एनर्जी के विवेक सिंह के अनुसार अभी तक करीब 150 लोगों ने पंजीकरण कराया है। पहला बैच एक जून से शुरू होगा। पांच दिनों तक चलने वाले बैच में सुबह 10 से शाम चार बजे तक उत्पाद तैयार करने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। पंजीकरण कराने वालों में बाहर से आए लोग शामिल हैं। इसके लिए किसी प्रकार का योग्यता या उम्र की बाधा नहीं रखी गई है। पंजीकरण कराने वालों में हाईस्कूल पास भी शामिल हैं तो बीटेक डिग्रीधारी भी।
अपने घरों पर भी तैयार कर सकते हैं सामग्री
विवेक सिंह का कहना है कि प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद लोग स्वयं अपने घर पर इन वस्तुओं को बना सकते हैं और बेच सकते हैं। कच्चा माल वे कहीं से भी ले सकते हैं। यदि अपना काम नहीं करना चाहेंगे तो कंपनी के लिए माल तैयार कर सकेंगे। इस दीपावली में चीन से आने वाली झालरों को टक्कर देने के लिए हम बड़े पैमाने पर उत्पादन करेंगे और इसमें प्रशिक्षित लोगों का बड़ा सहयोग होगा। उन्हें रोजगार भी मिलेगा।
बड़े पैमाने पर मिलेगा रोजगार
गीडा के सीईओ संजीव रंजन का कहना है कि कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र में प्रशिक्षण के लिए पहला बैच बन गया है। एक जून से प्रशिक्षण शुरू होगा। लोगों को बड़े पैमाने पर रोजगार मिल सकेगा।