यहां के दो सांसदों ने विकास का कोई भी काम नहीं कराया, क्षेत्र में हो रही किरकिरी Gorakhpur News
दोनो सांसद क्षेत्र में हो रहे कार्यक्रमों में भी व्यस्त हैं। वह अपने काम के बारे में अभी तक किसी से कुछ सफाई भी नहीं दे रहे हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। लोकसभा चुनाव हुए छह माह से ज्यादा समय बीत गए हैं, लेकिन देवरिया के दो सांसदों ने विकास का अभी तक रत्तीभर काम नहीं किया है। इस कारण क्षेत्र में किरकिरी हो रही है। दोनो सांसद क्षेत्र में हो रहे कार्यक्रमों में भी व्यस्त हैं। वह अपने काम के बारे में अभी तक किसी से कुछ सफाई भी नहीं दे रहे हैं।
इनमें देवरिया के सांसद डा.रमापति राम त्रिपाठी और सलेमपुर सांसद रविंद्र कुशवाहा हैं। पता करने जानकारी हुई कि अभी इन सांसदों को केंंद्र सरकार से मिलने वाली सांसद निधि की पहली किस्त जारी ही नहीं हुई है। ऐसे में सांसदों की तरफ से प्रस्ताव उपलब्ध नहीं हो सका है। जिला प्रशासन का कहना है कि सांसदों के खाते खुल गए हैं। शासन को भेज भी दिया गया है। धन आने का इंतजार किया जा रहा है।
सभी सांसदों को हर साल मिलते हैं पांच करोड़
सांसद निधि में प्रत्येक सांसद को अपने लोकसभा क्षेत्र में विकास कार्यों के लिए एक साल में पांच करोड़ रुपये मिलते हैं। इससे वह नाली, सड़क, शवदाह गृह या बरातघर निर्माण समेत अन्य जनहित के कार्यों पर खर्च कर सकता है। यह रकम सांसदों को दो किस्तों में मिलती है। पहली किस्त 2.5 करोड़ की होती है। जब इस किस्त के खर्च का उपभोग प्रमाण पत्र भेजा जाता है तो दूसरी किस्त जारी होती है। हालत यह है कि दोनों सांसदों को पहली किस्त नहीं मिलने से विकास कार्यों को गति नहीं मिल पा रही है।
राजस्थान के राज्यपाल की भी अटकी निधि
राजस्थान के राज्यपाल व देवरिया के पूर्व सांसद कलराज मिश्र का भी आखिरी किस्त के रूप में 2.50 करोड़ रुपये शासन में अटका हुआ है। कई स्वीकृत प्रस्ताव भी पूरे नहीं हो पाए हैं। कुछ माह पहले जब राजस्थान के राज्यपाल देवरिया आए थे तो आननफानन अफसरों ने बैठक कर अधूरे कार्यों को पूरा करने पर जोर दिया। वहीं सलेमपुर के सांसद रङ्क्षवद्र कुशवाहा के पहले कार्यकाल की सभी किस्तें प्राप्त हो चुकी हैं।
शासन से किया गया है पत्राचार
इस संबंध में जिलाधिकारी अमित किशोर का कहना है कि प्रथम किस्त के लिए शासन से पत्राचार किया गया है। अभी सांसद निधि आई नहीं है। उम्मीद है कि जल्द ही सांसद निधि प्राप्त हो जाएगी।