रुला देगी इन मासूमों की कहानी; पिता की मौत के बाद मां ने साथ छोड़ा, पुलिस बनी तारणहार Gorakhpur News
गोरखपुर के इन दो मासूकों की कहानी आपको रुला देगी। छह साल पहले पिता ने फांसी लगाकर खुदकशी कर ली तो कुछ माह बाद ही मां भी उन्हें छोड़कर प्रेमी के साथ चली गई।
गोरखपुर, जेएनएन। गुलरिहा क्षेत्र के सराय गांव की दो मासूम बहनों की कहानी आपको रूला देगी। 12 और आठ वर्ष की छोटी सी उम्र में जो कुछ उन्होंने भोगा है, उसकी कल्पना भर से रूह कांप जाती है। छह साल पहले पिता ने फांसी लगाकर खुदकशी कर ली तो कुछ माह बाद ही मां भी उन्हें छोड़कर प्रेमी के साथ चली गई। गांव के लोगों की मदद से दोनों बहनें अद्र्धनिर्मित घर में गुजर-बसर कर रही थीं। मां ने उसे भी बेच दिया। ग्रामीणों के विरोध के चलते खरीदने वाला उस पर कब्जा नहीं कर पाय तो मां का प्रेमी घर खाली कराने आ धमका। इस दौरान बच्चियों से उसने छेड़खानी शुरू कर दी।
पुलिस ने की मदद
इसकी सूचना पर पुलिस पहुंची लेकिन तब तक उनकी मां का प्रेमी भाग निकला था। घटना के बारे में पूछताछ के दौरान बच्चियों की कहानी पता चलने पर पुलिस वाले भी दंग रह गए। उनकी दास्ता सुनकर द्रवित हुए गुलरिहा थानेदार ने बच्चियों को न्याय दिलाने और उनकी देखभाल करने का बीड़ा उठाया है। इतना ही नहीं बुधवार को उन्होंने खुद पहल कर उनके घर की रंगाई-पुताई कराई, बिजली का कनेक्शन लगवाया, तख्त, राजाई और गद्दा दिलवाया तथा राशन के साथ ही खाने-पीने की अन्य चीजों का इंतजाम भी कराया। ग्राम प्रधान खडग़ बहादुर सिंह पहले से ही बच्चियों के मददगार बने हुए थे।
मां के विरुद्ध दर्ज हुआ मुकदमा
सराय गांव निवासी साधु निषाद के पास 25 डिसमिल जमीन थी। गांव के ही एक भूमाफिया ने छह साल पहले उन्हें झांसे में रखकर सारी जमीन अपने नाम करा लिया। बदले में उन्हें सिर्फ दो लाख रुपये ही दिया था। सारी जमीन हाथ से निकलने का पता चलने पर वह सदमे में आ गए। इसी सदमे में उन्होंने फांसी लगाकर खुदकशी कर ली थी। उस समय बड़ी बेटी की उम्र छह साल और छोटी की दो साल ही थी। साधु की मौत के कुछ माह बाद ही उनकी पत्नी पिंकी देवी, बच्चियों को छोड़कर प्रेमी के साथ चली गई। तभी से दोनों बच्चियों लोगों की दया पर जी रही हैं। इसी बीच मां के प्रेमी के घर खाली कराने के लिए आने के साथ ही उनके जीवन में एक बार फिर भूचाल आ गया। बड़ी बेटी की तहरीर पर पुलिस ने उसकी मां के प्रेमी के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया है।
गांव के विद्यालय में पढ़ती हैं बच्चियां
दोनों बच्चियां अनाथ भले ही हैं लेकिन ग्राम प्रधान ने उनका नाम गांव के ही प्राथमिक विद्यालय में लिखवा दिया है। बड़ी बेटी आठवीं और छोटी बेटी दूसरी कक्षा में पढ़ रही हैं। गुलरिहा इंस्पेक्टर ने उनकी पढ़ाई आगे जारी रखने में मदद करने की भी बात कही है।
अभी छेड़खानी का मुकदमा दर्ज हुआ है। चिकित्सकीय जांच के बाद पॉक्सो की धारा बढ़ाई जाएगी। बच्चियों के पिता से धोखाधड़ी कर जमीन लिखवाने के मामले की भी जांच कर कार्रवाई की जाएगी।- मनोज कुमार राय, गुलरिहा इंस्पेक्टर