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गोरखपुर शहर में जलभराव से हालात बेकाबू, एनडीआरएफ ने संभाला मोर्चा

Waterlogging in Gorakhpur City गोरखपुर शहर में पानी से घिरे घनी आबादी वाले मोहल्लों में राहत बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ को उतरना पड़ा। गुरुवार देर रात तक शक्तिनगर वार्ड और जंगल तुलसी राम में फंसे 32 लोगों को रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Fri, 27 Aug 2021 11:41 AM (IST)Updated: Fri, 27 Aug 2021 11:41 AM (IST)
गोरखपुर शहर में जलभराव से हालात बेकाबू, एनडीआरएफ ने संभाला मोर्चा
गोरखपुर शहर में लोगों को बचाने उतरी एनडीआरएफ की टीम। - जागरण

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। बारिश के कारण हुए जलभराव से शहर के हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। पानी से घिरे घनी आबादी वाले मोहल्लों में राहत बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल) को उतरना पड़ा। गुरुवार देर रात तक शक्तिनगर वार्ड और जंगल तुलसी राम में फंसे 32 लोगों को रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया। एनडीआरएफ की मदद के लिए नगर निगम की इन्फोर्समेंट टास्क फोर्स को भी लगाया गया है। पार्षदों ने बताया कि रामगढ़ ताल, गोड़धोइया, गोर्रा, तुर्रा आदि नालों के बैक फ्लो करने के चलते मोहल्लों में जलस्तर बढ़ रहा है।

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नगर निगम के दो मोहल्लों में फंसे नौ परिवार के 30 लोगों को रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया

शक्तिनगर वार्ड के सहयोग विहार निवासी मनोज यादव, केके पांडेय और विजय कुमार ने घर के चारो तरफ 10 फीट पानी लगने और परिवार के 12 सदस्यों के फंसे होने की जानकारी पार्षद को दी। नगर आयुक्त ने प्रशासन के जरिये एनडीआरएफ से मदद मांगी। एनडीआरएफ प्रभारी बीएस चंद्रा के नेतृत्व में रात नौ बजे टीम पहुंची और सभी को बाहर निकाला। पार्षद आलोक सिंह विशेन ने बताया कि तीन परिवार वहीं रुके हैं। जिनका आवास भूतल पर था, उन्हेंं निकाला गया है।

बारिश के चलते नालियां लबालब, बैक फ्लो करने लगा रामगढ़ताल, गोड़धोइया, गोर्रा नाला

जंगल तुलसी राम पश्चिमी के पार्षद अभिमन्यु मौर्य ने रात करीब 11 बजे नगर आयुक्त को बताया कि अकोलहवा में मोहम्मद इस्लाम, रमेश यादव, कंचन श्रीवास्तव, मंगरु यादव, अभय मौर्या और रमेश यादव के परिवार के 20 लोग छत पर फंसे हैं। घर का भूतल डूब चुका है। आशंका है कि रात में पानी छत तक पहुंच जाएगा। एनडीआरएफ की टीम 11.30 बजे बिछिया ताड़ीखाना पहुंची। नाव से मोहल्ले में जाकर सभी को बाहर निकाला। पार्षद ने बताया कि रामगढ़ ताल एवं तुर्रा नाला ओवरफ्लो होने की वजह से भी कई इलाकों में जलभराव जैसी नौबत आ गई है। अगर यही स्थिति रही तो बहुत से मोहल्ले पूरी तरह डूब जाएंगे। नगर निगम प्रवर्तन दल के प्रभारी कर्नल सीपी सिंह को भी टीम के साथ मौके पर लगाया गया है।

एयरफोर्स की तरफ से आ रहा पानी

स्थानीय लोगों का कहना था कि एयरफोर्स ओल्ड प्रोजेक्ट की तरफ से कुसम्ही जंगल में बने क'चे नाले में पानी आ रहा है। नाला जगह जगह बंद पड़ा है लेकिन पानी तुर्रा नाले में जाने की बजाय कुसम्ही जंगल में फैल गया है जिससे जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गई है। उधर, आजाद नगर वनटांगिया निवासी अयोध्या का छप्पर वाला मकान बारिश के चलते गिर गया। हादसे में उनका पैर टूट गया।

जलभराव में फंसे 12 लोगों को एनडीआरएफ ने निकाला

शक्तिनगर वार्ड के सहयोग विहार में जलभराव के चलते फंसे तीन परिवार के 12 सदस्यों को गुरुवार की रात एनडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू कर बाहर निकाला। नगर निगम इन्फोर्समेंट टास्क फोर्स ने भी एनडीआरएफ की मदद की। पार्षद के सहयोग से सभी लोगों को उनके रिश्तेदारों के वहां भेजा गया है। सहयोग विहार के मनोज यादव, केके पांडेय एवं विजय कुमार के परिवार के 12 सदस्य जलभराव के चलते फंस गए थे। स्थानीय पार्षद आलोक ङ्क्षसह विशेन ने इनको रेस्क्यू कराने के लिए प्रयास शुरू किया। नगर आयुक्त अविनाश सिंह को को भी इसकी जानकारी दी गई। पार्षद ने बताया कि तीन परिवार स्वे'छा से वही पर रुके हुए हैं। जिनका आवास भूतल पर था उन्हें निकाला गया है। नगर निगम इन्फोर्समेंट टास्क फोर्स के प्रभारी कर्नल सीपी ङ्क्षसह भी टीम के साथ मौजूद रहे।

बाढ़ से प्रभावित हुए 135 गांवों के 1.50 लाख लोग

गोरखपुर में अब तक छह तहसीलों के 135 गांव बाढ़ के पानी से घिर चुके हैं और यहां के एक लाख 52 हजार 250 लोग प्रभावित हुए हैं। 6500 हेक्टेयर क्षेत्रफल बाढ़ के पानी में डूबा है। प्रशासन की ओर से बचाव कार्य किए जा रहे हैं। लोगों के आवागमन के लिए अब तक छोटी-बड़ी 167 नाव लगाई जा चुकी है। पानी अब मुख्य सड़क मार्गों एवं रेल मार्ग की ओर भी बढऩे लगा है। पूर्वोत्तर रेलवे ने पीपीगंज रेल मार्ग पर कई ट्रेन को दूसरे मार्ग पर डायवर्ट कर दिया।

लोगों के आवागमन के लिए लगाई गईं 167 नाव

86 बाढ़ चौकियों को सक्रिय कर दिया गया है। गुरुवार को 13 मेडिकल टीमें गठित कर 795 लोगों का इलाज किया गया। क्लोरीन की 8700 से अधिक गोली का वितरित किया गया। सभी पीएचसी एवं सीएचसी पर वेनम एंटी स्नेक उपलब्ध है। जिला आपदा विशेषज्ञ गौतम गुप्ता ने बताया कि गुरुवार को सदर तहसील में 250, सहजनवां में 250, कैंपियरगंज में 140 एवं गोला में 40 राशन किट वितरित किया गया। अभी करीब 20 हजार राशन किट का और आर्डर दिया गया है। बाढ़ बचाव कार्यों में राष्ट्रीय आपदा मोचक बल (एनडीआरएफ) एवं राज्य आपदा मोचक बल (एसडीआरएफ) को लगाया गया है।


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