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विधायक फतेह बहादुर के नाम पर बैंक से 5.75 लाख रुपये की ठगी करने वाले आरोपित को रिमांड पर लेगी पुलिस

पुलिस की जांच में पता चला है कि मनीष चंद्रा के पास ठगी के लिए जो काल आई थी वह अलीगढ़ से थी। सलाहुद्दीन को एकराम से जो सिम मिलते थे उनसे वह पेटीएम एकाउंट खोलता था और उसे अलीगढ़ के गई जालसाजों को बेचता था।

By Satish Chand ShuklaEdited By: Published: Wed, 12 May 2021 04:53 PM (IST)Updated: Wed, 12 May 2021 06:33 PM (IST)
विधायक फतेह बहादुर के नाम पर बैंक से 5.75 लाख रुपये की ठगी करने वाले आरोपित को रिमांड पर लेगी पुलिस
बैंक से फ्राड करने के संबंध में प्रतीकात्‍मक फाइल फोटो, जेएनएन।

गोरखपुर, जेएनएन। गीडा स्थित एक बैंक शाखा प्रबंधक मनीष चंद्रा के पास विधायक के नाम पर फोन करके 5.75 लाख रुपये की ठगी करने वाले गिरोह के दो सदस्‍य जेल में है। एक आरोपित सलाहुद्दीन को देवरिया पुलिस ने गिरफ्तार किया था तो दूसरे आरोपित एकराम को साइबर थाना पुलिस ने कुशीनगर से गिरफ्तार किया था। मुख्‍य आरोपित अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है। उसे पकड़ने के लिए पुलिस सलाहुद्दीन को रिमांड पर लेगी। सलाहुद्दीन ही उससे सीधे संपर्क में जुड़ा था।

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बैंक प्रबंधक को लिया था झांसे में

लखनऊ के कानपुर रोड निवासी मनीष चंद्रा ने बीते 10 मार्च को साइबर थाने में प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया था कि किसी अज्ञात व्‍यक्ति ने उनके मोबाइल पर फोन करके खुद को विधायक फतेहबहादुर बताया था और उनसे तत्‍काल एक एकाउंट में 5.75 लाख रुपये स्‍थानांतरित करने के लिए कहा। शाखा प्रबंधक पर प्रभाव जमाने के लिए उसने आफीशियल मेल का भी हवाला दिया। मनीष ने इसे सच मानते हुए  विधायक फतेहबहादुर के बैंक खाते से 5.75 लाख रुपये स्‍थानांतरित कर दिया था। साइबर थाना पुलिस मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच कर रही थी। साइबर थाने की जांच में पता चला कि मनीष चंद्रा के पास जिस नंबर से फोन आया था। उस पर फोटो किसी और की है आधार किसी और का है। आरोपित ने बिहार के जिस खाते में रुपये ट्रांसफर कराया था, वहां से रुपये एक पेटीएम पर ट्रांसफर किए गए हैं। जांच में पता चला कि वह पेटीएम नंबर का सिम कुशीनगर से खरीदा गया है। छानबीन के दौरान पता चला कि एकराम ने फोटो व आधारकार्ड दूसरे का लेकर यह नंबर हासिल किया है। साइबर थाने की टीम ने एकराम को कुशीनगर जिले के तरयासुजान थाने के तमुकुहीराज  कस्‍बे से गिरफ्तार किया था। उसने पूछताछ में पुलिस को बताया कि वह पयों के लालच में सलाउद्दीन अंसारी निवासी पुरानी तमकुहीराज थाना तरयासुजान के लिए काम करता था। उसने ठगी के लिए हीरा कुशवाहा नामक व्यक्ति के आधार कार्ड पर अपना फोटो लगाकर  कूटरचित दस्‍तावेजों से सिम उपलब्‍ध कराता था। सलाहुद्दीन को एक अन्‍य जालसाजी के मामले में देवरिया पुलिस ने दो माह पूर्व गिरफ्तार किया है। साइबर थाना पुलिस अब उसे रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है।

अलीगढ़ से आई थी काल

पुलिस की जांच में पता चला है कि मनीष चंद्रा के पास ठगी के लिए जो काल आई थी, वह अलीगढ़ से थी। सलाहुद्दीन को एकराम से जो सिम मिलते थे, उनसे वह पेटीएम एकाउंट खोलता था और उसे अलीगढ़ के गई जालसाजों को बेचता था। साइबर थाना के प्रभारी निरीक्षक सूर्यभान सिंह का कहना है कि मुख्‍य आरोपित को पकड़ने के लिए सलाहुद्दीन को रिमांड पर लेने की तैयारी चल रही है। उसे रिमांड पर लेने के बाद मुख्‍य आरोपित को ट्रेस किया जाएगा। पुलिस उसे भी गिरफ्तार करेगी।


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