इस बच्चे के जीवन में मसीहा बनकर आया यह पुलिस अफसर
पट्टीदारों से पीडि़त होकर मां के साथ एसपी से मिलने आया था यह बच्चा। एसपी ने गोद ले लिया और अब उसका पूरा खर्च भी उठा रहे हैं एसपी दिलीप कुमार।
गोरखपुर, (जेएनएन)। बस्ती जिले में पट्टीदारों द्वारा तंग किये जाने पर मां संग 24 जुलाई को पुलिस कप्तान से मिलने पहुंचे गरीब किशोर विनय कुमार के पढ़ाई का पूरा खर्च उठाने की जिम्मेदारी लेने के बाद एसपी उसे भूले नहीं है। जुलाई माह में स्कूल में दाखिला कराने के बाद फीस, बैग, पुस्तक आदि का इंतजाम करने के बाद एसपी पहली बार बालक से मिलने स्कूल पहुंचे। स्कूल में अचानक पुलिस अधीक्षक दिलीप कुमार को अपने बीच पाकर विनय काफी खुश हुआ। स्कूल प्रबंधन भी गदगद नजर आया। विनय ने कहा कि यहां आकर मुझे नया जीवन मिला है।
बस्ती के पुलिस अधीक्षक दिलीप कुमार ने विनय कुमार पुत्र आसाराम निवासी देईडीहा थाना दुबौलिया बस्ती के शिक्षा की जिम्मेदारी ली है। ठीक दो माह बाद 24 सितंबर को एसपी छात्र से मिलने उसके विद्यालय रामदास उदय प्रताप इंटर कालेज भटपुरवा चिलमा बाजार बस्ती गये। अभिभावक की भूमिका में विनय से कुछ देर तक बातचीत करने के अभिभावक के तौर पर शिक्षा के संबंध में जानकारी ली। इसके साथ ही एसपी न विद्यार्थियों में फल वितरित किया। कालेज के प्रधानाचार्य से एसपी ने कहा कि विनय की पढ़ाई पर होने वाला पूरा खर्च उनकी ओर से उठाया जाएगा।
ईंट भट्ठे पर काम कर पढ़ाई करता था विनय
चार भाई बहनों में सबसे बड़ा विनय ईंट भट्ठे पर काम करके पढाई करता था। उसकी मां दूसरों के घर काम करके घर का खर्च चलाती है। आये दिन विनय के परिवार को पट्टीदारों द्वारा प्रताडि़त किया जा रहा था। उसे अपनी जमीन पर छप्पर तक पट्टीदार रखने नहीं दे रहे थे। ऐसे में वह अपनी मां के साथ 24 अगस्त को पुलिस अधीक्षक से मिलने आया था। एसपी ने उसकी मूल समस्याओं का समाधान ही नहीं किया बल्कि उसकी पढ़ाई का जिम्मा भी खुद ले लिया।