गोरखपुर में पेट्रोल पंप मालिक अब पुलिस को नहीं देंगे तेल, जानें-क्या है वजह Gorakhpur News
नागरिकों की हिफाजत के लिए लगाए गए वाहनों के लिए तेल का संकट उत्पन्न हो गया है। आपूर्ति करने वाला पंप बकाया भुगतान होने तक तेल देने को तैयार नहीं है।
गोरखपुर, जेएनएन। जिले में पुलिस विभाग के 225 वाहनों के लिए तेल का अकाल होने से वीआइपी संग नागरिकों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं। पंप मालिक ने करीब 80 लाख रुपये के बकाए में पुलिस के वाहनों को डीजल देने से हाथ खड़े कर दिया है।
डीजल के अभाव में 70 वाहन खड़े
जिले के नागरिकों की सुरक्षा के लिए 196 और वीआइपी की हिफाजत हेतु 29 वाहन हैं। इनमें से डीजल के अभाव में 70 वाहन खड़े होने के कगार पर पहुंच गए हैं। सप्ताह भीतर तेल की पर्याप्त उपलब्धता न होने की स्थिति में क्राइम कंट्रोल में भी बाधा आ सकती है।
हर वर्ष चार करोड़ की डीजल की खपत
पुलिस विभाग के 225 वाहनों के आवागमन के लिए प्रति वर्ष चार करोड़ के डीजल की जरूरत पड़ती है। वर्तमान समय में पुलिस लाइन में वीआइपी सुरक्षा के लिए डीजल है लेकिन नागरिकों की हिफाजत के लिए लगाए गए वाहनों के लिए तेल का संकट उत्पन्न हो गया है। आपूर्ति करने वाला पंप बकाया भुगतान होने तक तेल देने को तैयार नहीं है।
कैदियों की गैर जनपद पेशी पर लग सकता है ग्रहण
जिला कारागार में बंद एक दर्जन कैदियों को प्रतिदिन महराजगंज, आजमगढ़, मऊ, बलिया व संभल जबकि लगभग आधा दर्जन कैदियों को हर 20 दिन पर जयपुर, नोएडा, बुलंदशहर, दिल्ली, मेरठ आदि जनपदों में पेशी पर ले जाना पड़ता है। तेल के संकट से कैदियों की गैर जनपद में पेशी पर भी ग्रहण लग सकता है।
भुगतान के लिए शीघ्र लिखा जाएगा पत्र
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा. सुनील गुप्त का कहना है कि नागरिकों की सुरक्षा में लगाए गए पुलिस के वाहनों के लिए तेल की कमी नहीं होने दी जाएगी। डीजल आपूर्ति करने वाले पंप के बकाए का भुगतान कराने के लिए पुलिस मुख्यालय को शीघ्र ही पत्र लिखा जाएगा।