जिला पंचायत में विकास को लेेकर जारी गतिरोध थमा, टेंडर निकालने पर बनी सहमति Gorakhpur News
मुख्य विकास अधिकारी हर्षिता माथुर का कहना है कि विकास कार्य शीर्ष प्राथमिकता में हैं। जिला पंचायत बोर्ड की बैठक में सदस्यों की सभी समस्याओं का निराकरण करा लिया गया है।
गोरखपुर, जेएनएन। जिला पंचायत बोर्ड की हुई बैठक में गतिरोध का हल निकाल लिया गया है। सदस्यों की लंबे समय से चली आ रही मांग के अनुरूप टेंडर निकालने पर सहमति बन गई है। फरवरी के दूसरे सप्ताह में कार्यों का टेंडर निकाला जाएगा। पहले चरण में 30-30 जबकि दूसरे चरण मेें परफार्मेंस ग्रांट के रूप में प्राप्त 10-10 लाख रुपये के कार्यों का टेंडर निकाला जाना है।
दस दिन के भीतर निकलेगा टेंडर
जिला पंचायत सभागार में बोर्ड की बैठक जिला पंचायत अध्यक्ष गीतांजलि यादव की अध्यक्षता में शुरू हुई। पिछली बैठक में बात जहां समाप्त हुई थी, वहीं से शुरू हुई। सदस्य मायाशंकर शुक्ल ने टेंडर मामले में समाधान निकालने की मांग की। इस पर चर्चा के दौरान अपर मुख्य अधिकारी एके सिंह ने कहा कि 10 दिनों में टेंडर निकालने का प्रयास किया जाएगा। सदस्यों की ओर से शहीदों की याद में स्मारक बनाने के प्रस्ताव की भी याद दिलाई गई।
आपत्ति के बाद नोकझोंक
बैठक में कुछ सदस्यों ने पीडब्लूडी के अधिशासी अभियंता के उपस्थित न होने पर आपत्ति जताई। आपत्ति से शुरू हुई बहस नोकझोंक में बदल गई। एक टिप्पणी को लेकर आपस में ही दो सदस्यों में कहासुनी हो गई। सीडीओ के बीच-बचाव से मामला शांत हुआ। जनप्रतिनिधियों के प्रस्ताव को लेकर एक बार फिर चर्चा हुई। जिला पंचायत सदस्य एसपी सिंह, पंकज शाही, रजनीश सहित अन्य सदस्यों ने अपने क्षेत्र में बिजली, सड़क आदि की समस्याएं सदन के समक्ष उठाईं।
समस्याओं का हुआ निराकरण
मुख्य विकास अधिकारी हर्षिता माथुर का कहना है कि विकास कार्य शीर्ष प्राथमिकता में हैं। जिला पंचायत बोर्ड की बैठक में सदस्यों की सभी समस्याओं का निराकरण करा लिया गया है। बजट के अनुसार कार्य आवंटित करने पर सहमति बनी है। फरवरी के दूसरे सप्ताह में निविदा आमंत्रित कर ली जाएगी, इसके बाद विकास कार्य तेजी से हो सकेगा।