देश भर में फैला है इस गिरोह का जाल, पुलिस ऐसे कर रही इन्हें घेरने की तैयारी Gorakhpur News
गोरखपुर में जालसाजों की गिरफ्तारी के बाद अभी तक की छानबीन में दर्जन भर से अधिक शहरों के कई व्यवसायियों को शिकार बनाने का पता चला है।
गोरखपुर, जेएनएन। निजी बैंक से लोन दिलाने का झांसा देकर व्यवसायियों से ठगी करने वाले गिरोह ने देश के विभिन्न हिस्सों में अपना जाल फैला रखा था। जालसाजों की गिरफ्तारी के बाद अभी तक की छानबीन में दर्जन भर से अधिक शहरों के कई व्यवसायियों को शिकार बनाने का पता चला है। क्राइम ब्रांच गोरखपुर की टीम, कोलकाता पुलिस की मदद से जालसाजों की कुंडली तैयार करने में जुटी है। इसके बाद जालसाजों के विरुद्ध गिरोह बंद अधिनियम के तहत कार्रवाई की तैयारी है।
गोरखपुर में हुई थी गिरफ्तारी
क्राइम ब्रांच और गोरखनाथ थाने की संयुक्त टीम ने 30 नवंबर को रेलवे स्टेशन के गेट नंबर सात के पास से भेडिय़ा टोला स्ट्रीट, कोलकाता निवासी संगीता घोष, 24 परगना, पश्चिम बंगाल निवासी असगर अली व बिलाल अहमद तथा पार्क स्ट्रीट, कोलकाता निवासी अब्दुल नसर को गिरफ्तार किया था। उनके पास से नौ जाली आधार कार्ड, 13 सिमकार्ड और निजी फाइनेंस कंपनी टाटा कैपिटल बैंक के लोन फार्म बरामद हुए थे। पुलिस के मुताबिक जालसाज छोटे और मध्यम व्यवसायियों को सस्ते ब्याज दर पर लोन दिलाने का झांसा देकर उनके खाते से बड़ी रकम निकाल लेते थे।
एनसीआरबी व एससीआरबी से ली जा रही मदद
क्राइम ब्रांच की टीम ने राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी), राज्य अपराध रिकार्ड ब्यूरो (एससीआरबी) और सभी जिलों जिला अपराध रिकार्ड ब्यूरो (डीसीआरबी) से संपर्क कर इस तरह की जालसाजी में दर्ज मुकदमों के बारे में जानकारी मांगी है। ताकि गिरोह के अपराध का लेखा-जोखा तैयार किया जा सके।
गिरोह के बारे में जानकारी जुटाने के लिए कोलकाता पुलिस से मदद ली जा रही है। एनसीआरबी, एससीआरबी और सभी जिलों की डीसीआरबी से संपर्क कर भी जानकारी जुटाई जा रही है। सूचनाएं एकत्र करने के बाद गिरोह के विरुद्ध ठोस कार्रवाई की जाएगी। - प्रवीण सिंह, सीओ क्राइम