आगजनी व तोड़फोड़ के मामले में विधायक रामानंद बौद्ध को जेल Gorakhpur News
धरने में शामिल विधायक और उनके समर्थक कुछ दूरी पर स्थित संतोष पांडेय के घर में घुसकर आग लगा दी तोडफ़ोड़ किया। धरने में विधायक के समर्थकों की संख्या ज्यादा थी।
गोरखपुर, जेएनएन। कुशीनगर जिले के अपर सत्र न्यायाधीश चतुर्थ व विशेष न्यायाधीश (एमपी-एमएलए) विवेकानंद शरण त्रिपाठी की अदालत ने बुधवार को रामकोला के भासपा विधायक रामानंद बौद्ध को आगजनी व लूट मामले में न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया। विधायक एक पुराने मामले में रिकाल कराने अदालत पहुंचे थे। भनक लगते ही अहिरौली बाजार पुलिस ने अदालत पहुंचकर उन्हें रिमांड पर दिए जाने की मांग की, जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया।
जेल में कैदी की मौत का अफवाह फैलाकर लगाई थी आग, लूट ले गए थे सामान
सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता अरुण कुमार दुबे के अनुसार 17 अगस्त 2019 को अहिरौली बाजार थाने के गांव जगदीशपुर बरडीहा निवासी नवरंग सिंह (30) की देवरिया जिला जेल में मौत होने की अफवाह फैलाकर परिजनों और ग्रामीणों ने रामानंद बौद्ध के नेतृत्व में गांव के चौराहे पर कप्तानगंज-पिपराइच मार्ग को जाम कर धरना दिया था। इससे बाजार में अफरा-तफरी की स्थिति कायम हो गई थी। हालात को काबू करने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा था। इससे आक्रोशित धरने में शामिल लोगों ने गांव के संतोष पांडेय के चौराहे व गांव में स्थित मकान में आग लगा दी थी, और सामान लूट लिया था।
विधायक समेत 128 लोगों पर दर्ज था मुकदमा
संतोष की तहरीर पर विधायक बौद्ध समेत 78 नामजद तथा 50 अज्ञात के विरुद्ध पुलिस ने लूट, घर फूंकने समेत विभिन्न धाराओंं में मुकदमा कायम किया था।
गैर जमानती वारंट पर पहुंचे थे अदालत
बुधवार को एक अन्य मामले सरकार बनाम रामानंद बौद्ध व अन्य में गैर जमानती वारंट जारी होने पर विधायक अदालत में रिकाल कराने पहुंचे थे। जहां अदालत ने उन्हें कस्टडी में लेने का आदेश दिया। इसकी खबर मिलने पर अहिरौली बाजार के थानेदार मृत्युंजय सिंह ने अदालत में उपस्थित होकर आगजनी व लूटकांड मामले में विधायक के वांछित होने का हवाला देकर उन्हें रिमांड पर दिए जाने की मांग की। इस पर अदालत ने विधायक को पांच अक्टूबर तक के लिए न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया।
गांजे के साथ पकड़ा गया था नवरंग
जगदीशपुर बरडीहा निवासी नवरंग सिंह पुलिस का वांछित था। गांव में चल रही पैमाइश के दौरान कुछ ग्रामीणों संग मिलकर उसने पुलिस व राजस्व टीम पर ईंट-पत्थर चलाया था। हलका लेखपाल ने नवरंग व ग्रामीणों के विरूद्ध अहिरौली बाजार थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। 14 अगस्त को पुलिस ने नवरंग को गांजे के साथ पकड़कर जेल भेज दिया था। इसे लेकर गांव में राजनीति शुरू हो गई थी। 17 अगस्त को हुई घटना इसी का परिणाम बताई गई थी।