गोरखपुर रेलवे स्टेशन के पास ही बनेगा मेट्रो का स्टेशन Gorakhpur News
गोरखपुर में लाइट मेट्रो (एलआरटी) ज्यादा सफल होगी। उन्होंने उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन के एमडी को निर्देशित किया कि गोरखपुर रेलवे स्टेशन के पास ही मेट्रो का स्टेशन बनेेेेगा।
गोरखपुर, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नए साल में गोरखपुर को शानदार सौगात दी है। उन्होंने तीन कोच (कार) वाली लाइट मेट्रो चलाने और रेलवे स्टेशन के पास ही मेट्रो स्टेशन बनाने के लिए हरी झंडी दी है। मेट्रो के लिए दो कारीडोर बनाए जाएंगे। सभी 26 स्टेशन एलिवेटिड यानी ऊपर होंगे। इस पर लगभग 4589 करोड़ रुपए खर्च का अनुमान है।
मेट्रो से संबंधित कार्यों की समीक्षा
लखनऊ में मुख्यमंत्री ने मेट्रो से संबंधित कार्यों की समीक्षा की। प्रोजेक्ट का प्रेजेंटेशन देखते हुए उन्होंने कहा कि गोरखपुर में लाइट मेट्रो (एलआरटी) ज्यादा सफल होगी। उन्होंने उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन के एमडी को निर्देशित किया कि गोरखपुर रेलवे स्टेशन के पास ही मेट्रो का स्टेशन बनाएं। जिससे यात्रियों को मेट्रो से उतर कर रेलवे स्टेशन जाने में सुविधा हो।
तीन कार वाले मेट्रो पर आधारित प्रस्ताव तैयार किए जाने के निर्देश
उन्होंने कहा कि तीन कार वाले मेट्रो पर आधारित प्रस्ताव तैयार किए जाएं, जिससे भविष्य में यात्रियों की संख्या बढऩे पर कोई समस्या न आए। उन्होंने वाराणसी में यातायात को लेकर मेट्रो समेत अन्य विकल्पों पर कार्य करते हुए फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने आगरा और प्रयागराज में मेट्रो समेत अन्य यातायात विकल्पों पर कार्य करने में तेजी लाने के लिए निर्देशित किया। इस मौके पर गोरखपुर के मंडलायुक्त जयंत नार्लिकर, जीडीए उपाध्यक्ष अनुज सिंह, मुख्य अभियंता जीडीए संजय सिंह आदि सहित प्रोजेक्ट से जुड़े संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
पहले कॉरिडोर में बनेंगे 14 स्टेशन
पहला कारीडोर श्याम नगर से एमएमएम इंजीनियरिंग कालेज तक 15.14 किमी लंबा होगा। इसमें 14 स्टेशन बनाए जाएंगे। अनुमान है कि वर्ष 2024 में 1.55 लाख लोग इसमें रोजाना सफर करेंगे। यह संख्या वर्ष 2031 में बढ़कर 2.05 लाख होगी, जबकि अगले दस साल यानी वर्ष 2041 तक इसमें 2.73 लाख लोग रोजाना सफर कर सकेंगे।
दूसरे कॉरिडोर में बनेंगे 12 स्टेशन
दूसरा कारीडोर बीआरडी मेडिकल कालेज से नौसाद के बीच बनेगा, जो 12.70 किमी लंबा होगा। इसमें 12 स्टेशन प्रस्तावित हैं। अनुमान है कि वर्ष 2024 में 1.24 लाख लोग इसमें रोजाना सफर करेंगे। यह संख्या वर्ष 2031 में बढ़कर 1.73 लाख होगी। जबकि अगले दस साल यानि वर्ष 2041 तक इसमें 2.19 लाख लोग रोजाना सफर कर सकेंगे।