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दारोगा ने महिला स्‍वास्‍थ्‍यकर्मी शहाना को जबरन रखा था अपने पास, मां ने दी तहरीर

जिला अस्पताल की संविदा पर कार्यरत कर्मचारी शहाना निशा की मौत के मामले में नया मोड़ आ गया है। 17 अक्‍टूबर को कोतवाली थाने पहुंचे स्वजन ने एसपी सिटी व सीओ कोतवाली को बताया कि क्षेत्रीय अभिसूचना इकाई में तैनात शादीशुदा दारोगा ने शहाना को जबरन अपने पास रखा था।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Published: Sun, 17 Oct 2021 08:30 PM (IST)Updated: Sun, 17 Oct 2021 08:30 PM (IST)
दारोगा ने महिला स्‍वास्‍थ्‍यकर्मी शहाना को जबरन रखा था अपने पास, मां ने दी तहरीर
खुदकुशी करने वाली महिला स्‍वास्‍थ्‍यकर्मी शहाना। फाइल फोटो

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। जिला अस्पताल की संविदा पर कार्यरत कर्मचारी शहाना निशा की मौत के मामले में नया मोड़ आ गया है। 17 अक्‍टूबर को कोतवाली थाने पहुंचे स्वजन ने एसपी सिटी व सीओ कोतवाली को बताया कि क्षेत्रीय अभिसूचना इकाई में तैनात शादीशुदा दारोगा ने शहाना को जबरन अपने पास रखा था।कई बार शादी की बात चली लेकिन उसने होने नहीं दिया। 10 माह का बच्चा भी उसी का है। एसपी सिटी ने बताया कि आरोपित हिरासत में है, तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।

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मुंबई से आए जीजा ने पुलिस को सुनाई शहाना की आडियो रिकार्डिंग

17 अक्‍टूबर को दोपहर में मुंबई से शहाना की बड़ी बहन शब्बो व जीजा जावेद गोरखपुर पहुंचे।बेलीपार के भीटी में रहने वाले स्वजन व रिश्तेदारों काे लेकर कोतवाली थाने पहुंचे।शहाना की मां तैरुननिशा ने थाने में मौजूद एसपी सिटी सोनम कुमार, सीओ कोतवाली वीपी सिंह को बताया कि क्षेत्रीय अभिसूचना इकाई गोरखपुर में तैनात दारोगा ने जबरन उनकी बेटी को अपने साथ रखा था।जब भी उन्होंने बेटी से मिलने और अपने साथ ले जाने का प्रयास किया जान से मारने की धमकी देकर उसने भगा दिया।

शादी होने की बात छिपाकर शहाना को रखता था साथ

शादीशुदा होने के बाद भी दारोगा ने इस बारे में शहाना को नहीं बताया। घटना के समय वह घर में मौजूद था।जिसका प्रमाण उन लोगों के पास है। शहाना के बहनोई जावेद ने बताया कि 15 अक्‍टूबर की सुबह दारोगा ने उनके पास फोन करके बताया कि शहाना ने खुदकुशी कर ली है। घटना कैसे हुई यह पूछने पर बताया कि रात को दोनों अलग-अलग कमरे में थे इसलिए जानकारी नहीं हाे पाई।एसपी सिटी सोनम कुमार ने बताया कि तहरीर के अाधार पर मुकदमा दर्ज कर आरोपित के खिलाफ कार्रवाई होगी।

साहब बच्चे के साथ इंसाफ करिए

शहाना की मां और बहन उसके 10 माह के बेटे को भी लेकर थाने पहुंचे थे।एसपी सिटी और सीओ कोतवाली से उन्होंने कहा कि साहब इस मासूम के साथ इंसाफ करिए।दारोगा ने इसके सिर से मां का साया छीन लिया।अब कौन इसकी देखभाल करेगा।एसपी सिटी ने उन्हें मदद का भरोसा दिया।

स्वजन को समझाते रहे आरोपित दारोगा के शागिर्द

दारोगा के खिलाफ मुदकमा दर्ज होने का आदेश होने की खबर मिलते ही उसके शागिर्द कोतवाली थाने पहुंच गए।शहाना के स्वजन व रिश्तेदार से बात करके मुकदमा न दर्ज कराने के लिए समझाने लगे।उनका तर्क था कि मुकदमे लड़ने से बच्चे को इंसाफ नहीं मिलेगा।बातचीत करके समाधान कर लें।

चार भाई-बहनों में दूसरे नंबर पर थी

मूल रुप से बेलीपार के भीटी गांव की रहने वाली सहाना अपने चार-भाई बहनों में दूसरे नंबर की थी।दो साल पहले नौकरी की तलाश में गोरखपुर आई थी।उसके पिता इनातुल्लाह की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है।मां तैरुननिशा ने बताया कि गुरुवार की रात में नाै बजे सहाना का फोन आया था।बातचीत में उसे बताया था कि शुक्रवार को मुंबई में रहने वाली उसकी बड़ी बहन शब्बो के पास जाना है।ट्रेन का टिकट हो गया है सहाना ने कहा था कि टिफिन लेकर स्टेशन पर आएगी।

यह है मामला

बेलीपार के भीटी गांव निवासी शहाना जिला अस्पताल में संविदा कर्मचारी थी। कोतवाली क्षेत्र के बक्शीपुर में किराए पर कमरा लेकर अपने 10 माह के बच्चे और दारोगा के साथ रहती थी।शुक्रवार की सुबह कमरे में उसका शव फंदे से लटकता मिला था।संदेह के आधार पर कोतवाली पुलिस ने दारोगा काे हिरासत में ले लिया। स्वजन ने अनहोनी की आशंका जताते हुए जांच कार्रवाई करने के लिए प्रार्थना पत्र दिया था।रविवार को कोतवाली थाने पहुंचकर तहरीर दी।


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