गोरखपुर शहर में कच्ची शराब बेलगाम, 22 सूचीबद्ध स्थानों पर खुलेआम धधक रहीं भट्ठियां Gorakhpur News
आबकारी विभाग ने जून 2019 में जिले में सर्वे कराया था। इस सर्वे में उन स्थानों को सूचीबद्ध किया गया था जहां कच्ची का कारोबार कुटीर उद्योग का रूप ले चुका है।
जेएनएन, कौशल त्रिपाठी । पुलिस व आबकारी विभाग द्वारा लगातार अभियान चलाए जाने के बाद भी कच्ची शराब के काले कारोबार पर विराम नहीं लगा। छह माह पहले सूचीबद्ध स्थानों पर भी दोनों विभागों के जिम्मेदार कच्ची के निर्माण व बिक्री पर रोक नहीं लगा सके। दो माह पहले जोर-शोर से जिले में शुरू हुआ आपरेशन गरल अभियान भी जिम्मेदारों की लापरवाही से औंधे मुंह गिर पड़ा।
छह माह बाद भी नहीं लगी रोक
आबकारी विभाग ने जून 2019 में जिले में सर्वे कराया था। इस सर्वे में उन स्थानों को सूचीबद्ध किया गया था जहां कच्ची का कारोबार कुटीर उद्योग का रूप ले चुका है। सूचीबद्ध स्थानों की रिपोर्ट जिला आबकारी अधिकारी ने प्रदेश के आबकारी आयुक्त को भेजी थी और भरोसा दिलाया था कि सूचीबद्ध स्थानों पर कच्ची का उत्पादन ओर बिक्री बंद करा दी जाएगी। हालांकि तब से अब तक छह माह बीत गए पर सेक्टर एक के कैंट, खोराबार, शाहपुर, चिलुआताल, गुलरिहा, गोरखनाथ व पिपराइच थाना क्षेत्र के 22 सूचीबद्ध स्थानों पर कच्ची के निर्माण व बिक्री पर रोक नहीं लगाई जा सकी।
देर रात तक जारी रहता है दौर
सवाल उठता है कि नगरीय क्षेत्र के सात थाना क्षेत्रों में सूचीबद्ध 22 स्थानों पर कच्ची के निर्माण व बिक्री पर रोक क्यों नहीं लग पा रही है। वैसे देर रात तक इन स्थानों पर शौकीन जुटते हैं और पीने-पिलाने का दौर चलता है।
ये हैं शहर में कच्ची शराब के उत्पादन केंद्र
कैंट थाना क्षेत्र के मोहद्दीपुर, नंदानगर, रजही नर्सरी, खोराबार थाना क्षेत्र के ग्राम रामपुर फुलवरिया, जंगल सिकरी विनटोलिया, रामगढ़ नर्सरी, तुर्रा नाला, गुलरिहा थाना क्षेत्र के बनगाई, सरैया, नरायनपुर, मोगलहा, शाहरपुर थाना क्षेत्र के बधिक टोला, मोहनापुर, सैनिक बिहार, दरगहिया और चिलुआताल थाना क्षेत्र के मोहरीपुर, केवटहिया, नकहा नंबर एक, तेनुही में कच्ची शराब की अवैध भट्ठियां धधक रही हैं। वहीं पिपराइच पिपराइच थाना क्षेत्र के तिनकोनिया नर्सरी, नैयापार, बिचऊपुर और गोरखनाथ थाना क्षेत्र का लच्क्षीपुर में कच्ची बनाई जा रही है और देर रात पीने पिलाने का दौर चल रहा है।
अब इनकी सुनिए
जिला आबकारी अधिकारी विजय प्रताप सिंह का कहना है कि सेक्टर एक के सूचीबद्ध 22 स्थानों पर कच्ची के निर्माण व बिक्री बंद कराने के निर्देश सेक्टर प्रभारी को दिए हैं। शासन से दो नए वाहन भी मिल गए हैं। शीघ्र ही सभी स्थानों पर कच्ची का निर्माण बंद करा दिया जाएगा।