गोरखपुर-बस्ती मंडल में रसोई गैस की भारी किल्लत, जानें- क्या कारण
गोरखपुर-बस्ती मंडल में उपभोक्ता सिलेंडर के लिए मारे-मारे फिर रहे हैं जगह-जगह हंगामा शुरू हो गया है। तीन लाख से ज्यादा उपभोक्ता बुकिंग कर सिलेंडर का इंतजार कर रहे हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। रसोई गैस के लिए गोरखपुर-बस्ती मंडल में हाहाकार मचा हुआ है। इंडियन ऑयल और भारत पेट्रोलियम के उपभोक्ता सिलेंडर के लिए मारे-मारे फिर रहे हैं, जगह-जगह हंगामा शुरू हो गया है। तीन लाख से ज्यादा उपभोक्ता बुकिंग कर सिलेंडर का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन अफसर हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। होली पर रसोई गैस का संकट होने के कारण कई घरों में स्टोव और इंडक्शन पर खाना पकाने की नौबत आ गई है। लोकसभा चुनाव के बीच रसोई गैस की लगातार बढ़ रही किल्लत अब मुद्दा बनने लगी है। बाजार, चौराहे और नुक्कड़ों पर सिलेंडर की कमी चर्चा का विषय बनने लगी है। हाल यही रहा तो बहुत से घरों में इस होली पकवान नहीं बन पाएंगे।
जनवरी महीने में रसोई गैस की समस्या बढऩे लगी थी। भारत पेट्रोलियम का बैतालपुर बॉटलिंग प्लांट उच्चीकरण के कारण बंद कर दिया गया तो इंडियन ऑयल के इलाहाबाद प्लांट से कुंभ की वजह से सिलेंडर नहीं निकल पाए। लगन, त्योहार के कारण रसोई गैस की मांग बढ़ी पर आपूर्ति जस की तस बनी रही। सब्सिडी लेने का आखिरी समय आने के कारण उपभोक्ता ने बुकिंग भी तेज कर दी। कम आपूर्ति और ज्यादा डिमांड के कारण हालात बेकाबू होने लगे। एक तरफ लोग रसोई गैस के लिए भटक रहे हैं तो दूसरी तरफ ब्लैकियरों पर प्रशासन का कोई नियंत्रण नहीं रह गया है। ब्लैक में रसोई गैस 12 सौ से 15 सौ रुपये में मिल रहा है।
हिंदुस्तान पेट्रोलियम में पर्याप्त आपूर्ति
हिंदुस्तान पेट्रोलियम का गीडा में बॉटलिंग प्लांट होने के कारण इसकी एजेंसियों पर रसोई गैस की किल्लत नहीं है। सुशीला गैस सर्विस छात्रसंघ चौराहा के संजय तिवारी ने कहा कि उपभोक्ताओं को मांग के अनुसार आपूर्ति की जा रही है।
पड़ोसियों ने भी खड़े किए हाथ
सिलेंडर मिलने की आस में पड़ोसियों से उधार में सिलेंडर लेकर काम चलाने वाले अब परेशान हैं कि क्या करें। सिलेंडर आएगा तो खुद इस्तेमाल करेंगे या पड़ोसी का वापस करेंगे। माया बाजार निवासी राधे गुप्ता ने कहा कि रसोई गैस की ऐसी किल्लत पांच साल पहले दिखती थी।
इतनी है उपभोक्ताओं की संख्या
जिला आइओसी बीपीसी एचपीसी
बस्ती 111886 132939 146558
देवरिया 276729 135223 194740
गोरखपुर 465809 163750 280235
कुशीनगर 330712 118024 213144
महराजगंज 158651 66033 199012
संतकबीरनगर 115107 7140 109761
सिद्धार्थनगर 171110 41462 184699
कुल संख्या 1630004 664571 1328149
(नोट : आइओसी- इंडियन ऑयल कारपोरेशन। बीपीसी-भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन। एचपीसी-हिंदुस्तान पेट्रोलियम कारपोरेशन।)
ऐसे समझें
ऑयल कंपनियां मानती हैं कि यदि किसी गैस एजेंसी पर 10 हजार उपभोक्ता हैं तो उसे हर महीने आठ हजार सिलेंडर की जरूरत होगी। यानी 80 फीसद उपभोक्ता तीस दिन में सिलेंडर लेते हैं। 20 फीसद उपभोक्ताओं का सिलेंडर 40 दिन तक चलता है। गोरखपुर-बस्ती मंडल में इंडियन ऑयल के 16.30 लाख उपभोक्ता हैं। इसका 80 फीसद यानी 13.04 लाख उपभोक्ताओं को हर महीने सिलेंडर चाहिए यानी एक दिन में 43466 उपभोक्ताओं को सिलेंडर की जरूरत होती है।
टाल फ्री नंबर भी फेल
रसोई गैस की समस्या लगातार बढऩे के कारण इंडियन ऑयल और भारत पेट्रोलियम का टोल फ्री नंबर भी फेल हो गया है। इन पर फोन करने पर सिर्फ व्यस्त होने की जानकारी दी जा रही है।