गोरखपुर के वन सुरक्षाकर्मी अब अत्याधुनिक उपकरणों से लैस होंगे, खरीदारी शुरू
गोरखपुर वन प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी अविनाश कुमार ने सुरक्षाकर्मियों को अत्याधुनिक बनाने का प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा था। इस प्रस्ताव को स्वीकार करने के साथ ही शासन ने जंगलों की सुरक्षा के लिए इसे प्रदेशभर में लागू करने का आदेश दिया है।
गोरखपुर, जेएनएन। आए दिन पेड़ों की कटान कर पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाले और वन विभाग के सामने चुनौती पेश करने वाले लकड़ी तस्करों पर काबू पाना सुरक्षाकर्मियों के लिए अब आसान होगा। गोरखपुर वन प्रभाग के वन सुरक्षाकर्मियों को अत्याधुनिक सुरक्षा उपकरणों से लैस करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। पहले चरण में उन्हें स्मार्ट स्टिक से लैस किया गया है। स्टिक की मदद से वन सुरक्षाकर्मी आसानी से तस्करों को काबू कर सकेंगे।
गोरखपुर वन प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी अविनाश कुमार ने वन सुरक्षाकर्मियों को अत्याधुनिक बनाने का विस्तृत प्रस्ताव तैयार कर इस साल मार्च में शासन को भेजा था। इस प्रस्ताव को स्वीकार करने के साथ ही शासन ने जंगलों की सुरक्षा के लिए इसे प्रदेशभर में लागू करने का आदेश दिया है। अत्याधुनिक सुरक्षा उपकरणों की खरीदारी के लिए शासन ने धन भी अवमुक्त कर दिया है। गोरखपुर वन प्रभाग में अत्याधुनिक उपकरणों की खरीदारी शुरू हो गई है। पहले चरण में स्मार्ट स्टिक और वीडियो बनाने तथा स्टील फोटो खींचने वाले कैमरे खरीदे जा चुके हैं।
इसलिए स्मार्ट है यह स्टिक
गोरखपुर वन प्रभाग के 11 रेंज के लिए फिलहाल 12 स्मार्ट स्टिक खरीदी गई है। खास विशेषताओं की वजह से इसे स्मार्ट स्टिक नाम दिया गया है। जंगल में गश्त करने वाले वन सुरक्षाकर्मियों पर लकड़ी तस्कर अक्सर हमला कर देते हैं। स्मार्ट स्टिक से हल्का प्रहार करने पर करेंट प्रवाहित होगा। इसके प्रभाव में आए तस्कर पर कुछ देर के लिए मूर्छा छा जाएगी। स्मार्ट स्टिक में सायरन की भी सुविधा है। तस्करों से घिरे सुरक्षाकर्मी के सायरन का बटन आन करते ही आसपास मौजूद सहकर्मी तेज आवाज के कारण वहां पहुंच जाएंगे। साथ ही इस स्टिक में लेजर लाइट भी लगी हुई है, जिससे अंधेरे में जंगल में होने वाली हलचल आसानी से देखी जा सकेगी। इस स्टिक में मोबाइल फोन चार्ज करने की भी सुविधा है।
कैमरे की नजर में रहेंगी गतिविधियां
खास विशेषताओं वाले कैमरे से बहुत जल्दी गोरखपुर वन प्रभाग में जंगल की गतिविधियों पर नजर रखी जाने लगेगी। इसके लिए कैमरों की खरीदारी की जा चुकी है। कैमरा बनाने वाले कंपनी के कर्मचारी आकर इन्हें जंगल में पहले से तय स्थानों पर लगाएंगे। इन कैमरों पर आंधी-पानी का असर नहीं पड़ेगा। साथ ही कैमरे स्टिल फोटो खींचने के साथ ही वीडियो भी बनाएंगे। प्रभागीय वनाधिकारी अविनाश कुमार का कहना है कि वन सुरक्षाकर्मियों को अत्याधुनिक सुरक्षा उपकरणों से लैस करने का काम शुरू कर दिया गया है। पहले चरण में उन्हें स्मार्ट स्टिक दी जा रही है। दूसरे उपकरण भी शीघ्र उपलब्ध करा दिए जाएंगे।