Indo-Nepal border: पगडंडियां बनीं तस्तरी का सेफ जोन, सीमा सील होने के बाद भी नहीं रुक रही तस्करी
भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र की पगडंडियां तस्करों के लिए सेफ जोन बनती जा रही हैं। सीमा सील होने के बावजूद भी मटर की तस्करी रुकने का नाम नहीं ले रही है। तस्कर न सिर्फ तस्करी कर रहे हैं बल्कि उनसे जमकर वसूली भी हो रही है।
गोरखपुर, जेएनएन। भारत-नेपाल की सीमा सील होने के बावजूद भी मटर की तस्करी रुकने का नाम नहीं ले रही है। तस्कर न सिर्फ तस्करी कर रहे हैं, बल्कि उनसे जमकर वसूली भी हो रही है। फिर वह चाहे उन्हें सह देने वाले सुरक्षा में तैनात जवान हो या फिर सीमाई क्षेत्र के दबंगों की टोली। सीधे तौर पर यह कहा जा सकता है? कि कस्टम चोरी के इस खेल में तस्करों के साथ उन्हें सह देने वाले लोग भी शामिल हो चुके हैं। शनिवार को ही दो एसएसबी के जवान मटर के एक तस्कर से वसूली करते पकड़े भी जा चुके हैं। सिस्टम के लाख प्रयासों के बावजूद बार्डर पर मटर तस्करी का धंधा फलफूल रहा है। सीमा पार से यह तस्कर पगडंडियों के रास्ते साइकिल, मोटरसाइकिलों पर मटर की बोरिया इस पार लाते हैं , जहां से इन्हें बड़े वाहनों में लोडकर मार्केट में भेज दिया जाता है। सोनौली बार्डर से लेकर बरगदवा, परसामलिक, ठूठीबारी, लक्ष्मीपुर खुर्द, शितलापुर क्षेत्र से इन दिनों जमकर तस्करी का खेल खेला जा रहा है।
सीमा शुल्क के चोरी का है खेल
बार्डर पार से आने वाली एक नंबर की सभी वस्तुओं पर भारत प्रवेश पर सीमा शुल्क जमा करना पड़ता है। इस सीमा शुल्क (कस्टम ड्यूटी) की चोरी के लिए मटर ही नहीं बल्कि अन्य सामानों की भी तस्करी करते हैं। जिनमें मसाले समेत अन्य सामान भी शामिल हैं।
सीमाई इलाकों में बना रखे हैं गोदाम
बार्डर पार से लाने वाले मटर को पहले छोटी गाड़ियों जैसे पिकअप, आटो आदि से यह तस्कर सीमाई क्षेत्रों में बने गोदामों में स्टोर करते हैं। फिर वहां से बड़े वाहनों ट्रक आदि में लोडकर बड़े शहरों में भेज देते हैं। पिछले दिनों पुलिस व एसएसबी की टीम ने ठूठीबारी क्षेत्र के लक्ष्मीपुर, गड़ौरा, चौक थाना क्षेत्र के सेमरा ढाला आदि में छापेमारी कर बड़ी मात्रा में गोदाम से मटर की बरामदगी की थी। वर्तमान समय में ठूठीबारी, सबया, गुरली रमगढ़वा, बरोहिया ढाला, बलहीखोर, बरगदवा, सिसवा समेत कई स्थानों पर गोदाम बने हुए हैं।
तस्करों के खिलाफ होगी कार्रवाई
पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्ता ने कहा कि तस्करी में संलिप्त लोगों को चिन्हित किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। सीमा क्षेत्र के सभी थानों के द्वारा दो से अधिक बार तस्करी करते पकड़े जाने वाले लोगों पर भी नजर रखी जा रही है। ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।