Gorakhpur Coronavirus News: गोरखपुर में उखड़ रहे कोरोना के पांव, 82 दिन बाद मिले सबसे कम आठ मरीज
गोरखपुर में रविवार को 82 दिन बाद सबसे कम आठ संक्रमित मिले और 64 लोग स्वस्थ हुए। इसके पहले 22 मार्च को छह लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई थी। बीआरडी मेडिकल कालेज में एक मरीज की मौत हो गई।
गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर में कोरोना के कदम लगभग थम गए हैं। संक्रमितों की संख्या लगातार कम होती जा रही है और स्वस्थ होने वालों की तादात तेजी से बढ़ रही है। रविवार को 82 दिन बाद सबसे कम आठ संक्रमित मिले और 64 लोग स्वस्थ हुए। इसके पहले 22 मार्च को छह लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई थी। बीआरडी मेडिकल कालेज में एक मरीज की मौत हो गई।
सीएमओ डा. सुधाकर पांडेय ने बताया कि जिले में अब तक 59168 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से 57973 लोगों ने कोरोना को मात दे दी है। 823 लोगों की मौत हो चुकी है। 372 सक्रिय मरीज हैं। बीआरडी मेडिकल कालेज में एक 72 वर्षीय महिला भर्ती थीं। रविवार को उनकी मौत हो गई।
लगातार घट रही संक्रमितों की संख्या
संक्रमितों की संख्या लगातार घटने से स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली है। कोरोना संक्रमण एक माह से लगातार कम हुआ है। मई माह के दूसरे सप्ताह से दैनिक संक्रमण के नए मामलों में लगातार गिरावट दर्ज की गई है। 28 मई से रोज मिलने वाली संक्रमितों की संख्या दो अंकों में सिमटी हुई है। जबकि अप्रैल के तीसरे सप्ताह से लेकर मई के पहले सप्ताह तक प्रतिदिन औसतन एक हजार संक्रमित मिल रहे थे।
एक दिन में मिले थे 1440 संक्रमित
कोरोना की दूसरी लहर में गोरखपुर में 25 अप्रैल को एक ही दिन में 1440 नए संक्रमित मिले थे। जबकि कुल सक्रिय मरीजों के हिसाब से संक्रमण का चरम 30 अप्रैल को था, जब सक्रिय मरीजों की संख्या 10308 हो गई थी। संक्रमण का फैलाव रोकने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद मैदान में उतर पड़े और ट्रिपल टी (ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट) मिशन को गांव-गांव तेज करने का निर्देश दिया। इस तेजी का त्वरित असर भी नजर आया और संक्रमण का फैलाव रोकने में कामयाबी मिली।
खाली होने लगे अस्पतालों में बेड
संक्रमण काबू में है और नए मरीजों की संख्या लगातार कम होने से अधिकांश कोविड अस्पतालों में सभी बेड खाली हैं। सरकारी क्षेत्र के बीआरडी मेडिकल कालेज में 500 में से लगभग 450 बेड खाली हैं। 100 बेड के टीबी अस्पताल और 30 बेड के सक्रिय कोविड अस्पताल एम्स में तो किसी भी बेड पर मरीज नहीं हैं।