Coronavirus Lockdown: बिहार से शव लेने गोरखपुर नहीं आए परिजन, पुलिस ने किया अंतिम संस्कार Gorakhpur News
लॉकडाउन के दौरान गोरखपुर में मृत बिहार के युवक को चार कंधा नहीं मिला तो गोरखपुर की पुलिस ने अपने ऊपर यह जिम्मेदारी ली। पुलिस ने स्वयं उस युवक का अंतिम संस्कार कराया।
गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना संक्रमण के डर से लोग अपनों से भी दूर हो रहे हैं। स्थिति यह है कि परदेश से आने वाले की मौत होने पर कोई कंधा देने को तैयार नहीं हो रहा है। 25 अप्रैल को जिला अस्पताल में दम तोडऩे वाले अररिया जिले के जुबरैल के साथ भी यही हुआ। दो दिन परिजनों का इंतजार करने के रेलवे चौकी प्रभारी अक्षय मिश्रा ने सोमवार की शाम नार्मल कब्रिस्तान में मुस्लिम रीति-रिवाज से शव दफन कराया।
लुधियाना से आया था गोरखपुर
अररिया (बिहार) जिले के बसेटी बाजार का रहने वाला जुबरैल लुधियाना में मजदूरी करता था। लॉकडाउन के दौरान वह घर जाने के लिए पैदल निकल गया। 19 अप्रैल की शाम को गोरखपुर पहुंचा। मोहद्दीपुर में चेकिंग के दौरान मजिस्ट्रेट और पुलिस की टीम ने पकड़ लिया। एहतियात के तौर पर कोरोना की जांच कराया गया। रिपोर्ट नेगेटिव आने पर अधिकारियों ने जुबरैल को रैन बसेरा में क्वारंटाइन करा दिया। तबीयत बिगडऩे पर कैंट पुलिस ने जिला अस्तपाल में भर्ती कराया, जहां 25 अप्रैल की सुबह उसकी मौत हो गई।
जरूरतमंदों को भोजन करा रहा लॉज निपाल
कोरोना से जंग में जरूरतमंदों की मदद को फ्री मेसनरी संस्था लॉज निपाल नं. 38 ने बीड़ा उठाया है। लॉज के सचिव मंकेश्वरनाथ पांडेय के नेतृत्व में सभी सदस्य प्रतिदिन एक हजार लोगों को भोजन उपलब्ध करा रहे हैं। 17 अप्रैल से अनवरत चल रहे इस कार्य में नागरिक सुरक्षा कोर के तीनों प्रखंड, महात्मा गांधी इंटर कॉलेज के शिक्षक-कर्मचारी भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। फ्री मेसनरी के रीजनल ग्रैंड मास्टर अजीत कुमार साहा के निर्देश पर लॉज के अध्यक्ष दिनेश बिहारी श्रीवास्तव, प्रो. श्रीवर्धन पाठक, अजय कुमार भी इस कार्य में सहयोग कर रहे हैं।
ब्रेड कंपनी के प्रबंधक ने दर्ज कराया मानहानि का केस
गीडा क्षेत्र के सेक्टर 15 में स्थित क्रेजी ब्रेड कंपनी के प्रबंधक प्रेम कुमार श्रीवास्तव ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज कराया। प्रबंधक का आरोप है कि आरोपित ने सोशल मीडिया पर फैक्ट्री में कोरोना पाजिटिव मिलने का मैसेज वायरल किया था। इसका संज्ञान लेकर सहजनवां के तहसीलदार ने फैक्ट्री में जांच की। जांच में पता चला कि 23 अप्रैल को फैक्ट्री में एक मजदूर काम के दौरान घायल हो गया था, जिसे अस्पताल भेजा गया है। फैक्ट्री में कोरोना मरीज मिलने का आरोप जांच में निराधार मिला था। तहसीलदार की जांच रिपोर्ट के बाद आज क्रेजी ब्रेड कंपनी के प्रबंधक ने तहरीर देकर अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कराया। गीडा इंस्पेक्टर दिलीप सिंह ने बताया कि गलत मैसेज वायरल करने वाले की पहचान हो गई है। उसको संरक्षण देने वाले को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। शीघ्र ही आरोपित की गिरफ्तारी हो जाएगी।